Jija sali sex story – आधी घरवालीके साथ रंगरलिया

तभी अपने लंड को उसकी चूत की खाई के सामने रखकर उसकी दरार मे टिका दिया और एक जोर का धक्का मारा की नयना के अभी अभी सील टूटे चूत मे लंड सनसनाता घुस गया.नयना के मुह से जो चीख निकली वो तो भयानक थी थोड़ी देर धक्के खाने के बाद नयना के मुह से आनंद -भरी चीख निकल पड़ी . “हाय . दैय्या .”

साली की कुंवारी छूट में जैसे ही जीजा का लंड घुसा, उसकी चीख निकल गयी. जीजा का प्यार थोडा दर्दनाक ही होता है.. इस sali hindi sexy story के इस भाग में जानिए की मेरी वो दूसरी साली क्या कर रही है.

लंड आधा एक ही धक्के मे चूत के अन्दर घुस गया था..बाद मे हलके धक्के लगे और फ़िर एक जोर का धक्का लगा..इस . दूसरे जबर्दस्त धक्के मे लंड पुरा का पुरा चूत के अन्दर था नयना का कलेजा दहल गया लेकिन वो अभी पूरी चुदासी थी… मोहित ने धीरे -धीरे अपने धक्के लगाने चालू रखे . लंड चूत मे पिस्टन की तरह अन्दर बाहर हो रहा था . उसका लंड लंड चूत की गरमी पाकर और फूल गया .

नयना भी धक्के का जवाब धक्के से दे रही थी . फिर अपने हाथ बढ़ा कर मोहित ने नयना के चुंचियों को अपनी गिरफ्त मे ले लिया और धक्को की स्पीड बढ़ा दी . लंड चूत की ज़द तक जा रहा था . मोहित का लंड चूत के धक्के से एकदम बेकाबू हो उठा . मोहित के मुह से आवाजे आणि शुरू हो गई .”लो रानी … मेरे लंड के झटके … खाओ , ख़ूब खाओ .. देखो तुम्हारी चूत की प्यास बाकी नही रहे .. लो यह लो .. “नयना की चूत धक्के पर धक्के खा कर अपना पानी छोड़ना शुरू कर दिया . “येस .. मेरे जीजा जी . .. ऊफ्फ .. मारो धक्के .. और मारो धक्के …

sali ke sath sex story

मेरी चूत से फिर से पानी निकल रहा हाय . तुम्हारा सख्त लंड ही मेरा पानी इतनी जल्दी -जल्दी निकाल पाया .” फिर भी मोहित अपने धक्के मरने चालू रखा . वोह भी अपना पानी निकलना चाहता था . नयना ने देखा की मोहित इसी तरह चोद्ता रहा तो पानी उसकी चूत मे ही छोड़ देगा तो अपनी चूत को एकदम से हटा लिया . मोहित चिहुंक पड़ा , “यह क्या रानी . मेरा पानी निकलने वाला था .””यही तो मैं नही चाहती की तुम मेरे अन्दर झडो. मैं तुम्हारे वीर्य को अपने पुरे बदन पर झड़वाना चाहती हूँ .””ऐसी बात हाय तो लो अपना मुह खोलो और इसको चूसो .

अब थोड़ा इंतज़ार करना पड़ेगा मेरे झड़ने का .”नयना ने मोहित के लंड को हाथ से पकड़ कर पहले अपने चूंची पर सहलाया फिर लेट कर उसके मूसल को अपने दोनों बूब्स के बीच डाल कर मोहित से बोली , “लो जीजा जी , अब मेरे tits को छोड़ो . अपने लंड को मेरे बूब्स की खाई ई मे डाल कर यहाँ भी अपना झंडा गाड़ दो .”मोहित अपने लंड को नयना के कबूतरों के बीच मे लाकर उसकी tit -fucking चालू कर दी .

लेकिन जो टेंपो डौगी -स्टाइल मे बना हुआ था वोह वापस नही बन रहा था . पानी निकलता नही देख उसने अपना ध्यान उसके कबूतरों पर टिका दिया .”मेरी प्यारी साली , अब इस tit-fucking के बाद तुम्हारी चूत की फिर एक बार चुदाई करूंगा . तेरे कबूतरों का जवाब नहीं …..तेरे बूब कितने मलाई जितने चिकने हाय …..

और तेरे गुलाबी निपल्स …इन्हे तो मैं खा जाऊंगा ,” कहता हुआ अपने लंड को चुंचियों से निकाल कर उसके ऊपर टूट पड़ा और उसकी चूचियों को मसल मसल कर दबोचने लगा .”प्लीज़ मेरी चूची को और जोर से दबाओ , बहुत मज़ा आ रहा हाय . मुझे नशा सा हो रहा है . तुम मेरी चूची दबा रहे हो और मेरी चूत मे कुछ कुछ हो रहा है . है !

तुम्हारा तो लंड भी अब वापस से कड़क हो गया है .”नयना नीचे पड़ी पड़ी अपनी चूचियों की खाज मिटा रही थी . जीजा जी को पागल होते देख उसकी चूत मे फ़िर खाज शुरू हो गई थी . अपनी चूत पर उसके लंड को रख कर अपने बदन को उसके बदन से जकड लिया और कहने लगी , “मुझे चूत में बहुत …आः ….खुजली हो रही है …..अब अपना चाक़ू मेरी चूत पे चला दो ….जीजा जी तुम्हारे लंड ने मेरी चूत से खून निकाला है आज चूत से .मुझे औरत बना दिया तुमने और दीदी को माँ आज मेरी चूत की मिटा दो खुजली ….. मिटाओ .”

नयना को भी तड़पते देख अपने लंड को उसकी चूत के ऊपर रख कर एक जोर से धक्का दिया और बोला , “ही ! मेरी रानी , ले ! ले ऐ ई ऐ ! और ले , जीं भर कर खा अपनी चूत मे मेरे लंड के धक्के .” फिर धक्के पर धक्के चालू हो गए . नयना के पैर उसके सर तक मोड़ दिए..

थोड़ी देर तक कमरे मैं केवल “उफ़ ” “है ” “ओह्ह ” “मर गई..ओह्ह माँ…जीजा जी ..धीरे..दर्द हो रहा है..आह्ह भी अभी किया है…आह्ह..ऊह्ह ह की ही आवाजे आ रही थी . तभी मोहित और नयना दोनों एक साथ हाय चीख पड़े अह्ह्ह…नयना …जीजा जी … दोनों का ही पानी एक साथ छूटने लगा . दोनों निढाल हो कर पलंग पर लेटे रहे और उसी हालत मे नींद आ गई .

दुसरे दिन सुबह ..नयना अब कुंवारी नही थी…और चादर पर खून के छिंटे उसकी औरत बनने की गवाही दे रहे थे….सुबह नयना ने उठकर मोहित को उठाया . रात की मस्ती झड़ी नही थी .मोहित ने नयना को नंगी देखा तो फ़िर से अपने पास खींच लिया..चूमा चाटी शुरू हुयी और लंड लोहे जैसा हो गया… एक बार फिर दोनों आपस मे लग कर चुदाई शुरू कर दी . मोहित नयना को नीचे ले कर उसकी दोनों टांगो को आसमान मे फैला कर और उसके चूतड के नीचे दो तकिये रख दिए..

जिससे उसकी उभरी हुयी चूत और उभर आयी थी. अभी भी..मोहित ने जैसे ही अपना लंड उसकी गीली हो रही चूत के अन्दर घुसाया..नयना चीख पड़ी..मोहित ने दो धक्को मे पूरा लंड चूत के अन्दर डाल दिया था..और कस कस कर उसकी चूत को चोदना शुरू कर दिया . सिस्कारियों से कमरे का वातावरण काफी मदहोश हो गया . नयना नीचे से हर धक्के का जवाब अपनी सिस्कारी से दे रही थी .आह्ह..अह्ह्ह.औच..आ..ऊ..च….आह्ह…जीजा जी ….

सच मुच तुम्हारा लंड लाजवाब है और बहुत लंबा और मोटा है . उस लड़की को बहुत मजा आएगा जो तुमसे चुदवायेगी ,” नयना मोहित से चुदवाती हुयी बोली .मोहित कस -कस कर धक्के मरते हुए बोला , “हाँ जाने -बहार , तुम्हारी चूत भी एकदम लाज़वाब है .एकदम तिघ्त, उभरी हुयी..कितनी गरम और नरम है..हाय.और इसकी गुलाबी रंगत… लगता है इसे चोद्ता ही जाऊं .”नीचे से नयना सिस्कारी मरते हुए बोली , “

ओह्ह ! मेरे राजा और पेलो और पेलो अपनी रानी की चूत मे अपना मोटा लंड . आह ! ..मेरी चूत तुम्हारा लंड खा कर और अपनी सील तुड़वा कर निहाल हो रही है . हाय ! लंबे और मोटे लंड की चुदाई ही कुछ और ही होती है . बस मज़ा आ गया . हाँ हाँ , तुम ऐसे ही अपनी कमर उछाल उछाल कर मेरी चूत मे अपने लंड से धक्का मारते रहो .

मेरी चूत को भी बहुत दिनों से शौक था मोटे और लंबे लंड से सील तुड्वाने का.और फ़िर उससे चुदवाने का.जम कर.. उसको और जोर जोर से खिलाओ अपना मोटा और लंबा लंड .”लेकिन जल्दी ही खत्म हो गई उनकी चुदाई . दोनों का पानी आधे मिनट के फरक पर निकल गया . नयना ऐसी चुदाई प कर मस्त हो गई .

रात की चोदाई से ज्यादा कड़क चोदाई उसे सुबह वाली लगी .हॉस्पिटल जाकर प्रीति को देखने और मिताली को फ्री करने के कारण मोहित को बिस्तर पर से जल्दी उठना पड़ा . बाथरूम मे जाने के बाद पता चला की बाथटब का शावर और नल दोनों ख़राब हो गए है . पानी नही आ रहा था . तो मोहित यह कहकर निकल गया की मैं प्लंबर को भेज रहा हूँ . अगर जल्दी आ गया तो ठीक है नही तो मिताली को बता देना की प्लंबर से नल ठीक करवाना है .

मोहित हॉस्पिटल जाकर मिताली को फ्री किया और बोला की घर पहुंचकर नयना को जल्दी भेज देना ताकी वोह ख़ुद ऑफिस जा सके .मिताली घर पहुँची तो नयना बाथरूम से निकल कर अपने कपडे बदल रही थी . बाथरूम मे स्टोरेज किए हुए पानी से उसने अपना काम चला लिया था . नयना के चहरे पर छायी हुयी खुशी को देखकर मिताली समझ गई की रात भर क्या क्या हुआ होगा उसने सोच लिया की नयना की सील कल रात मे खुल गई है..क्युकी बेड रूम की चादर पर खून उसे दिख गया था…

फिर भी अनजान बनते हुए उसने नयना को छेड़ते हुए पूछा , “है मेरी जान , बड़ी खुश दिख रही हो . रात भर सोयी नही थी क्या ? लगता है जीजा जी ने बहुत परेशान किया है .””नही तो . ऐसी तो कोई बात नही है .””अच्छा हमसे ही नाटक .””जब कुछ हुआ ही नही तो क्या नाटक करूं .”फ़िर मिताली ने उसे बेडरूम की चादर पर खून दिखाया और बिस्तर के नीचे पड़ी हुयी फटी हुई नाईटी की ओर इशारा किया.

तो नयना शरमा गई और फिर धीरे धीरे सारी बात रात की उगल दी नयना ने .मिताली ने कहा जीजू का लैंड बहुत मज़बूत और मोटा है ये तो मैं जानती हु..मैंही कल उनसे चुदवाने के मूड मे थी..लेकिन तेरी लॉटरी लग गई. बहुत मज़ा आया होगा ना?..और दोनों फ़िर रस ले कर बातें करने लगी . मिताली और नयना रात की बात करते करते दोनों ही उत्तेजित हो गए . आपस मे अनजाने ही एक दूसरे के बदन को सहलाने लगी . दोनों की चूतें अन्दर की गरमी से पिघलने लगी .

तभी टेलीफोन की घंटी बजी . नयना ने फ़ोन उठाया .”मैं मोहित बोल रहा हूँ .””बोलो जीजा जी , मैं नयना बोल रही हूँ .””देखो प्लंबर को बोल दिया है . थोड़ी देर मैं आ जाएगा . लेकिन तुम जल्दी आ जाओ . मुझे कुछ दवाई लाना है फिर मैं ऑफिस निकल जाऊंगा .”नयना जल्दी ही हॉस्पिटल के लिए निकल गई साथ मे कह कर गई की बाथरूम का नल ख़राब है , प्लंबर आएगा . मिताली मन मसोस कर रह गई .

रात मे भी मौका नही मिला और अब सुबह थोड़ी बहुत गरमी शांत होती वह भी नही हुयी .उसे मोहित पर ग़ुस्सा आ रहा था..ऐसे तो मेरी चुन्ची दबाते है…गांड दबाते है..आज छुट्टी ले कर घर रुक जाते तो मै भी उस मोटे और लंबे लंड से एक बार तो चुदवा लेती.. आख़िर चूत तड़पती ही रह गई . वोह उसे शांत करने के लिए जीजी की एक नाईटी पहन कर बाथरूम मे चली गई . उससे बदन तो ढक गया लेकिन गला काफी खुला हुआ था और नीचे से भी घुटने के ऊपर तक ही थी .नाईटी को उतार कर जैसे ही नल खोला तो ध्यान आया की वोह तो ख़राब है .

उसी हालत मे बैठी बैठी अपनी चूत को हाथ से सहलाने लगी . चूत को सहलाते -सहलाते उसे ध्यान ही नही पड़ा की दरवाजे की बेल कितनी देर से बज रही है . फटा – फट नाईटी पहन कर बाहर निकली और गेट खोल दिया . सामने खड़ा था प्लंबरएक मजबूत किस्म का इंसान . रंग सांवला लेकिन कद काठी कसरती . वोह भी अपने सामने खड़ी मिताली को देखता ही रह गया . उफ़ क्या नशीला बदन है . एक मिनी नाईटी पहने हुए तो क़यामत ढा रही थी . छातियां नाईटी मे समां नही रही थी . आधे मम्मे बाहर छलक रहे थे . गहरी साँस लेते हुए बोला , “मोहित साहेब ने बुलाया है . क्या कोई नल ख़राब है .”

“हाँ .. हाँ . बाथरूम का शावर और नल दोनों ख़राब है . पानी नही आ रहा है .”कन्हैया , यही नाम था प्लंबर का , सीधे बाथरूम मे चला गया . बाथ टब का शोवेर और नल चालू कर के देखा लेकिन पानी नही आ रहा था . तो उसने शावर को निकाल दिया और फिर बाथरूम के अन्दर बनी हुयी टंकी जो सीलिंग से लगी हुयी थी , से नल को चेक करने लगा .”लगता है की टंकी से पानी नही आ रहा है . ऊपर चेक करना पड़ेगा .

कोई टेबल है क्या ?”मिताली ने एक मध्यम साइज़ की टेबल ला कर दी . वोह उस पर चढ़ कर टंकी चेक करने लगा और बोला , “पानी तो पुरा भरा पड़ा है . पाइप और फिटिंग चेक करना पड़ेगा .”यह कह कर अपनी पैंट और शर्ट निकलने लगा . एक बनियान और स्वीमिंग कास्ट्युम जैसा अंडरवियर पहने हुआ टेबल पर चढ़ गया . मिताली उसके गठीले बदन को देखी तो देखते ही रह गई . मजदूर आदमी का जिस्म था .

एक दम कड़क .ऊपर से पाइप को खोलते हुआ बोला “मेम साहेब , आप जरा बाथ टब के पास रहना . जब पानी आए तो शावर को पाइप के ऊपर पकड़ कर रखना .”बाथरूम मे जगह कम थी . टेबल ने जगह घेर कर रखी थी . मिताली बाथ टब मे जाकर खड़ी हो गई . जब पानी आने लगा तो वोह शावर को पाइप के ऊपर लगाने लगी लेकिन बाथ टब मे खड़ी होने की वजह से मिताली पुरी तरह से भीग गई . उसका बदन नाईटी से झलकने लगा . उसके कबूतर नाईटी से आधे तो पहले ही दिख रहे थे अब बाकी आधे नाईटी के पारदर्शी (transparent) हो जाने की वजह से दीखने लगे .

उसके दर्क निपल एक दम से तन कर आमंत्रण दे रहे थे . जांघों से नाईटी चिपक गई थी . उसके उभरे हुए नितम्ब आकर्षित कर रहे थे . कन्हैया ने जब नजर नीचे कर यह नज़ारा देखा तो उसका लंड दन -दन करता हुआ खड़ा हो गया . उसका लंड एक गोरी और मस्त लौंडिया को देख कर फड़फडाने लगा . वोह पाइप वापस फिटिंग करते हुए कभी पाइप को देख रहा था तो कभी मिताली की उफनती हुयी जवानी को देख रहा था .

तभी उसके हाथ से रेंच -पाना (an instrument to tight pipe) नीचे बाथ टब मे गिर गया और उसके हाथ से पाइप भी छूट गया .पानी ऊपर पाइप से नीचे गिरने लगा . ख़ुद भी पुरी तरह से भीग गया . उसके बदन के कपडे भी भीग गए . कोस्ट्युम जैसे अंडरवियर से लंड का साइज़ साफ दिख रहा था .बहुत ही मोटा और लंबा लग रहा था.और मुड़ा हुआ था.. ऊपर से ही कहा , “मेम साहेब , जरा वोह रेंच -पाना देना प्लीज़ .”मिताली ने रेंच -पाना उठाया तो शावर अपनी जगह से खिसक गया . जिसकी वजह से पानी फिर गिरने लगा .

एक हाथ से शावर को पकडे हुए दूसरे हाथ से झुक कर उस ने रेंच -पाना को उठाया और उसकी मस्तानी गांड ..ऊह्ह..ओह्ह ..क्या दृश्य था ..मोटे गदराये नितम्बो की गोलाई और उसमे वो गांड..वो हाथ से रेंच पाना देने लगी . लेकिन पानी गिरते रहने की वजह से उसका ध्यान शावर की तरफ़ ही था . दूसरा हाथ रेंच -पाना कन्हैया को देने के लिए आगे बढाया हुआ था . ऊपर कन्हैया भी पाइप से पानी गिरते रहने की वजह से पाइप की और ही देख रहा था . उसने ऊपर ही मुह किए हुए वापस कहा , “मेम साहेब , प्लीज़ . वह रेंच -पाना देना .”

मिताली भी शावर की और देखते देखते बोली , “दिया तो है . लेलो .”तभी दोनों की नज़र आपस मे टकराई तो देखा की रेंच -पाना मिताली ने अनजान -वश कन्हैया के मोटे फूले हुए लंड मे फंसा दिया था .कन्हैया यह देखकर मुस्कुराया और मिताली ने अपनी नज़र नीचे झुका ली . कन्हैया रेंच -पाना अपने लंड पर से निकाल कर पाइप को फिटिंग करने लग गया .कन्हैया बोला , “अच्छा मेम साहिब , अब धक्का नही दूँगा .

मैं थोड़ा ज्यादा ही जोश मे आ गया था . लेकिन अब इसे चूसो . तड़पाओ मत मुझे .”मिताली उसके लंड को चाट रही थी ऊपर से फव्वारे से पनि गिर रहा था . कन्हैया को जन्नत का मजा मिल रहा था . तभी कन्हैया को महसूस हुवा की अगर लंड को मिताली के मुह से नही निकला तो फव्वारे की तरह उसका लंड भी पानी फेंकने लगेगा . उसने मिताली को बाथ टब मे लेटकर उस पर छा गया और उसके मम्मे अपने हाथों से पकड़ एक को मुह मे लेकर आम की तरह चूसने लगा . मिताली के मुह से सिस्कारी निकल गई ..आह्ह..उफ्फ्फ..इश..श.स्.स्.स्.स्. धीरे..

मेरी दूसरी साली तो मेरे नीचे आने से पहले प्लम्बर के ही भेंट चढ़ने जा रही थी.. पढ़िए वो प्लम्बर मेरी माल साली की चूत की किस तरह फिटिंग करता है इस jija sali hindi sexy story के अगले भाग में..

मेरी दूसरी साली तो मेरे नीचे आने से पहले प्लम्बर के ही भेंट चढ़ने जा रही थी.. पढ़िए वो प्लम्बर मेरी माल साली की चूत की किस तरह फिटिंग करता है इन jija sali hindi sexy story के अगले भाग में..

कन्हैया को जन्नत का मजा मिल रहा था . तभी कन्हैया को महसूस हुवा की अगर लंड को मिताली के मुह से नही निकला तो फव्वारे की तरह उसका लंड भी पानी फेंकने लगेगा . उसने मिताली को बाथ टब मे लेटकर उस पर छा गया और उसके मम्मे अपने हाथों से पकड़ एक को मुह मे लेकर आम की तरह चूसने लगा . मिताली के मुह से सिस्कारी निकल गई ..आह्ह..उफ्फ्फ..इश..श.स्.स्.स्.स्. धीरे..


Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply