ये विचार मन में आते ही एक फ्रेश होने के लिए बाथरूम में घुस गई और अच्छे से नहाकर अपनी गांड़ के छेद को बाथरूम में लगे शीशे में देख कर निहारने के। उफ्फ कितना छोटा सा हैं ये ,एक दम पूरी तरह टाइट हैं,
उसने दोनो हाथो से अपने चूतड़ों को अच्छे से फैलाया तो गांड़ पूरी तरह से खुल गई। उसने एक उंगली को अपनी गांड़ के छेद पर फिराना शुरू किया तो उसे अजीब सा मज़ा आने लगा, गांड़ का भुरा छेद बंद और खुलने लगा।
तभी उसने अपनी सबसे छोटी उंगली को मुंह में भर कर अच्छे से गीला किया और अपनी गांड़ के छेद पर रगड़ने लगी। उसने शीशे में एक बार अपनी आंखों में देखा तो उसके होंठो पर स्माइल आ गई और उसने उंगली का दबाव अपनी गांड़ पर बढ़ा दिया तो उंगली गांड़ की मांसपेशियों को खोलने लगी तो उसके मुंह से मस्ती भरी सिसकारियां निकल पड़ी। उसने थोड़ा सा ज्यादा दबाव बढ़ाया तो उसकी गांड़ में दर्द का एहसास हुआ तो उसने अपनी उंगली पर दबाव कम कर दिया।
कैसे घूसेगा इतना मोटा लंड जब उंगली ही नहीं घुस पा रही है। तभी उसके मन में एक विचार आया और उसने अपने मुंह से ढेर सारा थूक निकाल कर उंगली को फिर से गीला किया और अपनी गांड़ के छेद पर रख दिया। उसने अपनी गांड़ की मांसपेशियों को बाहर की तरफ खोला तो उसकी गांड़ का छल्ला खुलता चला गया और उंगली अपने बाप अंदर घुसने लगी। काम्या को दर्द हो रहा था लेकिन उंगली की रगड़ गांड़ की मांसपेशियों को अच्छे से रगड़ रही थी जिस कारण मजा बहुत
आ रहा था। हल्का सा और दबाव डालते ही पूरी उंगली अंदर घुस गई और उसने अपनी गांड़ को कस दिया जिससे उंगली अंदर भींच गई । इस मस्त एहसास से उसके मुंह से आह निकल पड़ी
” आह, उफ्फ हाय पूरी उंगली घुस गई मेरी गांड़ में , अच्छा लग रहा है हाय मा री।
तभी उसके मन में सॉफ्ट जेल क्रीम का विचार आया तो वो अपनी गांड़ में उंगली घुसाए हुए ही समर के बेडरूम में आ गई जो अभी तक सोया हुए पड़ा था। समर का लंड पुरी तरह से तन कर हवा में लहरा रहा था जिसे देखकर आज पहली बार काम्या की गांड़ में हलचल हुई।
उसने लंड को देखते हुए बेड की दराज से सॉफ्ट जेल क्रीम निकाली और अपनी गांड़ को अच्छे से फैलाकर ट्यूब का मुंह अपनी गांड़ में घुसा कर ट्यूब पर दबाव बढ़ा दिया जिस कारण सॉफ्ट जेल क्रीम उसकी गांड़ में भर गई।
काम्या ने ट्यूब की एक तरफ रख दिया और फिर से एक उंगली को अपनी गांड़ में लंड को देखते हुए घुसाने लगी। काम्या पूरी तरह से बेशर्म हो चुकी थी उसे कोई शर्म नहीं थी।
गांड़ में उंगली घुसा कर उसने अच्छे से क्रीम को गांड़ के अंदर तक लगा दिया ताकि उसकी गांड़ की मांसपेशिया थोड़ी नरम पड़ जाए।उसके बाद उसने अपनी उंगली को गांड़ से बाहर निकाल लिया और उंगली पर लगी क्रीम समर के लंड पर चुपद दी। ऐसा करते हुए उसकी गांड़ अपने आप खुल बंद होने लगी मानो काम्या जी को बता रही हो कि मैं लंड लेने के लिए तैयार हूं।
फिर काम्या ने अपने मुंह से ढेर सारा थूक निकाल कर अपने बेटे के लंड को पूरा जड़ तक चिकना कर दिया और उसकी कमर के दोनो और अपनी टांगे करके बैठ गई । गांड़ का छेद ठीक लंड के सुपाड़े पर था। उसने अपने आपको आने वाले दर्द के लिए तैयार किया और धीरे धीरे लंड पर दबाव डालने लगी और दोनो हाथो से अपनी गांड़ के छेद को पूरा फैला दिया। काम्या ने अपनी गांड़ को बाहर की तरफ खोला तो सुपाड़ा हल्का सा अंदर घुसने लग लगा जिस कारण दर्द की एक तेज लहर काम्या के जिस्म में दौड़ गई। काम्या समझ गई कि अभी उसकी गांड़ पूरी तरह से लंड लेने के लिए तैयार नहीं है।
काम्या की चूत पुरी तरह से गीली होकर टपक रही थी। उसने एक बार थूक से अपनी चूत को अच्छे से गीला किया और लंड को चूत के छेद पर सेट करके एक ही झटके में लंड पर बैठ गई। लंड पुरा जड़ तक काम्या की चूत में घुस गया और काम्या के मुंह से फिर से दर्द भरी सिसकारियां निकलने लगी।
“आह घुस गया मेरी चूत में लंड, उफ्फ गांड़ में क्यों नहीं घुस जाता ऐसे ही हाय, मेरी चूत अब फिर से चुदेगी।
लंड चूत में घुसते ही समर की आंख खुल गई और उसने काम्या की चूचियों को दबाना शुरू कर दिया।चूचियों पर अपने बेटे का हाथ पड़ते ही काम्या जोश में आ गई और लंड पर उछलने लगी जिससे उसकी गांड़ पूरी तरह से उछल रही थी और गांड़ की मांसपेशियों पर लगी सॉफ्ट जेल क्रीम गांड़ को अंदर से और ज्यादा चिकना कर रही थी। चूत में लंड पुरी स्पीड से अंदर बाहर हो रहा था , मजे से काम्या की आंखे बंद हो गई थी।
चुदाइ का दूसरा रूप compleet antarvasna sex story