जैसे ही सांसे नॉर्मल हुई किस फिर से शुरु हो गया। उसके बाद करण ने अपनी बेटी की गर्दन को अपनी जीभ से पूरी लंबाई से चाटना शुरु कर दिया तो रमय्या ने जोश में आकर अपने दोनों हाथों से अपने बाप की कमर को सहलाना शुरु कर दिया । राम्या और करण दोनो अपने पैरो की उंगलियां एक दूसरे से रगड़ने लगे और उन्हें सहला रहे थे।
राम्या अपने जिस्म को पूरी तरह से अपने बाप के हवाले कर चुकी थी और करण अपनी मर्जी से उसके जिस्म को प्यार कर रहा था।
करण ने अब अपने मुंह को नीचे लाते हुए राम्या की दोनो चूचियों को जी भर कर देखा तो एक नेट वाली लिंगरी में से साफ़ दिख रही थी। राम्या की चूचियां एक दम ठोस और गोल गोल थी , उफ्फ क्या कमाल की चूचियां थी राम्या की, ऐसी तो उसकी मा काम्या की भी अपनी जवानी में नहीं थी। करण ने जैसे ही उसकी चूची पर हाथ फेरा तो राम्या का जिस्म सुलग उठा और उसकी चूत से रस टपकना शुरू हो गया।
करण ने उसकी चूचियों को अपने दोनो हाथों से ढक दिया और सहलाना शुरू कर दिया। राम्या के जिस्म में मस्ती की तरंगे दौड़ने लगी। करण ने अपने हाथो का दबाव उसकी चूचियों पर बढ़ा दिया और जोर जोर से दबाने लगा तो राम्या को एक मीठे मीठे दर्द की अनुभूति होने लगी।
राम्या ने अपनी चूचियों को थोड़ा और ज्यादा उभार दिया जिससे वो करण के हाथो में और ज्यादा भर गई और उसने राम्या की सपोर्ट मिलते ही चूचियों को और जोर से दबाना शुरु कर दिया और फिर अपनी जीभ निकाल कर उसकी एक चूची पर फेर दी। उफ्फ राम्या की दोनो चूचिया अपने नेट के कपडे में कैद थी । कहीं पर जीभ का एहसास हुआ तो कहीं पर नहीं हुआ । ये राम्या के लिए बिल्कुल नया एहसास था। करण लिंगरी के उपर से उसकी चूचियां चूसने लगा। antarvasna sex story
राम्या की मजे से आंखे बंद हो गई और उसने अपने बाप के सिर को अपनी चूची पर दबाना शुरू कर दिया। करण ऐसे ही उसकी चूची चूसता रहा।
करण का लंड पुरी तरह से खड़ा हो चुका था और अपने बेटी की चूत पर लगा हुआ था मानो चूत को आगे होने वाली चुदाई के बारे में समझा रहा हो।
करण ने अब अपनी बेटी के पेट को अपनी जीभ से चाटना शुरु कर दिया अपने दोनो हाथों से फिर से उसकी चूचियां दबाने लगा। रम्या अब अपने होश में नहीं थी , वो अपने बाप की हर हरकत पर मजे से झूम रही थी।
फिर करण ने अपनी बेटी की जांघो को चूमना शुरू कर दिया तो राम्या का बदन हवा में लहराने लगा। फिर समर ने अपनी बेटी की दोनो टांगो को पूरा फैला दिया और अपने नजरे उसकी चूत पर चिपका दी।
हल्की गुलाबी रंग की उसकी चूत जिसमें से रस टपक रहा था और चूत के दोनो लिप्स आपस में पूरी तरह से चिपके हुए थे। करण ने अपनी बार इतनी कसी हुई और खूबसूरत चूत देखी थी।
समर की उंगलियोंअपने आप ही उसकी नाजुक चूत को सहलाने लगी तो राम्या की चूत ने अपने रस की कुछ बूंदे बहाकर अपने बाप का अभिवादन स्वीकार किया। ।
अब करण का धैर्य भी जवाब दे गया । वो उठा और एक झटके के साथ अपने सारे कपड़े उतार कर पूरा नंगा हो गया तो उसका लंड पूरी तरह से तन कर राम्या की आंखो के आगे लहरा गया। उसका लंड कोई दो इंच मोटा और सात इंच लम्बा था।
उफ्फ लंड की लम्बाई और चौड़ाई देख कर राम्या के बदन में सिरहन सी दौड़ गई। उसने रहम भरी नजरो से अपनी चूत की तरफ देखा मानो उसे आने वाले मुसीबत के लिए तसल्ली दे रही हो।
करण ने राम्या की लिंगरी को उसकी आंखो में देखते हुए उतार दिया और अपनी बेटी को पूरी तरह से नंगा कर दिया
। नंगा होते ही राम्या का चेहरे शर्म से लाल हो गया और उसकी नजरे झुक गई। सांसे बहुत तेज होती चली गई जिस कारण उसकी चूचियां उछालने लगी।
करण अब राम्या उपर चढ़ गया और फिर से उसके रसीले होंठों को चूसने लगा। राम्या भी अपने बाप का साथ देने लगी। अब राम्या की नंगी चूचियां करण के सीने में चुभ रही थी और उसका लंड राम्या की चूत पर रगड़ खा रहा था। करण अपने लंड को आगे पीछे करते हुए चूत पर रगड़ रहा था जिस करण चूत और ज्यादा रस छोड़ रही थी। राम्या भी अपनी चूत लंड पर रगड़ रही थी जिससे दोनो के प्रयास के कारण रगड़ ज्यादा तेज हो रही थी।
अब समर ने राम्या की नंगी चूचियो को हाथो में थाम लिया और दबाने लगा तो राम्या को तीखा तीखा मीठा मीठा दर्द महसूस होने लगा । तभी करण ने अपनी जीभ निकाल कर उसके एक निप्पल पर फिराई तो राम्या के मुंह से आह निकल पड़ी।
” आह पापा, जान लोगे क्या अपनी मॉडल साहिबा की , हाय मा री ।”
फिर करण ने उसकी एक चूची को मुंह में भर लिया और चूसने लगा
। राम्या आपे से बाहर होने लगी मजे के कारण और उसने जोर जोर से अपनी चूत लंड पर दबानी शुरू कर दी जिससे लंड का सुपाड़ा हर बार चूत पर पहले से ज्यादा दबाव डाल रहा था।
करण ने उसकी पूरी चूची को चूसने में भर लिया और जोर जोर से चूसने लगा तो मजा बढ़ जाने के कारण राम्या का मुंह खुलता चला गया।
” आह पापा चूस लो अपनी बेटी की चूचियां। हाय मा री , उफ्फ पापा आपकी जीभ कितनी अच्छा हैं” आह बस मेरी चूची कितना मजा हैं,”
अपनी बेटी की सिसकियां सुनकर वो जोर जोर से उसकी चूचियां चूस रहा था और धीरे से एक हाथ से राम्या की चूत को सहलाना शुरू कर दिया। राम्या का जिस्म हवा में लहराने लगा और उसने अपने बाप के लंड को पकड़ लिया और जोर जोर से अपनी चूत पर दबाने लगी।
” आह पापा अब मत तरसाओ मुझे , आ जाओ मेरे उपर चढ़ जाओ मेरी चूत पर “!
राम्या पूरी तरह से मदहोश हो चुकी थी। जो मन में सा रहा था वो बोलती जा रही थी। करण ने अब उसकी दूसरी चूची को चूसना शुरू कर दिया तो मजे के कारण राम्या की आंखे बंद हो गई और उसने जोर जोर से लंड को अपनी चूत के छेद पर दबाना शुरू कर दिया जिस कारण लंड का दबाव पूरी तरह से चूत पर पड़ने लगा और उसकी पंखुड़ियां हल्की हल्की सी खुलने लगी। राम्या को एक मीठे मीठे दर्द का एहसास होने लगा ।
उसकी चूचियों को जी भर कर चूसने के बाद जैसे ही करण उसकी चूत की तरफ जाने लगा तो लंड चूत पर से हट गया जिससे राम्या को बुरा लगा और उसने फिर से अपने बाप को अपने उपर खींच लिया जिससे लंड फिर से चूत पर अड गया।
करण लंड के सुपाड़े से अपनी बेटी की चूत को सहलाने लगा। राम्या से अब बर्दाश्त नहीं हो रहा था इसलिए उसने एक हाथ से पकड़ कर लंड को चूत के छेद पर लगा दिया और नीचे से अपनी चूत लंड पर उछाल दी तो एक झटके के साथ करण का मोटा सुपाड़ा उसकी चूत में जा घुसा।
सुपाड़े के घुसते ही राम्या की चूत के होंठ फैल कर फट से गए और उसके मुंह से एक दर्द भारी सिसकी निकल पड़ी।
” हाय मा री, मर गई री, बहुत मोटा है पापा आपका लंड ” हाय दर्द हो रहा है मेरी चूत में। ये पूरा नहीं घुस पाएगा। “
करण से अपनी बेटी का दर्द बर्दाश्त नहीं हुआ और उसने अपने सुपाड़े को बाहर निकाल लिया तो वो चूत की दीवारों को रगड़ते हुए बाहर निकल गया।
राम्या ने शिकायती नजरों से अपने बाप की तरफ देखा तो करण ने आगे बढ़कर उसके गाल चूम लिए और उसके कान में बोला: ” थोड़ा सब्र करो मेरी जान, जल्दी ही पूरा लंड तुम्हारी चूत में होगा। पहले बस एक बार चूत चूस कर चिकनी कर लेने दो।
अपने बाप के मुंह से पूरा लंड चूत में होने की बात सुनकर डर के मारे राम्या की चूत फूलने पिचकने लगी, हाय भगवान कैसे घुसेगा ये सांड जैसा लंड उसकी नाजुक सी चूत में ये विचार मन में आते ही उसकी कंपकपी छुट गई।
करण उसकी जांघो के बीच में आ गया और राम्या ने खुद ही अपनी टांगो को पूरा खोल दिया ताकि उसका बाप अच्छे से उसकी चूत चूस सके। करण ने चूत को दोनो हाथों से फैलाया और उपर नीचे तक उसकी चूत पर अपनी जीभ निकाल कर फिराई। राम्या की सिसकी निकल पड़ी। उसने अपने बाप का मुंह पकड़कर अपनी चूत से चिपका दिया
। करण ने जीभ से अपनी बेटी की चूत को चाटना शुरू कर दिया तो रम्या का पूरा बदन उछलने लगा और वो किसी घोड़ी की तरह दुल्लती मारने लगी।
करण ने अपने जिस्म से उसके पूरे जिस्म को अच्छे से दबा दिया और उसकी चूत में अपनी जीभ अंदर घुसा दी और चूत की दीवारों को जोर जोर से चूसना शुरू कर दिया। करण चुदाई के इस मौके को अपनी बेटी के लिए यादगार बना देना चाहता था।इसलिए उसने अपनी पूरी जीभ अंदर घुसा दी और चूत को अंदर तक चूसने लगा जिस कारण मजे से राम्या का मुंह खुल गया।
,” आह पापा कितना मज़ा आ रहा है, हाय मेरी चूत , और चूसो मेरे पापा , ऐसे ही जोर जोर से चूस लो, खा जाओ अपनी बेटी की चूत आज , हाय चूत री।
राम्या की चूत अब पूरी तरह से गीली हो रही थी। रस पूरी तरह से टपक रहा था। अब राम्या से अपनी चूत की खुजली बर्दाश्त नहीं हुई और उसने अपने बाप को अपने उपर खीचं कर चढ़ा लिया और लंड अपने आप चूत पर जा लगा।राम्या ने खुद ही अपने हाथ से अपनी चूत के होंठो को खोलकर सुपाड़े को अपनी चूत के मुंह पर टिका दिया और अपने बाप की तरफ प्यासी नजरो से देखने लगी antarvasna sex story
करण ने लंड के सुपाड़े को अच्छे से चूत रस से चिकना कर दिया।
राम्या की चूत में आग लगी हुई थी , उसने नीचे से खुद ही अपनी चूत लंड पर उछाल दी तो लंड फिसल कर चूत के मुंह से हट गया। राम्या ने अपने बाप की तरफ देखते हुए कहा,:
” क्यों तड़पा रहे हो पापा , घुसा दो ना लंड अपनी मिस इंडिया की चूत में मेरी जान,”
और ऐसा कहकर उसने लंड का सुपाड़ा फिर से अपनी चूत के मुंह पर लगा दिया। करण ने उसकी आंखो में देखते हुए अपने मुंह से ढेर सारा थूक निकाल कर अपनी बेटी की चूत को पूरा चिकना कर दिया। राम्या ने भी जोश में आते हुए अपने मुंह में थूक निकाल कर अपने बाप के लंड को उससे पूरा नहला दिया।
राम्या ने अपने बाप की तरफ देखते हुए अपने होंठो पर जीभ फिराई और करण को लंड घुसाने का इशारा कर दिया।
करण ने राम्या के बदन को अच्छे से अपने नीचे दबा लिया और अपनी बेटी की आंखो में देखते हुए एक तगड़ा धक्का उसकी कुंवारी चूत में लगाया तो एक ही बार में उसका आधा लंड राम्या की चूत को फाड़ते हुए अंदर घुस गया। जैसे ही लंड अंदर घुसा राम्या दर्द से तड़प उठी और उसने अपने होंठ हाथ अपने बाप की गरदन में लपेट दिए और उससे कस कर चिपक गई।
” आह, मर गई मेरी मा बचा ले,m आह नहीं, बहुत मोटा है, फट गई मेरी चूत,” है भगवान बचा मुझे”!
राम्या की आंखो में आंसू छलक आए और करण ने उन्हें चाटना शुरू कर दिया।
चूत फटकर लंड के चारों ओर कस गई थी। करण ने आधे लंड को बाहर खींचा तो लंड पुरी तरह से फसा हुआ था । जैसे ही उसने पूरी तरह से खींचा तो लंड के साथ साथ चूत के होंठ भी खींचते चले गए।
करण ने फिर से आधे लंड को अपनी बेटी की चूत में घुसा दिया तो राम्या की आंखे फिर से दर्द से फैल गई लेकिन इस बार हल्का सा मजा भी आया। करण ने राम्या की आंखे में देखा तो उसने इशारे से समझाया कि अब दर्द कम हैं ।फिर करण ने उसकी चूचियों को चूसते हुए आधे लंड से अपनी बेटी की चूत को चोदना शुरू कर दिया। राम्या की मजा आने लगा, लंड बिलकुल फस कर चूत में जा रहा था। राम्या ने खुशी के मारे अपने बाप का मुंह चूम लिया और उसके कान में बोली:
” पापा चूत में आगे आपके लिए गिफ्ट है जो हर मर्द का सपना होता हैं”!
करण ने खुशी के मारे अपनी बेटी के होंठ चूम लिए तो राम्या ने अपनी दोनो टांगे अपने बाप की टांगो पर चढ़ा कर उसे इशारा किया कि उसका गिफ्ट कुबूल करे!
करण ने आगे झुक कर राम्या की एक चूची को मुंह में भर लिया और उसकी आंखो में देखते हुए अपने लंड को बाहर निकाल कर एक पूरी ताकत से धक्का लगाया तो लंड उसकी सील तोड़ते हुए एक ही झटके में पुरा जड़ तक जा घुसा।
जैसे ही लंड घुसा तो राम्या की दोनो आंखे दर्द से फैल गई,उसने दोनो हाथो से बेडशीट को दबोच लिया और जोर से चिल्लाई
” मर गई मेरी मा री, आह नहीं , फट गई मेरी चूत, आह बचाओ मुझे,” पापा बहुत दर्द हो रहा है”!
करण ने अपनी बेटी की चूची को चूसना शुरू कर दिया और दूसरी को हल्का हल्का दबाने लगा। राम्या की चूत पुरी तरह से फट चुकी थी । चूत से निकलकर खून की बूंदे सफेद चादर लाल करने लगी।
करण के चूची चूसने के कारण राम्या को अच्छा लगने लगा और उसने अपने दोनो हाथ अपने बाप की कमर पर रख कर सहलाने लगी।
करण उसका इशारा समझ गया और उसने जोर से लंड को बाहर खींचा तो लंड में साथ चूत भी खींची चली अाई।
करण ने फिर से हल्के से धक्के के साथ लंड को आधा अन्दर घुसा दिया। लंड का सुपाड़ा चूत की दीवारों को रगड़ते हुए अंदर घुस गया। राम्या की दर्द तो हुआ लेकिन मजा बहुत आया । उसने अपने दोनो हाथ अपने बाप की गांड़ पर रख दिए और दबाने लगी।
करण की आंखो में देखते हुए उसने अपने बाप को चोदने का इशारा कर दिया तो करण ने अपने लंड को बाहर निकाला और पूरी ताकत से जड़ तक अन्दर घुसा दिया तो राम्या फिर से दर्द से कराह उठी और अपनी खुद ही अपनी चूची चूसने लगी।
करण ने अब राम्या की दोनो चूचियों को हाथ में भर कर और पूरी ताकत से भींचने लगा। उसने लंड को अपनी बेटी की चूत में अंदर बाहर करना शुरू कर दिया। कुछ धक्कों के बाद लंड आराम से अन्दर बाहर होने लगा तो दर्द जैसे बिल्कुल गायब हो गया और अब राम्या को बहुत मजा आने लगा। उसने अपने बाप के होठ चूम लिए और उसकी आंखों में देखते हुए अपनी चूत लंड पर उछालनी शुरू कर दी।
करण ने अब उसकी टांगो को अपनी टांगो पर चढ़ा लिया और पूरी ताकत से उसकी चूत चोदने लगा । लंड हर बार पूरा अन्दर बाहर हो रहा था जिस कारण हर धक्के पर राम्या की चूत पूरी खुल रही थी और मजा बढ़ जाने के कारण चूत से ज्यादा उसका मुंह खुल रहा था।
” आह पापा, हाय मेरी चूत !! आखिर मैं चुद ही गई अपने पापा से, मार लो मेरी चूत पापा, जोर जोर से चोदो अपनी बेटी को , हाय री मेरी चूत”!!
करण अपनी बेटी की सिसकियां से जोश में आ गया और पूरी ताकत से उसकी चूत मारने लगा। हर धक्के पर राम्या की गांड़ उछल उछल पड़ रही थी, वो पूरे मजे से चुद रही थी, । मोटा लन्ड उसकी चूत को पूरा रगड़ रहा था जिस कारण उसकी चूत में हलचल होना शुरू हो गई।
” आह पापा, पूरा जोर से चोदो, उफ्फ पूरा लंड घुस गया री मा मेरी चूत में। हाय कितना अच्छा हैं लंड। ‘!!
तभी करण के धक्के पूरे तेजी से पड़ने लगे और पागलों की तरह लंड घुसाने लगा तो पूरे कमरे में फच फच फच का मधुर संगीत गूंजने लगा। पूरे कमरे में दोनो की मादक सिसकियां गूंज रही थी। राम्या की चूत में तूफान सा आने लगा तो वो अपने बाप की तरफ देखते हुए पूरी ताकत से अपनी चूत लंड पर उछालने लगी।
” हाय मा री, मेरी चूत , आह पापा मेरी चूत में कुछ हो रहा हैं पापा”
हाय बहुत मज़ा आ रहा है चुदकर,पूरी ताकत से चोदो अपनी मिस इंडिया को मेरे बाप”_!!
करण ने जैसे ही कुछ बहुत तगड़े धक्के उसकी चूत में लगाए तो राम्या ने अपनी गांड़ पूरी ताकत से उछाल कर लंड पुरा जड़ तक घुसा लिया और उसको चूत में उबाल सा आ गया और उसकी चूत ने अपना रस छोड़ना शुरु कर दिया।
“आह पापा, मर गई मेरी चूत, उफ्फ ये कैसा आनंदमय एहसास हैं, चुद गई मेरी चूत, हाय पापा गई मैं तो। ,”
जैसे ही करण के लंड पर अपनी बेटी का गरम रस पड़ा तो वो भी अपने आपको नहीं रोक पाया और उसने भी पूरी ताकत से एक आखिरी धक्का अपनी मिस इंडिया की चूत में लगा दिया और उसकी चूत में वीर्य की पहली बौछार करने लगा।
जैसे ही वीर्य की पिचकारी चूत में गिरने लगी तो राम्या की जलती हुई चूत को ठंडक मिलने लगी और वो अपने बाप से कर कर चिपक गई। उसका बाप भी अपनी बेटी की चूचियों पर ढेर हो गया।
दोनो मा बेटे ऐसे ही एक दूसरे से चिपके हुए पड़े रहे।दोनो को कोई होश नहीं था , वे कहां है, कोई उन्हें देख भी रहा है या नहीं, बस दोनो एक दूसरे में खोए हुए थे भाड़ में जाए दुनिया।
थोड़ी देर बाद काम्या को वजन लगने लगा तो उसने उसने अपनी आंखे खोल कर अपने बेटे की तरफ देखा जिसकी आंखे अभी भी बंद थी और लंड मुरझा कर चूत से बाहर निकल रहा था।
उसने प्यार से समर के चेहरे पर हाथ फेरा तो समर की आंखे खुल गई। दोनो मा बेटे एक दूसरे को ऐसे ही प्यार से देखते रहे। फिर काम्या ने उसका गाल चूम लिया और उसके कान में धीरे से बोली:
” थैंक्स बेटा , तूने आज मेरे दूध का कर्ज अदा कर दिया मेरे लाल,
समर उसके गांड़ पर हाथ रख देता हैं और हल्का हल्का सहलाने लगता हैं तो काम्या उसे अपने ऊपर से उतरने का इशारा करती है तो समर उसके पास लेट गया और उसे अपनी बाहों में भर लिया।काम्या भी उससे लिपट गई।antarvasna sex story
दोनो मा बेटे समुन्द्र की रेत पर नंगे पड़े हुए थे। काम्या उठी और पानी में जाकर अपनी जिस्म से रेत साफ करने लगी। समर उसकी हिलती हुई गांड़ का पूरा नज़ारा ले रहा था जिस कारण लंड में फिर से सनसनाहट शुरू हो गई। पानी बहुत ठंडा था लेकिन दोनो मा बेटो के जलते हुए जिस्म के आगे कुछ भी नहीं था ।
काम्या ने अपने जिस्म को और ज्यादा साफ करने के लिए पानी के अंदर छलांग लगा दी तो उसके जिस्म से रेत अपने आप साफ होता चला गया।
समर भी उठा और अपनी मा की तरह चल दिया तो काम्या उसे चिढ़ाने के लिए पानी में अंदर घुसने लगी। पानी उसके पेट तक अा गया था लेकिन वो अभी भी अंदर ही घुसती जा रही थी। उसकी दोनो चूचियां बाहर थी और पूरी तरह से तनी हुई थी मानो समर का मुंह चिढ़ा रही हो।काम्या ने अपनी चूची को समर को दिखाते हुए मुंह में भर कर चूसने लगी और समर को देखते हुए अपनी आंख हल्की सी दबा दी।
समर का लंड लोहे की रॉड की तरह टनता हुआ चला गया। समर ने भी काम्या को चिढ़ाने के लिए अपने लंड को हाथ में पकड़ लिया और हिलाना शुरू कर दिया । काम्या से ये बर्दाश्त नहीं हुआ और वो तेजी से दौड़कर अाई और उसकी गोद में चढ़ गई और अपने दोनो हाथ अपने बेटे की गर्दन में लपेट दिए। काम्या ने अपनी चूत लंड से मिला दी और अपनी चूत को लंड पर रगड़ने लगी। समर ने अपनी मा की गांड़ को पूरा हाथो में भर लिया और दबाने लगा। समर के हाथो के गांड़ पर दबाव पड़ने से चूत और ज्यादा लंड से चिपक रही थी जिससे काम्या की चूत गीली होने लगी। काम्या की चूची उसके बेटे के सीने में घुसी हुई थी और निप्पल अपने सींग समर की छाती में मार रहे थे। समर अपनी छाती से ही उसकी चूची दबा रहा था।
जैसे ही लंड चूत के मुंह पर आया तो समर ने अपने लंड को चूत की तरफ धकेल दिया तो लंड का मोटा तगड़ा सुपाड़ा फिर से उसकी मा की चूत में जा घुसा।
जैसे ही सुपाड़ा घुसा तो काम्या को बहुत मजा आया और उसके मुंह से मस्ती भरी आह निकल गई।” आह समर, घुस गया फिर से तेरा लंड, कितना मजा देता है ये! हाय मेरी चूत फिर से चूद जाएगी ऐसे तो, हाय मा उफ्फ ये लंड”
काम्या ने आगे बढ़कर अपने बेटे के होंठो को चूसना चालू कर दिया और अपनी जीभ उसके मुंह में घुसा कर उसकी जीभ चूसने लगी। समर जैसे मजे से बौखला सा गया और उसने अपने दोनो हाथ अपनी मा के कंधो पर रखते हुए उसे पूरी ताकत से नीचे दबा दिया जिससे पूरा लंड उसकी चूत में घुस गया। , काम्या किस में डूबी हुई थी इसलिए उसे कुछ होश नहीं था। जैसे ही लंड घुसा किस अपने आप टूट गई क्योंकि ना तो अभी चूत सही से गीली हुई थी और ना ही लंड।
लंड ने उसकी चूत की पंखुड़ियों को बुरी तरह से फैला दिया और सुपाड़ा चूत को रगड़ता हुआ जड़ में जाकर रुका।
” आह मर गई मैं, उफ्फ
बताकर तो घुसा देता, aahaaaaa maaaaaaa siiiiii riiiiii
हाय मेरी चूत चुद गई “
काम्या को लंड सूखा ही घुस जाने के कारण जलन होने लगी तो उसने अपनी गांड़ को उपर की तरफ उठाना चाहा तो समर ने दोनो हाथो से उसकी गांड़ को पकड़ लिया। लंड ऐसे ही घुसा रहा और समर अपनी मां की आंखों में देखते हुए गहरे पानी में जाने लगा । जल्दी ही अपनी उसकी गर्दन तक आ गया । अब समर की सिर्फ गर्दन बाहर थी जिस पर काम्या लिपटी हुई थी। अब वो चाहकर भी उससे छुट नहीं सकती थी क्योंकि वो अपनी में डूब जाती।
ठंडा ठंडा पानी काम्या की चूत की दीवारों को ठंडक देना लगा तो उसका दर्द काफी हद तक कम हो गया । काम्या ने अपने बेटे के होंठो को चूम लिया और अपनी गांड़ उपर की तरफ उठाकर फिर से लंड पर दबा दी। लंड चूत को पूरा खोलते हुआ बाहर निकला और दोनो गांठ सहित फिर से अंदर घुस गया।
काम्या: आह उफ़, कितना अच्छा लग रहा हैं पानी में चुदकर, मार अपनी कम्मो की चूत, पूरा घुसा घुसा कर मार।
और वो उसके लंड पर उछलने लगी।काम्या को बहुत मजा आ रहा था , वो पहली बार पानी के अंदर चुद रही थी जिस कारण चुदाई का मजा ज्यादा आ रहा था।
समर अपने लंड को नीचे से उसकी चूत में घुसाने लगा। और काम्या की आंखो में देखते हुए बोला:
” हाय कितनी टाइट और मस्त चूत हैं तेरी कम्मो, आज तू नहीं बच सकती लंड के कहर से, अगर मुझे छोड़ा तो पानी में गिर जाएगी। “
समर ने उसे जता दिया की आज उसकी चूत का हलवा बनने वाला है और वो चाह कर भी बच नहीं पाएगी। काम्या को ज्यादा जोश आ गया और लंड को पूरा अन्दर घुसा कर बोली:
” हाय मेरी जान, तेरा लॉल्ला कितना अच्छा हैं, मार मेरी चूत, दिखा आज अपना दम, जोर से चोद ना अपनी कम्मो को।”
समर ने दोनो हाथो से उसकी गांड़ को पकड़ लिया और पूरी तेजी से अपने शक्तिशाली लंड पर उछालने लगा। हर बार काम्या की चूत पूरी खुल रही थी और लंड की गांठ उसकी चूत की पंखुड़ियों को पूरा दबाव डालते हुए बुरी तरह से रगड़ रही थी जिससे काम्या का पूरा जिस्म मजे से हिल रहा था और वो अपने आपे से बाहर हो गईं।
“आह मेरी जान, ऐसे ही चोदता रह, तेरा लंड तो मेरी जान हैं, हाय मेरे बेटे का लंड , मा री चुदने में इतना मजा क्यों है!!
तभी समर ने अपना लंड बाहर निकाला तो काम्या की फैली हुई चूत में समुन्द्र का ठंडा पानी घुसने लगा तो इस अहसास से काम्या का हाल बेहाल हो गया और उसका मुंह मजे से खुल गया।
” हाय मा री, उफ्फ कितना अच्छा लग रहा है हाय ठंडा पानी,
समर ने तेजी से अपना लंड फिर से उसकी चूत में घुसा दिया और बिना देर किए चोदना शुरू कर दिया । अंदर घुसा हुआ पानी फच फच की आवाज करता हुआ बाहर आने लगा। काम्या बहुत जोर जोर से सिसकियां ले रही थी , उसकी आवाज दूर दूर तक गूंज रही थी लेकिन सुनने वाली कोई नहीं था। वो पूरी ताकत से अपनी चूत लंड पर पटकने लगी और अपनी चूत की दीवारों को अंदर से कस लिया तो लंड पुरा फसकर जाने लगा ।काम्या की चूत इस रगड़ को बर्दाश्त नहीं कर पाई और उसकी चूत में तूफान उठने लगा।antarvasna sex story
“आह मेरी चूत तो गई , बाड दो लंड पुरा, हाय मेरी मा, चुद मेरी चूत।”
और काम्या की चूत ने अपना रस छोड़ दिया और काम्या ने मदहोशी में अपने होंठो से समर की गर्दन चाटने लगी। चूत से निकले रस के कारण लंड पूरा चिकना हो गया तो समर पूरी ताकत से उसे चोदने लगा।हर धक्का पहले से तेज पड़ रहा था।
हर धक्के पर काम्या कांप रही थी
समर ने अपने दोनो हाथों से उसकी गांड़ को पकड़ कर लंड पर पटकना शुरु कर दिया लंड काम्या की चूत में हाहाकार मचाने लगा। उसकी चूत की दीवारें बुरी तरह से रगड़ी जा रही थी जिससे उसे फिर से जलन होने लगी और उसके मुंह से अब दर्द भरी सिसकारियां निकलने लगीं।
” आह समर, दर्द होता हैं , थोड़ा प्यार से कर , दुख रही है अब। “
समर ने और तेजी से उसकी चूत को मारना शुरू कर दिया तो काम्या दर्द से बिलबिला उठी और समर की गर्दन में अपने दोनो हाथ लपेट कर उससे चिपक गई मानो दर्द भगा रही हो।
जैसे ही काम्या चिपकी तो लंड का दबाव ज्यादा पड़ा और वो सीधे उसकी मा की बच्चेदानी से अड गया। काम्या का रोम रोम दर्द से भर उठा। उसने अपनी गांड़ जैसे ही लंड से उठानी चाही तो समर ने एक हाथ से उसकी गांड़ को रोक दिया और दूसरे हाथ से उसकी गांड़ पर थप्पड़ बरसाने लगा।
” आह, छोड़ दे मुझे कमीने , मुझे नहीं झिल रहा हैं तेरा ये मूसल जैसा लंड,” आह मर गई मा री”
समर ने फिर से लंड पुरी ताकत से ठोकना शुरू कर दिया तो काम्या दर्द से सिसकने लगी और समर की आंखो में देखते हुए रहम की भीख मांगने लगी।मगर समर तो जैसे जानवर बन गया था , उस पर कोई फर्क ही नहीं पड़ रहा था, वो पूरी ताकत से अपनी मा की चूत फ़ाड़ रहा था।
समर ने धीरे से अपने मुंह को उसके कान के पास लाया और बोला:
” साली कम्मो तुझे लंड चाहिए था ना, अब चुद , और क्या बोली थी कि कोई रहम मत करना चाहे मुझे कितना भी दर्द हो” ,आज नहीं छोडूंगा तेरी चूत।”
काम्या समझ गई कि जोश में उसने बहुत बड़ी गलती कर दी थी
और वो बच कर भाग भी नहीं सकती थी। इसलिए इसमें अपने आपको पूरी तरह से अपने बेटे के हवाले कर दिया और अपने शरीर को एकदम ढीला छोड़ दिया।
समर खुश हो गया और उसने काम्या के होंठ चूम लिए और पूरी ताकत से चूत कि धज्जियां उड़ाने लगा। काम्या भी करके उसका पानी निकालना चाह रही थी इसलिए दर्द से तड़प रही होने के बाद भी उसने जीभ से समर की गर्दन को सहलाना शुरू कर दिया और अपनी चूत को लंड पर कसने लगी।
चूत के कसते ही लंड पुरा फस फस कर अंदर जाने लगा तो लंड पर चूत की रगड़ ज्यादा जोर से पड़ने लगी। नतीजा ये हुआ कि समर में उबाल आना शुरू हो गया और समर एक पागल सांड की तरह उसे चोदने लगा। हर धक्के पर लंड उसकी बच्चेदानी को हिला रहा था।काम्या का दर्द और ज्यादा बढ़ गया था लेकिन उसके पास कोई दूसरा रास्ता नहीं था। तभी उसने पूरी ताकत से अपनी चूत लंड पर कस दी तो लंड बहुत मुश्किल से निकलने लगा। इस एहसास से काम्या की चूत फिर से गर्म हो गई और उसे अब दर्द की जगह मजा आना शुरु हो गया ।
“
आह समर बस चोद अपनी कम्मो को, मेरा फिर से निकलने वाला है आह मेरी चूत चुद गई ।
Aahahhah !!siiiiiiiii
तभी काम्या ने अपनी गांड़ को लंड पर पूरा दबा कर जड़ तक लंड को घुसा लिया , उसने जोश में आकर समर की गर्दन में दांत गडा दिए और उसकी चूत ने अपना रस फिर से बिखेर दिया तो जैसे ही काम्या का रस निकला लंड भी फट गया और वीर्य की बौछार काम्या की चूत में मारने लगा और काम्या की गांड़ को जोर दे दबा दिया।
दोनो मा बेटे ऐसे ही एक दूसरे से चिपके हुए खड़े रहे पानी के अंदर। इस भयंकर चुदाई से काम्या का रोम रोम मस्ती से भर उठा।उसकी चूत को ऐसे ही धमाकेदार चुदाई चाहिए थी।
समर की आंखो में देखते हुए काम्या मुस्कुराई और उसके होंठ चूमते हुए शिकायती लहजे में बोली:
” एक दम पूरे ज़ालिम हो तुम, बिल्कुल नहीं रहम नहीं किया अपने मा की चूत पर। “
समर प्यार से पूछा :
” क्यों अच्छा नहीं लगा क्या?
काम्या उससे और ज्यादा जोर से चिपक गई और पीठ सहलाते हुए बोली:
” तूने मेरी चूत के साथ मेरी रूह को भी तृप्त कर दिया है मेरे लाल,चुदाई में दर्द भी अलग ही मजा देता हैं समर, लंड का काम चोदना होता हैं रहम करना नहीं”
समर खुश होकर अपने दोनो हाथ उसकी गांड़ पर ले गया और अपनी मा की आंखो में देखते हुए बोला:
” फिर तो मुझे मेरा इनाम मिलना चाहिए “
और ऐसा कहकर उसने गांड़ को दबा दिया। काम्या के होंठो पर एक कातिल मुस्कुराहट आ गई और उसने अपनी गांड़ को अपने बेटे के हाथो में ढीला छोड़ दिया।
और बोली:
” तेरा इनाम तेरे हाथ में है, कल पूरी तरह से मिल जाएगा। “
समर अपनी मां की गांड़ दबाता हुआ पानी से बाहर आने लगा। दोनों मा बेटे एक दूसरे में पूरी तरह से खोए हुए थे। समर उसे नंगा लिए हुए ही कमरे में आया तो काम्या ने अपने आंखे खोली और समर को बेड पर लिटा कर उसकी छाती पर उससे चिपक कर सो गई ।
अगले दिन सुबह काम्या की आंखे खुली तो उसने देखा कि वो नंगी अपने बेटे के सीने पर पड़ी हुई हैं और समर का लंड उसकी चूत से लगा हुआ है तो उसने प्यार से अपने बेटे का माथा चूम लिया।
काम्या के किस करने से समर भी उठ गया और उसने फिर से अपनी मा को अपनी बांहों में कस लिया तो काम्या फिर से उससे लिपट गई। समर ने लंड ने सिर उठाना शुरु कर दिया था। काम्या ने एक बार नीचे हाथ ले जाकर उसके लंड को मसल दिया तो समर ने जोश में आकर अपन मा का मुंह चूम लिया और अपने हाथ जैसे ही उसकी कमर पर रखे तो काम्या ने धीरे से उसके कान में कहा :
” बेटा घर चले, अगर राम्या और करण घर हमसे पहले पहुंच गए तो उन्हें क्या जवाब देंगे ?
दोनो मा बेटे जल्दी से तैयार हो गए और चल पड़े वापिस अपने घर की तरफ।
सुबह के 10 बजे तक वो अपने घर पहुंच चुके थे। घर जाकर जैसे ही समर ने गेट खोला तो उसे अपने सारे घर में गर्म कालीन बिछी हुई मिली और घर में हर कमरे में ब्लोअर लग चुका था। घर के अंदर अब ठंड बिल्कुल भी नहीं थी। उसने मा की तरफ देखा तो काम्या ने उसे स्माइल दी और गेट बंद कर दिया ।
दरवाजा बंद होते ही काम्या ने समर को अपने गले लगा लिया ।
समर भी अपनी मा से लिपट गया और उसके गाल चूसने लगा।दोनो मा बेटे जोश में आ गए ।
काम्या ने अपनी जीन्स और पेंट एक झटके के साथ उतार फैंकी और एक हल्के पिंक रंग की ब्रा पेंटी में आ गई । वो एक दम सेक्स की देवी लग रही थी। उसकी चूचियों तन गई थी और बाहर निकलने को बेताब हो रही थी। पेंटी का चूत का आगे से हिस्सा पूरा गीला हो चुका था।
फिर वो कामुक अंदाज में अपने बेटे की तरफ देखते हुए अपने दोनो हाथ अपनी कमर के पीछे ले जाकर ब्रा खोल देती हैं और उतार कर एक तरफ़ फेंक देती हैं। समर का लंड पुरा तन चुका था, वो अपने कपड़े निकाल कर फेंक देता है और पूरा नंगा हो गया। उसका मूसल जैसा लंड हवा में लहराने लगा जिसे देख कर काम्या की आंखो में चमक आ गई। उसने अदा के साथ एक हाथ अपनी चूची से लाते हुए अपनी पेंटी पर रख दिया जो पूरी तरह से रस से भीग गई थी। उसने हल्का सा दबाव दिया तो पेंटी उसकी चूत के होंठो में घुस गई। काम्या पेंटी से अपनी चूत रगड़ने लगी।
समर पागलों की तरह अपने मा की अदाएं देख कर अपना लंड मसल रहा था। लंड झटके पर झटके मार रहा था। काम्या ने फिर पेंटी को उतार कर फेंक दिया और पूरी तरह से नंगी हो गई और अपनी चूत अपने बेटे के सामने पेश कर दी।
समर से अब बर्दाश्त नहीं हुआ । वो आगे बढ़ा और अपनी मा के नंगे बदन को अपने नंगे बदन से चिपका लिया। काम्या भी अपने बेटे से लिपट गई। लंड सीधा चूत पर अड गया। काम्या उपर नीचे होती हुई अपनी चूत लंड पर रगड़ने लगी। काम्या की चूत से निकले रस से समर के लंड का सुपाड़ा पूरा चिकना हो गया था , काम्या ने अपनी एक टांग उठाकर अपनी चूत को पूरी तरह से खोल कर अपने बेटे के लंड पर सेट कर दिया। उफ्फ समर जोश में आकर अपनी मा की चूची को मुंह में भर लिया और काम्या ने मस्ती में आकर चूत को लंड पर दबा दिया तो सुपाड़ा पूरा अन्दर घुस गया।
जैसे ही सुपाड़ा अंदर घुसा काम्या के मुंह से मस्ती भरी सिसकी निकल पड़ी।
” हाय समर, फिर से घुस गया है तेरी मा की चूत में, हाय मेरी चूत उफ्फ मेरी मा, !
काम्या से अब बर्दाश्त नहीं हुआ और उसने अपने बेटे को वहीं हॉल में कालीन पर गिरा दिया और उसके ऊपर दोनो पैर करके उसकी टांगो के बीच में आ गई। लंड चूत को छू रहा था।
काम्या उसकी आंखो में देखते हुए बोली:
“पूरे घर में गर्म कालीन इसलिए बिछवाई हैं ताकि जहां मन करे वहां चुदवा सकू”.
और ऐसा कहकर अपने बेटे के होंठ चूसने लगी और थोड़ा नीचे की तरफ होते हुए चूत को लंड पर टिका दिया। लंड का मोटा सुपाड़ा चूत के मुंह पर लग चुका था, काम्या समर की आंखो में देखते हुए अपने मुंह से ढेर सारा थूक निकाल कर उसके लंड पर लगाती हैं तो समर जोश में आकर अपनी मा की चूचियां पकड़ लेता है और दबाना शुरू कर दिया। काम्या एक झटके के अपना बदन पूरा ढीला छोड़ कर अपने बेटे के लंड पर बैठ गई और एक ही झटके में पुरा लंड जड़ तक अन्दर घुस गया। जैसे ही लंड की आखिरी गांठ खुशी काम्या की चूत फट गई और उसके मुंह से दर्द भरी सिसकारियां निकल पड़ी।” हाय मा री मर गई , कितना मोटा कर रखा है लंड को तूने , हर बार लगता हैं जैसे पहली बार चुद रही हूं।” उफ्फ मेरी चूत हाय री”
काम्या समर की आंखो में देखते हुए थोड़ा उपर उठती हैं और फिर से लंड पर बैठ गई। लंड फिर से जड़ तक घुस गया। काम्या आज पहली बार इस पोजिशन में चुद रही थी और उसे पूरा मजा आ रहा था। इस बार जैसे ही लंड घुसा उसका जिस्म मजे से कांप उठा और उसने पूरी ताकत से लंड पर उठक बैठक शुरू कर दी। लंड तेजी से उसकी चूत में अंदर बाहर होने लगा जिससे मजे से काम्या का मुंह खुलने लगा”!
“आह चुद रही है मेरी चूत, हाय मेरे लाल और मार अपनी मा की चूत, पूरा घुसा दे अंदर तक”!!
समर ने भी अब जोश में आकर नीचे से अपना लंड उछालना शुरुर कर दिया तो चुदाई जी की स्पीड और तेज हो गई। दोनो मा बेटे एक दूसरे की आंखो में देखते हुए चुदाई कर रहे थे। चूत हर बार पूरा लंड ले रही थी , दोनो मा बेटे एक दूसरे के अंगों को चूम रहे थे, काट रहे थे, कुचल रहे थे।
तभी समर ने पूरी ताकत से अपनी मा की चूत में लन्ड उछालना शुरू कर दिया तो काम्या की चूत में हलचल मच गई और उसने भी अपनी कमर की गति बढ़ा दी। लंड की गांठ पूरी तरह से चूत को रगड़ रही थी जिस कारण काम्या का धैर्य जवाब देने लगा और उसकी चूत में कम्पन शुरू हो गया।
“आह मेरी चूत , मेरा रस छूटने वाला है , घुसा से पूरा अपनी मा की चूत में लंड को”!!.antarvasna sex story
और समर ने पूरी ताकत के साथ अपनी गांड़ को उछाला और काम्या भी लंड पर बैठ गई जिससे लंड जड़ तक घुस कर उसकी बच्चेदानी से जा टकराया और काम्या की चूत ने रस बहाने शुरू कर दिया और काम्या अपने बेटी की छाती पर गिर पड़ीं।
जैसे ही काम्या की चूत से रस टपकना बंद हुआ तो समर ने उसे पलट कर अपने नीचे कर लिया और अपनी मा की टांगे खोल कर उसके उपर चढ़ गया। उसने बिना देर किए एक ही धक्के में लंड जड़ तक घुसा दिया
काम्या की चूची को दबाते हुए चुदाई शुरू कर दी। उफ्फ काम्या की हर धक्के पर सिसकियां निकलने लगी। पूरा घर काम्या की मादक सिसकियां से गूंज रहा था।
समर के धक्के तेज होते गए और काम्या की सिसकियां उससे भी ज्यादा तेज हो गई।
” Aahhhhhhh ! हाय मा मेरी चूत, समर फट जायेगी ये, रहम कर मेरी चूत पर”। Offfff siiiiiiii maaaaaaaa aaaaaahhhhgh naiiiiiiij aaaaaahhhhgh “”!!!
समर ने अपनी मा को पूरी ताकत से चोदना शुरू कर दिया। हर धक्के में लंड पुरा जड़ तक घुस रहा रहा था। काम्या ने भी मस्ती में आकर अपनी चूत पुरी टाइट कर ली जिससे लंड पूरा कसा हुआ घुसने लगा।।
” आह चोद मेरी चूत, और चोद कर अपनी मा को, हाय राम मजा हैं चुदाई में बहुत” हाय मेरी चूत।
तभी समर में धक्कों में तूफानी तेजी आ गई और उसने एक आखिरी धक्का मारकर अपना लंड जड़ तक अपनी मा जी की चूत में घुसा दिया और उसके लंड से वीर्य की पिचकारी छूट गई।
समर ऐसे ही काम्या के उपर लेटा रहा और काम्या ने भी अपने बेटे को जोर से कस रखा था। जो चुदाई का मजा उससे अपने बेटे के साथ मिल रहा था वो सच में अदभुत था।
काम्या ने इसी मजे के वशीभूत होकर समर का मुंह चूम लिया। लंड शीला होकर चूत से बाहर निकल गया। काम्या ने समर को अपने उपर से हटा दिया और नंगी ही अपनी गांड़ मटकाती हुई बाथरूम की तरफ भाग गई। समर प्यासी नजरों से उसकी गांड़ घूरता रहा।
दोनो देर बाद दोनो मा बेटे फ्रेश हो चुके थे।काम्या ने नाश्ता तैयार कर दिया और दोनो ने प्यार से एक दूसरे को खिलाया। काम्या जानती थी कि आज राम्या और करण आ जाएंगे और फिर उसकी चूत को तरसना पड़ेगा समर के लंड के लिए।
वो उदास थी पर क्या कर सकती थी, और एक अब करण से चुदना नहीं चाहती थी क्योंकि समर ने सचमुच उसकी चूत का भोसड़ा बना कर रख दिया था। काम्या और समर दोनो एक दूसरे की आंखो मद में देख रहे थे कि तभी काम्या के मोबाइल पर संदेश आया ।
काम्या ने जैसे ही पढ़ा उसकी आंखे खुशी से चमक उठी, चूचियां अकड़ती चली गई, चूत ने रस टपकाना शुरू कर दिया। संदेश राम्या का था
” मा मैं मिस इंडिया बन गई हू, और अब पापा के साथ 3 दिन के लिए स्विट्जरलैंड जा रही हू।आप अपना ध्यान रखना।
बाय बाय।”
दोनो मा बेटे इस संदेश से झूम उठे एक बार फिर से कपडे उनके जिस्म से उतरते चले गए और काम्या समर की गोद में बैठ गई और अपने दोनो हाथ उसकी गर्दन में लपेट दिए। चूचियां समर के सीने में दब गई और काम्या ने अपनी चूत लंड पर चिपका दी। समर ने नीचे से झटका दिया और लंड अंदर घुसता चला गया । चुदाई फिर से शुरू हो गई , दोनो में से कोई भी हार मानने को तैयार नहीं था। लेकिन कब तक काम्या समर के उस राक्षसी लंड का सामना कर पाती ,आखिर कार उसकी चूत ने अपना रस बहा दिया और एक भयंकर चुदाई के बाद समर ने भी अपनी के अंदर ही अपना वीर्य छोड़ दिया ।
दोनो मा बेटे थक गए थे इसलिए काम्या उसे अपने बेडरूम में ले गई और दोनों एक दूसरे की बाहों में सो गए।
उनकी आंखे खुली तो शाम हो चुकी थी । काम्या ने अपने बेटे के होंठो पर किस किया और बाथरूम में चली गई। जल्दी ही दोनो मा बेटे फ्रेश हो चुके थे। चूंकि अगले दिन काम्या का जन्मदिन था इसलिए समर अपनी मा को सरप्राइज देना चाहता था तो वो बाजार में चला गया और जरूरी सामान खरीदने लगा। सभी सामान लेने के बाद उसने उसने काम्या को कॉल किया और बोला कि वो घर के पास वाले पार्क में उसका इंतजार कर रहा है तो काम्या घर पर ताला लगाकर पार्क की और जाने लगी।
जैसे ही काम्या घर से निकली समर घर के अंदर घुस गया और उपर जाकर सारा सामान अपने कमरे में रख दिया और फिर तेजी से पार्क की तरफ चल दिया। काम्या उसका ही इंतजार कर रही थी। दोनो मा बेटे पार्क में घूमते रहे और एक दूसरे को प्यासी नजरो से देखते रहें। धीरे धीरे रात बढ़ने लगी और वो दोनो भी अपने घर की तरफ बढ़ गए।
अंदर जाते ही समर काम्या के उपर टूट पड़ा और अपनी मा के होंठो को चूसने लगा।काम्या भी उसका साथ देने लगी, और दोनो मा बेटे किस में डूब गए।फिर एक दो अलग हुए और काम्या किचेन की तरफ जाने लगी तो समर भी उपर अपने रूम में चला गया और रूम को सजाना शुर कर दिया। पूरे कमरे को सजाया और बेड पर कुछ गुलाब की पत्तियां बिखेर दी जहां आज वो अपनी को प्यार करने वाला था। एक टेबल पर उसने केक सजा दिया और उसमे मैजिक कैंडल लगा दी । फिर उसने अपनी मां का पसंदीदा परफ्यूम पूरे कमरे में छिड़क दिया और बाथरूम की तरफ चल पड़ा।
नीचे किचेन में काम्या खाना बना रही थी। वो जानती थी कि कल उसका जन्मदिन हैं लेकिन उसका बेटा शायद चुदाई के चक्कर में भूल गया हैं इसलिए वो उदास थी और चुपचाप खाना बना रही थी। जल्दी ही खाना बन गया और दोनो मा बेटे खाना खाने लगे तो समर ने अपनी मा को अपनी गोद में बिठा कर खाना खिलाया। खाना खाने के बाद काम्या ने अपनी बांहे अपने बेटे के गले में डाल दी तो समर अपनी मा को अपनी गोद में लेकर काम्या के बेडरूम की तरफ चल दिया।
बेड पर ले जाकर उसने काम्या को लिटा दिया और उसके माथे पर एक किस किया ।
समर:” मा मुझे नींद आ रही है , मैं सो जाऊं क्या?antarvasna sex story
काम्या को एहसास हो गया कि उसका बेटा सचमुच उसका जन्म दिन भूल गया है इसलिए सोने के लिए बोल रहा है। उसे बहुत दुख हुआ क्योंकि उस समर से ये उम्मीद नहीं थी।
उसने उदास नजरो से एक बार समर की तरफ देखा और बोली:
” ठीक हैं समर तुम आराम करो ।
समर उठकर रूम से बाहर निकल गया तो काम्या सोचने लगी कम से कम उसे मेरे पास ही सोना चाहिए था । फिर उसने घड़ी की तरफ देखा तो 11:45 हो गए थे बस 15 मिनट बची थी उसका जन्मदिन शुरू होने में और साथ ही साथ नया साल भी।
समर अपने रूम में चला गया । उसने टेबल पर कुछ बीयर की बोतलें रख दी और कुछ ताजे फल जो उसकी मा को बहुत पसंद थे। फिर उसने एक एक करके सभी कैंडल को जला दिया और समर ने रूम की लाइट को बंद कर दिया तो कमरा कैंडल की रोशनी से जगमगा उठा।रात के 12 बज चुके थे और काम्या उदास थी। तभी उसका दरवाजा खुला और समर अंदर आ गया । काम्या की आंखों में आंसू थे कि उसका बेटा उसका जन्मदिन भूल गया हैं , समर ने अपनी मा के चेहरे को साफ किया और बिना कुछ बोले उसे अपनी बाहों में उठा लिया और आपके कमरे की तरफ चल दिया।
काम्या बहुत हैरानी से अपने बेटे का चेहरा देख रही थी कि इसे क्या हुआ हैं। जल्दी ही समर के गेट के बाहर खड़े थे। समर ने अपने मा को दरवाजा खोलने का इशारा किया । काम्या ने जैसे ही दरवाजे को अंदर की तरफ ढकेला तो उसकी आंखे खुशी से छलक आई अंदर नजर डालते ही ।
वो पलटी और अपने बेटे के चेहरे पर किस की बरसात करने लगी। समर ने उसे अपनी बाहों में भर लिया और उसके गाल चूम कर बोला:
” जन्मदिन मुबारक हो मेरी कम्मो , आपको ज़िन्दगी की हर खुशी मिले”!
काम्या की खुशी का कोई ठिकाना नहीं था। समर उससे कितना ज्यादा प्यार करता है उसे महसूस हो रहा था। उसने अपने बेटे की आंखो में देखते हुए कहा:
” थैंक्स बेटा , मुझे ये तोहफा देने के लिए , मेरी तो अब बस एक ही इच्छा हैं कि बाकी बची हुई ज़िन्दगी तेरी बांहों में गुजार दू।”
समर: ” मा मैं भी आपके बिना नहीं जी पाऊंगा। आप मेरी रूह मद में बस गई हो।
काम्या अपने बेटे से लिपट गई तो समर उसे अपने गले से लगाए हुए ही कमरे के अंदर घुस गया। अपने पसंदीदा परफ्यूम की महक से काम्या का रोम रोम खिल उठा। उसने बेड को ध्यान से देखा तो पाया कि वो उस पर गुलाब की पत्तियां बिखरी हुई है तो उसकी आंखो में रंगीन डोरे आ गए और चूत गीली होना शुरू हो गई।
काम्या ने काले रंग का एक शर्ट सूट पहना हुआ था जो उसकी जांघो तक आ रहा था और उसके उपर के दो बटन खुले हुए थे जिस कारण उसकी आधे दे ज्यादा चूचियां दिख रही थी।
समर ने कैंडल जलाई और फिर काम्या उन्हें बुझाने लगी । एक के बाद एक कैंडल बुझने लगी लेकिन मैजिक कैंडल होने के कारण फिर से जल रही थी, काम्या का मुंह थक गया फूंक मारते मारते लेकिन कैंडल बुझा नहीं पाई। समर उसके मजे पूरे के रहा था।
समर:” क्या मम्मी बुझाओ ना कैंडल ? थक गई क्या ?
काम्या:”बुझाती हूं लेकिन आज तू मुझे पूरे दिन सिर्फ कम्मो पुकारेगा मम्मी नहीं ‘!
समर ने काम्या के गाल पर अपने दांत गडा दिए और चूस लिया।
समर:” ठीक हैं मेरी कम्मो।
काम्या खुश हो गई और पूरी हिम्मत से कैंडल बुझा दी । सभी कैंडल बुझती चुकी थी। काम्या बहुत खुश थी और समर ताली बजाकर उसका उसका साथ दे रहा था। फिर काम्या ने केक काटा और अपने हाथ से समर को खिलाने लगी तो समर ने अपनी मा का हाथ पकड़ लिया और केक लेकर अपनी मा के मुंह से लगा लिया।
काम्या:” अरे बेटा पहले तुम खाओ, मुझे अच्छा लगेगा।
समर: ” नहीं मेरी कम्मो डार्लिंग, पहले में आपको अपने हाथ से खिलाता हूं “!
और ऐसा कहकर वो केक अपनी मा के मुंह से लगा दिया। काम्या अपना मुंह पीछे कर लेती हैं और बोलती हैं:
” अच्छा बाबा ठीक हैं दोनो साथ में खाते हैं , अब खुश बस।”
समर खुश हो गया और उसने केक को अपनी मा के होंठो पर लगा दिया और अपना मुंह आगे बढ़ा दिया तो मा बेटे एक दूसरे की आंखो में देखते हुए केक खाने लगे। केक जैसे जैसे कम होता जा रहा था दोनो की आंखे में चमक आ रही थी। केक जैसे ही खत्म हुआ दोनो के होंठ जुड़ गए और समर ने अपनी मा के होंठो को चूसना शुरू कर दिया तो काम्या भी अपने बेटे के होंठ चूसने लगी।
समर ने अपना हाथ काम्या की गांड़ पर रख दिया और मसलने लगा। काम्या ने अपनी जीभ समर के मुंह में घुसा दी और दोनो मजे से एक दूसरे की जीभ चूसने लगे। उफ्फ किस धीरे धीरे बढ़ता चला गया।
कोई 2 मिनट तक एक दूसरे का रस चूसने के बाद वो अलग हुए तो समर ने काम्या की गांड़ को दबाते हुए कहा:
” कम्मो आज तो मुझे गांड़ चाहिए, बता मरवाएगी ना अपनी गांड़ मुझसे “!!
कम्मो उसका लंड पकड़ कर दबा देती हैं और बोलती हैं:
” अपने बेटे से नहीं गांड़ नहीं मरवाऊंगी तो और किससे से मरवांगी मेरे लाल”!! लेकिन आज मेरा जन्मदिन हैं और आज तू मुझे दर्द देना चाहता है क्या?
समर अपनी मा को जोर से अपनी बांहों में कस लेता है।
समर:” नहीं कम्मो, तुझे दर्द देने के बारे में तो मैं सोच भी नहीं सकता “!! लेकिन मुझे तुम्हारी गांड़ बहुत पसंद है। “”!!
काम्या अपनी चूची उसके सीने में गड़ाते हुए:
“मार लेना गांड़ भी अपनी कम्मो की लेकिन आज सिर्फ और सिर्फ चूत मिलेगी तुझे। बोल मंजूर है??
समर अपनी मा की गांड़ में लंड रगड़ते हुए: ठीक हैं कम्मो, लेकिन चूत में अपने तरीके से मारूंगा, और प्रोमिस करो कि तुम मुझे मना नहीं करोगी। “!!
काम्या उसकी आंखो में देखते हुए बोली:
” ठीक हैं तेरी कम्मो वादा करती हैं कि जैसे तेरा मन करे वैसे मेरी चूत मार।” बस अब खुश !!!
समर खुश हो गया और दोनो ने एक दूसरे को केक खिलाया और दोनो एक दुसरे के कपडे उतारने लगे। कपडे दोनो के शरीर पर से उतरते चले गए जब तक कि वो दोनो पूरे नंगे नहीं हो गए। नंगा होते ही समर का वो खतरनाक लंड काम्या की आंखो के आगे लहरा गया जो कि पूरी तरह से तन कर खड़ा हुआ था, उसकी चूत में खौफ की एक लहर दौड़ गई ये सोचकर कि पता नहीं आज उसके साथ समर कैसे चुदाई करेगा । कैसे झेल पायेगी वो इस लंड को ।
समर ने नंगा होते ही अपने दोनो हाथ फैला दिए तो काम्या उसकी बांहों में समा गई और फिर अपने दोनो हाथ उसकी गर्दन में लपेट कर उसकी गोद में चढ़ गई, लंड सीधा चूत पर जा लगा। दोनो मा बेटे एक साथ सिसक पड़े।
समर अपनी कम्मो को बेड पर ले गया और उसे गुलाब की पत्तियों पर लिटा दिया तो कम्मो ने उसे अपने ऊपर खींच लिया और किस करने लगी।समर भी किस में उसका साथ देने लगा।
समर:”कम्मो तुम अपनी दोनो आंखे बंद कर लो , जब तक मैं ना कहूं अपनी आंखे मत खोलना। “
कम्मो अपने बेटे की बात मानते हुए अपनी आंखे बंद करके लेट गई। समर तेजी से माही के रूम में आया और उसके कुछ दुपट्टे लेकर वापिस कम्मो के पास चला गया। कम्मो अभी तक आंखे बंद किए लेती हुई थी।
समर:” कम्मो अगर तुम्हे अभी भी अपने वादे से पीछे हटना है तो हट सकती हो , फिर बाद में मुझे मत कुछ बोलना”!!
कम्मो आंखे बंद किए हुए ही बोलती हैं”:
” मैंने अपना सब अब तेरे नाम कर दिया हैं और तेरी कम्मो पीछे हटने वालो में से नहीं हैं।”!!