Jija sali sex story – आधी घरवालीके साथ रंगरलिया

उसके दोनों उरोज भरी हो चुके थे . उसकी सांसे जोर जोर से ऊपर नीचे होने लगी . “और जोर जोर से मेरी चूची .. को.. मसलों.,. बहुत.. मज़ा.. आ. .रहा.. है… तुम्हारे.. हाथ… मे.. जादू. ..है…. इधर… तुम… मेरी.. चूची.. को.. दबा.. रहे.. हो. और…. उधर… मेरी चूत पानी छोड़ रही है ,” नयना बेकाबू हो कर बड़बडाने लगी और वो मोहित के लंड के ऊपर कसमसाने लगी थी..दोनों निपल कड़क हो कर मोहित के मुह मे जाने को उतावले थे .

फिर बेकाबू हो कर चीख पड़ी , “Suck it. Take it in your mouth. मेरे निपल को अपने होंठों से दबाव .”मोहित ने भी अपने होंठों के बीच उसके निपल को दबा के चूसना शुरू किया नयना ने उसका सर अपने चुंचियों पर जोर से दबाया और उफ्फ्फ्फ़….हाँ..जीजा जी ..ऐसे..हीई..ऐसे ही चुसो ओ ओ..उसने अपनी चूचियों को उसके मुँह मे ठूंस दिया …”येस … येस… जीजा जी ….

Sister in law sex story

ऐसे ही चुसो ….देखो मेरे निपल्स की खुजली मिटा दो ,” नयना अपनी चाहत छुपा नही पायी . “उउउफ्फ्फ़ … आ … ह्ह्ह … आ आ . .. ह .ह.ह.ह.ह. प्लीज़ थोड़ा धीरे … काटो …ना … ऊ ..उ उ ई ई और जोर से चूसो मेरे चुंचियों को .”दोनों निपल्स को बारी -बारी से अपने मुह मे लेकर चूसने के बाद मोहित खड़ा होकर नयना को अपनी बाँहों मे लेकर उसके पुरे बदन को जकड लिया . ऐसा कस कर आलिंगन किया की नयना के मुह से चीख निकल पड़ी . नयना का बदन मोहित की बाँहों में समा गया . मोहित उसके जिस्म को अपनी बाँहों में लेकर दबाने लगा .

उसके बदन को अपने बदन से रगड़ने लगा . अपने गालों से नयना के चिकने गालों को , अपने मजबूत सीने से उसके कड़क कबूतरों को , अपने लंड से उसकी छुपी हुयी चूत को और अपनी जांघों से उसकी चिकनी जांघों को रगड़ कर दोनों एक -दुसरे की बाँहों में झुमने लगे .”जब तुम्हारी चुन्ची इतनी खूबसूरत है तो चूत तो और भी खूबसूरत होगी ,” कहकर मोहित उसके बदन पर लिपटी नाईटी के बाकी हिस्से को भी फाड़ने लगा .लेकिन नयना उसको रोकते हुए कहा , “उफ्फ्फ … इतने बेकाबू क्यों हो रहे हो . पहले मुझे अपना झुन झुना तो दिखाओ . मुझे भी उससे खेलना है .”

नयना का बदन मोहित की बाँहों में समा गया . मोहित उसके जिस्म को अपनी बाँहों में लेकर दबाने लगा . उसके बदन को अपने बदन से रगड़ने लगा . अपने गालों से नयना के चिकने गालों को , अपने मजबूत सीने से उसके कड़क कबूतरों को , अपने लंड से उसकी छुपी हुयी चूत को और अपनी जांघों से उसकी चिकनी जांघों को रगड़ कर दोनों एक -दुसरे की बाँहों में झुमने लगे .”

जब तुम्हारी चुन्ची इतनी खूबसूरत है तो चूत तो और भी खूबसूरत होगी ,” कहकर मोहित उसके बदन पर लिपटी नाईटी के बाकी हिस्से को भी फाड़ने लगा .लेकिन नयना उसको रोकते हुए कहा , “उफ्फ्फ … इतने बेकाबू क्यों हो रहे हो . पहले मुझे अपना झुन झुना तो दिखाओ . मुझे भी उससे खेलना है .”

मोहित बेकाबू था लेकिन नयना वापस बोल पड़ी , “तुम अपना लंड मुझे दिखाओ मै तुम्हे अपनी चूत दिखा दूंगी .”नयना ने अपने हाथ को बढ़ाकर मोहित की पैंट टटोलने मे लग गई . उसे अपना खिलौना चाहिए था . उसका खिलौना भूखे शेर की तरह अपने पिंजडे मे उछल कूद मचा रहा था . नयना का हाथ उस पिंजडे की तरफ़ बढ़ कर उसके पहले ताले यानि पैंट की चैन को खोल दिया . मोहित ने उसके दोनों कबूतरों को सहलाते हुए अपनी पैंट को नीचे की और खिसका दिया ताकी लंड को बाहर निकालने मे ज्यादा परेशानी ना हो

फिर नयना घुटने के बल बैठकर अंडरवियर की कैद मे बैठे उस भूखे शेर की दहाड़ सुनने लग गई . उसका फूला हुआ लंड अंडरवियर मे मचल रहा था . अंडरवियर तम्बू बन चुका था . नयना ने अपने हाथो से उसको पुचकार कर शांत करने की कोशिश की . जब लंड ज्यादा ही मचलने लगा तो अपने होंठों से मोहित के लौडे को अंडरवियर के साथ ही दबा लिया .

अब बारी थी मोहित के सिस्कारने की . तीन महीने मे Dr. के ना करने के कारण वोह अपनी बीबी , प्रीति , को चोद नही पाया था लेकिन यदा -कदा प्रीति अपने हाथ से मोहित के लंड को मसल जरूर देती थी .नयना उसके लंड को अंडरवियर के ऊपर से चाटने लगी और बोल उठी..”जीजा जी ..क्या मस्त खिलौना है..कितना लंबा और मोटा…मेरी चूत को फाड़ डालोगे आज..लगता है..कुंवारी साली की चूत है..

जरा प्यार से करना प्लीज़..”लंड फूल कर एक दम भड़क उठा “कुंवारी चूत छोड़ने के ख़्याल से ही मोहित जोश मे आ गया.. तभी नयना ने झटके से अंडरवियर खींच कर नीचे खिसका दिया . मोहित का लंड एक दम तन कर नयना के मुह के सामने नाचने लगा . “उफ़ … क्या मोटा लंड है तुम्हारा जीजा जी ,” कह कर अपने हाथों मे समेट लिया नयना ने .लेकिन लंड पुरा का पुरा हाथों मे आया कहाँ था . मोटे के साथ साथ पुरा 8 ” का लंड था मोहित का ..लंड का सुपाडा भुक्कड़ की तरह नयना का चेहरा देख रहा था .

नयना ने लंड को अपने हाथों मे लेकर उसकी चमडी को ऊपर -नीचे करने लगी . “सच मुच तुम्हारा लंड तो बहुत लंबा और मोटा है ,” नयना के मुह से निकल पड़ा . मोहित से अब रहा नही जा रहा था .नयना ने अपनी जीभ निकाल कर लंड के सुपाडे को धीरे -धीरे चाटने लगी . मोहित का लंड उचक -उचक कर उछल रहा था . तोधी देर तक नयना उसके सुपाडे को ही चाट रही थी . मोहित और ज्यादा बेकाबू होने लगा .

उससे रहा नही जा रहा था . वोह कांपते हुए स्वर मे बोला , “अरीए , मेरी साली , अब तो “सताना ” बंद करो . मेरे लंड को चूसोलेकिन नयना ने सुपाडे को चाटना नही छोड़ा . वोह मोहित को और भड़काना चाहती थी . सच तो ये था की मोहित का सोलोना लंड उसे भा गया था..और उसे आज अपनी सील अपने जीजा से ही तुड्वाना था..और उसे मालूम था की मर्द जब ज्यादा भड़कता है तो औरत की चुदाई भी उतनी ही ज्यादा और अच्छे से करता है.. नयना अपनी चूत की चुदवाई बहुत जोर से करवाना चाहती थी

अभी तक उसके बॉय फ्रेंड ने ऊपर ऊपर से सब किया था क्युकी कभी पूरी चुदाई का मौका ही नही मिलता था..वो कसार आज पूरी करनी थी..पर यहाँ तो मोहित का लंड भड़कता ही जा रहा था . उसने नयना को कहा , “साली मादरचोद , चूस मेरे लंड को . पुरा का पुरा खा जा मेरे लंड को . साली यह लंड तीन महीने से तरस रहा है और तुझे सताने की पड़ी है . अगर नही चूसती तो मे तेरी चूत को ऐसा चोदुन्गा की तू भी जिन्दंगी भर याद रखेगी .”नयना का मकसद पुरा हो गया . वोह मोहित को ऐसे ही भड़काना चाहती थी .

तभी मोहित ने उसके बाल पकड़ कर अपना पुरा 8 इन्ची लंड उसके मुह मे गप से डाल दिया . “ले छिनाल चूस मेरे लंड को . बहुत ज्यादा मटक रही थी ना . अब चूस मेरे लंड को .”मोहित का लंड 6 इंच तक ही नयना के मुह मे घुस पाया . बाकी दो इंच बाहर ही रहा . उसके लंड का किनारा उसके मुह की आखिरी दीवार को छू गया था . नयना को साँस लेने मे तकलीफ होने लगी थी . उसने मोहित के लंड को पुरा बाहर निकाल कर कहा , “जीजा जी , मार ही डालोगे क्या . थोड़ा सब्र करो . चूसती हु तुम्हारे मूसल को .”

फिर नयना ने लंड को हाथ से पकड़ कर जो चूसाई की मोहित तो पागल हो गया . उसे लगा अगर मेने अपने लंड को बाहर नही निकला तो मेरी पिचकारी अभी छूट जायेगी . उसने अपना लंड बाहर निकल कर नयना को खड़ी कर अपनी बाँहों मे उठा लिया और उसके होंठों को चूमते हुए अपने बेडरूम की और चल पड़ा . बेडरूम मे बेड पर नयना को सुलाते हुए उसकी नाईटी के बाकी कपड़े को फाड़ते हुए उसकी जांघों को चाटने लगा . नयना की गुदाज़ जांघे मखमल की तरह नरम और दूध जैसी गोरी थी .

मोहित उन जांघों को चूसते हुए अपने हाथो को उसकी झाँटो को सहलाने लगा . क्या रानी तुम अपनी झाँटे साफ नही करती..लेकिन मुझे पसंद है कुंवारी चूत पर नरम झाँटे ..उफ़ क्या नरम नरम झाँटे थी . मोहित तो झाँटो मसलते हुए उसकी उठी हुई बुर (चूत ) को देख पागल हो गया .एक दम गीली लेकिन गुलाबी.. अपनी उंगली को धस से उसकी कोमल अनचुदी चूत मे धकेल दिया बोहोत टाईट चूत थी..इतनी गीली होने के बाद भी थोड़ी सी ऊँगली अन्दर घुसी..और … नयना के मुह से निकल पड़ा , “ऊईई माँ..आह्ह..दर्द होता है जीजा जी .. . धीरे से .”

मोहित उसकी जांघों को छोड़ उसकी चूत के आस -पास अपनी जीभ से चाट रहा था और अपनी एक उंगली को उसकी चूत मे डाल कर अन्दर बाहर करने लगा वो उसके कुंवारी चूत को थोड़ा अभ्यस्त कर रहा था और चूत की उंगली -चुदाई कर रहा था . थोड़ी देर मे ही नयना बोल पड़ी , “हाय ! क्यों टाइम बर्बाद कर रहे हो ? मेरे चूत को उंगली नहीं चाहिए . अभी तुम इसको अपने जीभ से छोड़ो . बाद मे उसको अपने लंड से फाड़ दो . वोह तुम्हारे लंड को खाने के लिए तरस रही है .”

तभी मोहित ने अपनी उंगली निकाल कर उसकी जगह अपनी जीभ को लगा दिया . उसके दाने को चूस कर अपनी जीभ को उसकी चूत की गहराई मे उतार दिया . नयना मादक स्वर मे कहने लगी , “”हाय ! क्या चीज बनाईं हाय भगवान ने , चुसो चुसो , और जोर से चुसो मेरी चूत को . और अन्दर तक अपनी जीभ घुसेडो लेकिन कुंवारी चूत मे कितनी जीभ घुसेगी… हाय ! ऊपर मेरी चूत के दाने को भी चाटो . बहुत मज़ा आ रहा हाय .”मोहित ने उसकी चूत चूस चूस कर उसकी हालत ख़राब कर दी . नयना बैठ कर अपनी चूत को देख रही थी और मुह से सी सी ..ही..उफ्फ्फ..जीजा जी ..आह्ह..स्…स्…स्…कर रही थी ..इधर मोहित के मुह पर धक्के लगाने लगी .

साथ ही बड़ -बड़ा रही थी ,”येस डार्लिंग , चूसो मेरे रजा , चूत को चूसो , अपनी जीभ को मेरी चूत के अन्दर तक चूसो . येस बड़ा मजा आ रहा हाय जीजा जी . येस , येस , चूसते जाओ . मेरे दाने को भी चूसो . आह्ह्ह .., येस , चूसो…. लो.. मेरी.. चूत. का.. पानी. निकल रहा हाय . आह्ह्ह , ऊह्ह ह , चूसो बहुत दिनों बाद मेरी चूओत का पानी निकलेगा . चूसते ऐ ऐ र…हो…, येस , येस , येस , ओह , oh, क्या जीभ से .. चोद.. रहे. हो.. लगता.. हाय… यह.. जीभ… नही…, तुम्हारा…ल ण्ड..ह है . आआह्ह ह्ह्ह, और छोसो .., अहह हह , मेरा पा …नि … निकल रहा है .

ओह्ह hh येस स् स , मेरा पानी निकल गया आ आ आ आ आ ……”और नयना ढीली पड़ गई.लेकिन मोहित ने उसकी चूत को छोड़ा नही . वोह बहुत देर तक चूसता रहा जब तक उसकी जीभ नही थक i गई . नयना की चूत की खाज और ज्यादा बढ़ गई . लेकिन अब वोह अपनी चूत को चत्वा कर नही बल्कि असली खेल कर अपनी प्यास बुझ्वाना चाहती थी .

उसने अपने हाथ बढ़ा कर मोहित के लंड को अपने हाथ मे लेकर आगे पीछे करने लगी . जब लंड एकदम मूसल हो गया तो अपनी चूत को उसके मुह से हाथ कर उसके लंड पर बैठ गई मोहित भी चौंक गया..एक कुंवारी लड़की उसके मोटे और लंबे लंड को अन्दर लेने के लिए कितनी तड़प रही थी… मोहित के लंड को और क्या चाहिए . उसका लंड तो चूत का प्यासा था . चूत को देख कर लंड अपनी जगह पर ही उछल -कूद मचाने लगा .

मोहित ने अपने हाथ बढ़ा कर अपने लंड के सुपाडे को नयना की चूत के मुह पर रख दिया उसकी चूत इतनी गीली थी की जूस टपक रहा था इसलिए कुछ लगाने की जरुरत ही नही थी… नयना ने ऊपर से बैठे बैठे अपनी चूत को थोड़ा धक्का दिया तो वो सम्हाल नही पायी और नीचे से मोहित ने धक्का दिया भस.स्.स्.स्.स् की आवाज़ के साथ चूत की सील तोड़ कर लंड अन्दर और नयना के मुह से आह्ह्ह..आः…मर गयी.ई.ई.i.ई.ई.ई.ई.ई..ई निकला..जीजा जी ..फट गई…ई.ई.ई.ई.ई.इमेरी चूत..

मोहित का लंड फर्र र र र करके उसकी चूत मे जा कर फंस गया . इसी के साथ नयना के मुह से फ़िर से चीख निकल पड़ी . यह चीख दर्द भरी भी थी और साथ ही आनंद से भरी भी थी ..मोहित के लंड से बहकर खून नीचे चादर पर टपक रहा था…इसी बेड पर उसने मिताली की भी सील तोडी थी अआज वो मिताली की सील तोडना चाहता था..लेकिन नयना मिल गई..

थोड़ी देर के बाद नयना मोहित के ऊपर बैठ कर अपनी चूत की खाज मिटने लग गई . अपनी चूत की जकड मे लंड को ले कर उछल -कूद मचने लगी . साथ ही उसके मुह से सिस्कारियां निकल रही थी . मोहित अपने हाथो से उसके चुन्ची पकड़ कर सहला रहा था . नयना उसकी छाती पर हाथ रख कर अपनी चूत ख़ुद ही चुद्वा रही थी . आनंद से मदहोश हो कर चुद्वा रही थी . स्पीड धीरे -धीरे बढ़ कर अपनी चरम प्रीति पर चली गई . फुल फास्ट स्पीड मे चुदवाने से नयना की सिस्कारी बड़बड़ाहट मे बदलने लगी .”

येस .. येस .. क्या मजा आ रहा है .. येस .. येस .. आज पहली बार चूत को मजा मिल रहा है .. ओह्ह .. क्या जन्नत का मजा मिल रहा है .. उफ्फ्फ .. जीजा जी तुम्हारा लंड लाखों मे एक है एक दम लोहे के जैसा सख्त है … उफ़ … मेरी चूत … ह आ ई … मैं …. आह्ह्ह … मेरी चूत का पानी निकलने वाला है .. ओह्ह्ह … क्या हो रहा है मुझे … हाय … मेरी चूत … उफ्फ्फ्फ़ … मेरा पानी निकला … येस .. मेरा पानी निकला … येस … ऊईई … येस … मेरा पानी निकल गया …” ऐसा कह कर नयना उसकी छाती पर गिर कर लम्बी -लम्बी साँसे छोड़ने लगी .

चूत का पानी निकलते हुए वोह अब हलके हलके धक्के मर कर एकदम से निढाल हो गई .लेकिन मोहित ने उसकी चूत को छोड़ा नही . वोह बहुत देर तक चूसता रहा जब तक उसकी जीभ नही थक i गई . नयना की चूत की खाज और ज्यादा बढ़ गई . लेकिन अब वोह अपनी चूत को चटवा कर नही बल्कि असली खेल कर अपनी प्यास बुझ्वाना चाहती थी . उसने अपने हाथ बढ़ा कर मोहित के लंड को अपने हाथ मे लेकर आगे पीछे करने लगी .

जब लंड एकदम मूसल हो गया तो अपनी चूत को उसके मुह से हाथ कर उसके लंड पर बैठ गई मोहित भी चौंक गया..एक कुंवारी लड़की उसके मोटे और लंबे लंड को अन्दर लेने के लिए कितनी तड़प रही थी… मोहित के लंड को और क्या चाहिए . उसका लंड तो चूत का प्यासा था . चूत को देख कर लंड अपनी जगह पर ही उछल -कूद मचाने लगा . मोहित ने अपने हाथ बढ़ा कर अपने लंड के सुपाडे को नयना की चूत के मुह पर रख दिया उसकी चूत इतनी गीली थी की जूस टपक रहा था इसलिए कुछ लगाने की जरुरत ही नही थी…

नयना ने ऊपर से बैठे बैठे अपनी चूत को थोड़ा धक्का दिया तो वो सम्हाल नही पायी और नीचे से मोहित ने धक्का दिया भस.स्.स्.स्.स् की आवाज़ के साथ चूत की सील तोड़ कर लंड अन्दर और नयना के मुह से आह्ह्ह..आः…मर गयी.ई.ई.i.ई.ई.ई.ई.ई..ई निकला..जीजा जी ..फट गई…ई.ई.ई.ई.ई.इमेरी चूत.. मोहित का लंड फर्र र र र करके उसकी चूत मे जा कर फंस गया .

इसी के साथ नयना के मुह से फ़िर से चीख निकल पड़ी . यह चीख दर्द भरी भी थी और साथ ही आनंद से भरी भी थी ..मोहित के लंड से बहकर खून नीचे चादर पर टपक रहा था…इसी बेड पर उसने मिताली की भी सील तोडी थी अआज वो मिताली की सील तोडना चाहता था..लेकिन नयना मिल गई..थोड़ी देर के बाद नयना मोहित के ऊपर बैठ कर अपनी चूत की खाज मिटने लग गई . अपनी चूत की जकड मे लंड को ले कर उछल -कूद मचने लगी . साथ ही उसके मुह से सिस्कारियां निकल रही थी .

मोहित अपने हाथो से उसके चुन्ची पकड़ कर सहला रहा था . नयना उसकी छाती पर हाथ रख कर अपनी चूत ख़ुद ही चुदवारही थी . आनंद से मदहोश हो कर चुद्वा रही थी . स्पीड धीरे -धीरे बढ़ कर अपनी चरम प्रीति पर चली गई . फुल फास्ट स्पीड मे चुदवाने से नयना की सिस्कारी बड़बड़ाहट मे बदलने लगी .”येस .. येस .. क्या मजा आ रहा है .. येस .. येस .. आज पहली बार चूत को मजा मिल रहा है .. ओह्ह .. क्या जन्नत का मजा मिल रहा है .. उफ्फ्फ .. जीजा जी तुम्हारा लंड लाखों मे एक है एक दम लोहे के जैसा सख्त है … उफ़ … मेरी चूत … ह आ ई … मैं …. आह्ह्ह … मेरी चूत का पानी निकलने वाला है ..

ओह्ह्ह … क्या हो रहा है मुझे … हाय … मेरी चूत … उफ्फ्फ्फ़ … मेरा पानी निकला … येस .. मेरा पानी निकला … येस … ऊईई … येस … मेरा पानी निकल गया …” ऐसा कह कर नयना उसकी छाती पर गिर कर लम्बी -लम्बी साँसे छोड़ने लगी . चूत का पानी निकलते हुए वोह अब हलके हलके धक्के मर कर एकदम से निढाल हो गई .मोहित ने अपनी बाँहों मे भरकर उसके होंठों को अपने होंठों से जकड लिया .

थोड़ी देर बड़ जब नयना की धड़कन एकदम सामान्य हुयी तो अपने सरीर से उसे उतरकर अपने बाजु मे सुला लिया और उसके चुन्ची को सहलाता हुआ एक निपल को मुह मे दबा लिया . थोड़ी देर मे दोनों चुन्ची को चूस कर अपनी उंगली से उसकी चूत के दाने को सहलाने लगा . उसकी चूत को सहला कर उसकी चूत की चोदाई की तय्यारी कर रहा था . उसका भूखा लंड अब उसे चोदने को एकदम तैयार था . नयना के मुह से जब सिस्कारी निकलने लगी तो उसे डौगी स्टाइल मे कर उसके नितंबो को अपने हाथ से सहलाने लगा .

उसकी चूत दोनों चुतडो के बीच एकदम से दबी हुई थी . अपने लंड को हाथ मे लेकर उसके चूतडो पर हलके से सहला रहा था .नयना की चूत काफी गरम हो चुकी थी . उससे अब सहा नही जा रहा था . वोह बोल पड़ी , “हाय जीजा जी , क्यों तद्पा रहे हो . लंड हमारी चुदासी चूत को दिखा रहे हो और उसको चूत के अन्दर नही पेल रहे हो . अब जल्दी से अपने मूसल जैसे लंड को चूत मे घुसाओ , प्लीज़ . “


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