समर ने अपनी मा की चूचियों पर हमला कर दिया और एक को दबाने लगा तो दूसरी को मुंह में लेकर चूसने लगा। काम्या का जिस्म मजे से उछलने लगा और उसके मुंह से मस्ती भरी सिसकारियां निकलने लगी।
” आह बेटा चूस ले, खा जा मेरे लाल, जोर जोर से चूस अपनी मा की चूचिया।
समर ने काम्या की चूचियों को पुर मुंह में भर कर चूसना शुर कर दिया तो काम्या नीचे से पूरी ताकत से अपनी चूत लंड पर उछालने लगी । समर का लंड पुरी तरह से सीधा खड़ा हुआ था और चूत पर पूरा दबाव डाल रहा था, काम्या की चूत लंड की रगड़ से पानी पानी हो रही थी।
काम्या से लंड की रगड़ बर्दाश्त नहीं हुई और एक हाथ से लंड को पकड़ कर सीधा पकड़ा और नीचे से अपनी चूत लंड पर उछाली तो लंड का मोटा पहाड़ी टमाटर जैसा सुपाड़ा चूत के अंदर घुस गया।
” आह समर , घुस गया अंदर, हाय मा री कितना मोटा हैं ये ,मेरी चूत चुद जायेगी उफ्फ
समर अपने मुंह को अपनी मा के कान के पास ले गया और बहुत प्यार से बोला:
” कम्मो आज अपनी गांड़ दे दे मुझे, अब बर्दाश्त नहीं होता, ।
काम्या समर की आंखो में देखते हुए उसे अपने ऊपर से हटा देती हैं और अपने होंठो पर जीभ फेरते हुए अपने बेटे के आगे घुटने के बल झुक गई। उफ्फ क्या सेक्सी नजारा था। काम्या की गांड़ और चूत दोनो खुलकर पूरी तरह से समर की आंखो के सामने आ गई।
समर ने देर ना करते हुए अपने दोनो हाथो से पकड़ कर अपनी मा की गांड़ को फैला दिया तो गांड़ का छेद पूरी तरह से खुल कर सामने आ गया। उफ्फ समर तो जैसे मदहोश हो गया क्योंकि गांड़ पर उसका पसंदीदा परफ्यूम लगा हुआ था। उसने सीधे अपने होंठ अपनी मा की गांड़ पर रख दिए और गांड़ से लेकर चूत तक पर एक लम्बी जीभ फिरा दी। काम्या का बदन मस्ती से लहरा उठा। समर ने उसकी गांड़ के छेद को चाटना शुरू कर दिया तो काम्या के मुंह से सिसकाियां निकल पड़ी।
” आह बेटे वहां मत चाट, मान जा गुदगुदी होती हैं मुझे”!!
समर हाथ आगे बढ़ा कर उसकी चूचियों को थाम लेता हैं और दबाते हुए बोलता हैं :
” क्यों अच्छा नहीं लग रहा क्या मा” ,
ऐसा कहकर अपनी जीभ को अच्छे से उसकी गांड़ पर रगड़ देता है।
काम्या को ऐसा मस्त एहसास ज़िन्दगी में नहीं हुआ था इसलिए उसका मुंह मस्ती से खुल गया।
” आह हाय, अच्छा तो लग रहा है, उफ्फ चाट ले अब तो ऐसे ही मुझे मजे दे मेरे बेटे।
समर अपनी जीभ को आगे से झुका कर उसके छेद में घुसाने लगता है तो काम्या मस्ती से बिफर उठी। उसने अपनी गांड़ को अपने बेटे के मुंह पर रगड़ना शुरू किया तो समर भी उसका साथ देते हुए अपनी जीभ की स्पीड बढ़ाने लगा।antarvasna sex story
जैसे ही जीभ थोड़ी सी अंदर घुसी तो काम्या से बर्दाश्त नहीं हुआ और उसने समर को अपने उपर चढ़ जाने का इशारा कर दिया तो समर ने बेड पर पड़ी हुई सॉफ्ट जेल क्रीम उठाई और काम्या में खुद अपने हाथ से क्रीम निकाल कर अपने बेटे के लंड को पूरा चिकना कर दिया। समर ने भी अब ट्यूब का मुंह अपनी मा के गांड़ के छेद पर लगा कर पूरी तने को खाली कर दिया अच्छे से उसकी गांड़ को चिकना कर दिया और उसकी टांगों के बीच में आ गया । उफ्फ काम्या के मुंह के ठीक सामने केक रखा हुआ था जिस में एक चाकू उपर रख हुआ था। काम्या ने चाकू को अपने हाथ में पकड़ लिया और अपनी गांड़ को अपने बेटे के लंड पर सटा दिया। काम्या को लंड का सुपाड़ा आज ज्यादा जी मोटा तगड़ा लग रहा था क्योंकि गांड़ का छेद चूत के मुकाबले बहुत छोटा था। काम्या की गांड़ का पुर छेद लंड के सुपाड़े ने ढक दिया था। काम्या की गांड़ के ठीक सामने उसका ड्रेसिंग टेबल लगा हुआ था जिससे उसे सब कुछ साफ़ नजर आ रहा था। काम्या ने समर को इशारे से समझा दिया कि वो गांड़ पर धक्का ना लगाए वो धीरे धीरे खुद लंड घुसा लेगी।
समर अपनी मा की बात मान गया और अपने दोनो हाथों से गांड़ को पूरी तरह से चौड़ा कर दिया तो गांड़ के छेद खुल और बंद हो रहा था। समर ने धीरे से अपने एक उंगली को अपनी मा की चूत में घुसा दिया और अंदर बाहर करने लगा। काम्या की प्यास भड़क उठी और उसने शीशे में देखते हुए अपनी गांड़ के छेद को बाहर की तरफ खोल दिया और अपनी गांड़ का दबाव लंड पर बढ़ा दिया तो लंड ने गांड़ को फैलाना शुरू कर दिया तो काम्या को दर्द महसूस होने लगा।
समर ने भी अपने लंड पर हल्का सा दबाव बढ़ा दिया और काम्या ने भी अपने दांत भींचते हुए गांड़ का दबाव थोड़ा और ज्यादा बढ़ाया तो गांड़ के छेद पूरी तरह से खुलने लगा और आधा सुपाड़ा गांड़ में घुस गया तो काम्या के होंठो से दर्द भरी आह निकल पड़ी और उसने चाकू का दबाव केक पर बढ़ा दिया तो चाकू धीरे धीरे केक में घुसने लगा। काम्या का पूरा बदन दर्द के मारे ऐंठ रहा था , उसके चेहरे पर दर्द भरी लकीरें उभर आई और और जबड़े भींच गए। उसने फिर से दर्द को बर्दाश्त करते हुए गांड़ का दबाव थोड़ा और लंड पर बढ़ाया तो पुट की आवाज के साथ गांड़ का छेद खुल गया और लंड का सुपाड़ा पूरा अन्दर घुस गया और इसके साथ ही काम्या के हाथ में थमा चाकू थोड़ा और केक में घुस गया
। काम्या के होंठो से एक दर्द भरी आह निकल पड़ी
” आह, मर गई मा री, टोपा घुस गया मेरी गांड़ में हाय राम, मर जाऊंगी मैं दर्द से।
समर ने अपनी उंगली को उसकी चूत कि क्लिट पर रगड़ना शुरू किया और दूसरे हाथ से उसकी कमर को सहलाते हुए उसकी पीठ चूमने लगा।
काम्या का चेहरा पूरा पसीने से भीग चुका था उस अब कुछ आराम मिला तो उसने देखा कि उसकी गांड़ का छेद पूरी तरह से फैल गया था। उसे दर्द में भी खुशी हुई कि उसकी गांड़ में मोटा तगड़ा सुपाड़ा अन्दर घुसा लिया था।
उसने अपनी आंखे समर की आंखो से मिला दी तो दोनो मा बेटे एक साथ मुस्कुरा दिए। फिर से काम्या ने अपनी गांड़ का दबाव लंड पर थोड़ा और बढ़ाया तो लंड एक इंच और अंदर घुस गया। काम्या की गांड़ की मांसपेशिया पूरी तरह से लंड पर कसी हुई थी मानो उसका रास्ता रोक रही हो। दोनो मा बेटे उस अद्भुत एहसास से बहुत ही सुखद महसूस कर रहे थे। समर को लग रहा था कि जैसे उसका लंड किसी जलती हुई भट्टी में घुस रहा हैं। उससे बर्दाश्त नहीं हुआ तो अपने अपने लंड का दबाव जैसे ही बढ़ाया तो काम्या को तेज दर्द हुए और इसके हाथ से लंड को आगे बढ़ने से रोक दिया। समर तड़प उठा तो काम्या ने उसे प्यार से इशारा किया कि थोड़ा सब्र करे
समर:” मा घुसा लेने दो मुझे,, मेरे लंड में दर्द हो रहा है , उफ्फ ऐसा लगता हैं जैसे फट जाएगा।”!
काम्या ने अपने बेटे के लंड पर गांड़ का दबाव बढ़ाते हुए कहा:
” थोड़ा सा और सब्र कर, कहीं ऐसा ना हो कि मैं दर्द के मारे उस दिन की तरह बेहोश ना हो जाऊ।
समर को अपनी गलती का एहसास हुआ और उसने अपनी मा की पीठ चूमकर जता दिया कि वो ऐसी गलती नहीं करेगा। काम्या खुश हो गई और उसने फिर से अपनी गांड़ का दबाव थोड़ा सा और बढ़ाया तो एक इंच और घुस गया और लंड की पहली गांठ गांड़ पर आ लगी। लंड के घुसते ही काम्या के हाथ का दबाव चाकू पर पड़ा और वो भी थोड़ा सा और अंदर केक में घुस गया। दोनो मा बेटे तड़प रहे थे क्योंकि काम्या का लंड घुसने के कारण दर्द हो रहा था तो काम्या की बिल्कुल टाइट गांड़ ने समर के लंड को पूरी तरह से कस रखा था। समर ने अपनी मा की चूची पकड़ ली और निप्पल को मसलने लगा और दूसरी उंगली से उसकी चूत कि क्लीट रगड़ रहा था। काम्या ने एक बार अपने बेटे की तरफ देखा और उसने समर को लंड का दबाव बढ़ाने का इशारा किया और खुद भी अपनी गांड़ लंड पर धकेल दी तो गांड़ पर दबाव पड़ने का कारण उसका छेद खुल गया और पहली गांठ के साथ दो इंच लंड और घुस गया तो काम्या ने दर्द से कराहते हुए चाकू को केक में घुसा दिया। उफ्फ काम्या को अब बहुत तेज दर्द हो रहा था ऐसा लग रहा था मानो उसकी गांड़ चिर रही हैं । उसकी आंखों से आंसू टपक रहे थे इसलिए उसने अपना चेहरा झुका कर ही रखा क्योंकि वो नहीं चाहती थी कि उसका बेटा उसके आंसू देखे। समर ने शीशे में अपने मा के आंसू देख लिए और प्यार से उसकी पीठ पर सहलाने लगा, चूमने चाटने लगा और दो उंगलियां अपनी मा की चूत में घुसा दी और अंदर बाहर करने लगा।
थोड़ी देर बाद काम्या का दर्द कम हुआ तो उसने बेडशीट पर अपना चेहरा साफ किया और प्यार से अपने बेटे की तरफ देखते हुए उसे इशारा किया और खुद भी अपनी गांड़ का दबाव बढ़ाया तो लंड गांड़ के हल्का सा खोल दीया लेकिन अंदर नहीं घुस पाया तो दोनो मा बेटे एक साथ तड़प उठे।
काम्या ने फिर से थोड़ा ज्यादा दबाव बढ़ाया तो लंड फिर से अंदर नहीं घुस पाया क्योंकि आखिर मोटी गांठ रुकावट डाल रही थी। काम्या ने अपने बेटे की आंखो में देखते हुए अपने मुझ से थूक निकाल कर लंड की मोटी गांठ पर लगा दिया और बोली:
” आह उफ़ घुस नहीं पायेगी तेरी कम्मो से ये, बहुत ज्यादा मोटी हैं तू खुद ही अपने तरीके से घुसा दे” हाय अब घुसा दे पूरा कम्मो की गांड़ में लंड “!!
ऐसा कहकर कम्मो ने अपने दर्द सहने के लिए अपने होंठ भींच लिया तो समर ने पूरी ताकत से अपने लंड को थोड़ा सा पीछे खींचा और एक खूंखार धक्का अपनी मा की गांड़ में लगा दिया तो लंड गांड़ को पुर फाड़ते हुए अंदर जड़ तक घुस गया।
ही लंड अंदर घुसा तो काम्या की दर्द भरी चींखं पूरे घर में गूंज गई
” आह मर गई मेरी मा बचा ले है भगवान, आह नहीं, सआईआई उफ्फ फट गई तेरी कम्मो की गांड़” !!
और उसने चाकू को केक में पूरा घुसा दिया और चाकू से केक की धज्जियां उड़ाने लगी। गांड़ ने लंड को इस कदर कस लिया था मानो वो उसका ही कोई हिस्सा हो। गांड़ की कसावट का असर ये हुआ कि समर के लंड में दर्द होने लगा। समर ने अपनी मा की चूत में दोनो उंगलियां जड़ तक घुसा दी और अंदर से उसकी चूत की दीवारें सहलाने लगा और काम्या की कमर पर किस की बरसात सी कर दी। काम्या को सुकून मिला तो उसने थोड़ा सा केक हाथ में लिया और समर की तरफ बढ़ा दिया तो समर ने आगे बढ़कर काम्या के होंठो से लगा दिया और बोला:
” गांड़ उदघाटन का केक मुबारक हो मेरी मा”
दर्द में भी कम्या के होंठो पर स्माइल आ गई और उसने थोड़ा सा केक खाया और फिर समर की तरफ बढ़ा दिया तो समर ने केक अपने हाथ से पकड़ खाने लगा तो दोनो मा बेटे एक साथ मुस्कुरा उठे।
काम्या:”समर अब कर ले अपनी मनमानी , जैसे तेरा मन करे मैं नहीं रोकूंगी तुझे ,
समर ने पूरी ताकत से लंड को बाहर की तरफ खींचा तो लंड बड़ी मुश्किल से बाहर निकला मानो अंदर फस सा गया हो और फिर उसके पूरा लंड लंड बाहर निकाल कर एक तगड़े धक्के में पूरा अन्दर घुसा दिया । काम्या फिर से दर्द से तड़प उठी और उसका मुंह से सिसकियां निकलने लगी।
” आह मा मर गई , थोड़ा प्यार से चोद , बहुत दर्द हैं अभी मेरी गांड़ में समर”!!समर ने अपनी मा की बात मानते हुए आधे लंड को बाहर निकाल कर हल्के हल्के धक्के लगाने शुरू कर दिए तो काम्या की गांड़ धीरे धीरे लंड के हिसाब से खुलने लगी । काम्या को हल्का हल्का मजा आने लगा लेकिन दर्द अभी भी बहुत था जिसे वो बड़ी मुश्किल से बर्दाश्त कर रही थी।
समर काम्या की चूत में उंगलियां अंदर बाहर करने लगा तो काम्या को मजा आने लगा और वो अपनी चूत उंगलियों पर आगे पीछे करने लगी। गांड़ भी अपने आप ही लंड पर दबाव बढ़ाने लगीं तो समर का उत्साह बढ़ गया और उसके जोर जोर से अपनी मा की गांड़ को फाड़ना शुरू कर दिया।
” आह बेटा, थोड़ा प्यार से मार मेरी गांड़ , दर्द होता हैं तेरी कम्मो को बहुत”!!
समर तो जैसे अब कुछ सुनने के मूड में ही नहीं था उसने पूरी ताकत से अपनी मा की गांड़ को मारना शुरू कर दिया। हर धक्के पर दोनो गांठ अंदर बाहर हो रही थीं जिससे गांड़ पर पूरी रगड़ पड़ रही थी। कुछ धक्कों के बाद ही काम्या की गांड़ लंड के हिसाब से एडजस्ट हो गई और दर्द की जगह मजे ने ले ली तो काम्या के मुंह से मस्ती भरी सिसकारियां निकलने लगी antarvasna sex story
“आह समर, मार मेरी गांड़ , उफ्फ मा चूत से भी ज्यादा मजा आ रहा है , है भगवान उफ्फ और मार जोर जोर से मार अपनी कम्मो मा की गांड़”!!
काम्या ने पूरी ताकत से अपनी गांड़ समर के लंड पर धकेलने शुरू कर दी तो धक्के में पूरी तेजी आ गई और समर ने काम्या के बाल पकड़कर जोर जोर से धक्के मारने शुरू कर दिए तो काम्या को दिन में ही तारे नजर आने लगे, हर धक्के पर उसे जन्नत का नजारा दिख रहा था। वो केक को चाकू से पहली की तरह काट रही थी। उसकी जोरदार सिसकियां पूरे घर में गूंज रही थी।
” हाय। एसआईआईआईआई उफ्फ मार ली तूने मेरी गांड़ भी, मार और जोर से मार, उफ्फ हआय्य मा मेरी गांड़ री””!!
समर एक पागल सांड की तरह कम्मो की गांड़ मारने लगा और टाइट गांड़ का असर लंड पर होने लगा तो समर की स्पीड और तेज हो गई , तभी समर को लगा कि उसका लंड फट रहा है तो उसने पूरा लंड बाहर निकाल कर एक तगड़ा धक्का अपनी मा की गांड़ में लगा दिया और लंड जड़ तक घुसा दिया। इसके साथ ही समर के लंड ने अपने वीर्य की पिचकारी कम्मो की गांड़ में मारने शुरु कर दी
” आह मेरी कम्मो, गया मैं तो मेरी मा , हाय उफ्फ कम्मो कम्मो कम्मो मेरी कम्मो मा मा!
वीर्य की पिचकारी पड़ते ही काम्या की चूत ने भी रस बहा दिया तो काम्या का मुंह भी मजे से खुल गया।
” हाय आह आरआईआईआई सआईआईआईआईआई उफ्फ गई मेरी चूत भी, मर गई मेरी गांड़ मेरे लाल आह गांड़ उफ्फ मेरी गांड़!!
जैसे ही वीर्य की आखिरी पिचकारी निकली तो समर अपनी मा की कमर पर ही गिर पड़ा तो काम्या ने उसे पकड़ कर अपने उपर खीचं लिया और दोनो मा बेटे चिपकते चले हुए।
थोड़ी देर बाद काम्या का दर्द कम हुआ तो उसने बेडशीट पर अपना चेहरा साफ किया और प्यार से अपने बेटे की तरफ देखते हुए उसे इशारा किया और खुद भी अपनी गांड़ का दबाव बढ़ाया तो लंड गांड़ के हल्का सा खोल दीया लेकिन अंदर नहीं घुस पाया तो दोनो मा बेटे एक साथ तड़प उठे।
काम्या ने फिर से थोड़ा ज्यादा दबाव बढ़ाया तो लंड फिर से अंदर नहीं घुस पाया क्योंकि आखिर मोटी गांठ रुकावट डाल रही थी। काम्या ने अपने बेटे की आंखो में देखते हुए अपने मुझ से थूक निकाल कर लंड की मोटी गांठ पर लगा दिया और बोली:
” आह उफ़ घुस नहीं पायेगी तेरी कम्मो से ये, बहुत ज्यादा मोटी हैं तू खुद ही अपने तरीके से घुसा दे” हाय अब घुसा दे पूरा कम्मो की गांड़ में लंड “!!
ऐसा कहकर कम्मो ने अपने दर्द सहने के लिए अपने होंठ भींच लिया तो समर ने पूरी ताकत से अपने लंड को थोड़ा सा पीछे खींचा और एक खूंखार धक्का अपनी मा की गांड़ में लगा दिया तो लंड गांड़ को पुर फाड़ते हुए अंदर जड़ तक घुस गया।
ही लंड अंदर घुसा तो काम्या की दर्द भरी चींखं पूरे घर में गूंज गई
” आह मर गई मेरी मा बचा ले है भगवान, आह नहीं, सआईआई उफ्फ फट गई तेरी कम्मो की गांड़” !!
और उसने चाकू को केक में पूरा घुसा दिया और चाकू से केक की धज्जियां उड़ाने लगी। गांड़ ने लंड को इस कदर कस लिया था मानो वो उसका ही कोई हिस्सा हो। गांड़ की कसावट का असर ये हुआ कि समर के लंड में दर्द होने लगा। समर ने अपनी मा की चूत में दोनो उंगलियां जड़ तक घुसा दी और अंदर से उसकी चूत की दीवारें सहलाने लगा और काम्या की कमर पर किस की बरसात सी कर दी। काम्या को सुकून मिला तो उसने थोड़ा सा केक हाथ में लिया और समर की तरफ बढ़ा दिया तो समर ने आगे बढ़कर काम्या के होंठो से लगा दिया और बोला:
” गांड़ उदघाटन का केक मुबारक हो मेरी मा”
दर्द में भी कम्या के होंठो पर स्माइल आ गई और उसने थोड़ा सा केक खाया और फिर समर की तरफ बढ़ा दिया तो समर ने केक अपने हाथ से पकड़ खाने लगा तो दोनो मा बेटे एक साथ मुस्कुरा उठे।
काम्या:”समर अब कर ले अपनी मनमानी , जैसे तेरा मन करे मैं नहीं रोकूंगी तुझे ,
समर ने पूरी ताकत से लंड को बाहर की तरफ खींचा तो लंड बड़ी मुश्किल से बाहर निकला मानो अंदर फस सा गया हो और फिर उसके पूरा लंड लंड बाहर निकाल कर एक तगड़े धक्के में पूरा अन्दर घुसा दिया । काम्या फिर से दर्द से तड़प उठी और उसका मुंह से सिसकियां निकलने लगी।
” आह मा मर गई , थोड़ा प्यार से चोद , बहुत दर्द हैं अभी मेरी गांड़ में समर”!!
समर ने अपनी मा की बात मानते हुए आधे लंड को बाहर निकाल कर हल्के हल्के धक्के लगाने शुरू कर दिए तो काम्या की गांड़ धीरे धीरे लंड के हिसाब से खुलने लगी । काम्या को हल्का हल्का मजा आने लगा लेकिन दर्द अभी भी बहुत था जिसे वो बड़ी मुश्किल से बर्दाश्त कर रही थी।
समर काम्या की चूत में उंगलियां अंदर बाहर करने लगा तो काम्या को मजा आने लगा और वो अपनी चूत उंगलियों पर आगे पीछे करने लगी। गांड़ भी अपने आप ही लंड पर दबाव बढ़ाने लगीं तो समर का उत्साह बढ़ गया और उसके जोर जोर से अपनी मा की गांड़ को फाड़ना शुरू कर दिया।
” आह बेटा, थोड़ा प्यार से मार मेरी गांड़ , दर्द होता हैं तेरी कम्मो को बहुत”!!
समर तो जैसे अब कुछ सुनने के मूड में ही नहीं था उसने पूरी ताकत से अपनी मा की गांड़ को मारना शुरू कर दिया। हर धक्के पर दोनो गांठ अंदर बाहर हो रही थीं जिससे गांड़ पर पूरी रगड़ पड़ रही थी। कुछ धक्कों के बाद ही काम्या की गांड़ लंड के हिसाब से एडजस्ट हो गई और दर्द की जगह मजे ने ले ली तो काम्या के मुंह से मस्ती भरी सिसकारियां निकलने लगी
“आह समर, मार मेरी गांड़ , उफ्फ मा चूत से भी ज्यादा मजा आ रहा है , है भगवान उफ्फ और मार जोर जोर से मार अपनी कम्मो मा की गांड़”!!
Aise hi aur bhi family indian sex stories ke liye padhte rahiye indian incest stories