दोनो ने फुर्ती से अपने आपको ठीक किया और समर काम्या के कमरे में रखी हुई कुर्सी पर बैठ गया ।
माही अंदर आ गई और उसने समर को देखा तो उसने पूछा क्या हुआ सब ठीक तो है?
काम्या : अरे मेरे पैर में दर्द हो रहा था इसलिए मैंने उसे कॉल करके बुलाया था ताकि ये मुझे गरम पानी दे सके और मैं सिकाई कर सकू। तुम्हे पीरियड की वजह से दर्द था इसलिए नहीं उठाया।
बेचारी माही उनके ड्रामे को सच मान लेती हैं और बोलती हैं कि वो रात को अब उसके साथ ही सोएगी ताकि जरूरत पड़ने पर उसकी हेल्प कर सके। बेड काफी बड़ा था इसलिए तीनो उस पर ही लेट गए। समर और काम्या बीच बीच में प्यासी नजरो से एक दूसरे को निहार रहे थे लेकिन बीच में लेटी हुई माही के कारण दोनो कुछ भी कर पाने की स्थिति में नहीं थे इसलिए उन्होंने सोने का निर्णय लिया । समर ने अपनी मा को जलाने के लिए माही को कसकर अपने सीने से चिपका लिया । काम्या को ये देखकर जलन हुई और उसने गुस्से से समर को मारने का इशारा किया और फिर मुस्कुराते हुए आंखे बंद करके सो गई। तीनो गहरी नींद में जा चुके थे।
अगले दिन सुबह सबसे पहले काम्या उठी और फ्रेश होकर वापिस आ गई। बाहर बहुत ज्यादा ठंड थी इसलिए वो अंदर आकर फिर से कम्बल में घुस गई। फिर माही की आंख खुली तो उसने एक नजर प्यार से समर की तरफ देखा ,उसका चेहरा बहुत प्यारा लगा उसे और उसने उसके माथे पर किस किया और फिर बाथरूम चली गई। काम्या जाग चुकी थी और सोने का नाटक करते हुए माही को किस करते हुए देख रही थी।जैसे ही माही बाहर गई तो काम्या ने रूम में लगे हुए शीशे से उसे बाहर तक जाते हुए देखा। दरअसल काम्या के बेडरूम में एक शीशा लगा हुआ जो कि बाहर गैलरी में रिफ्लेक्शन देता था जिस कारण गैलरी में होने वाली गतिविधियो पर आराम से नजर रखी जा सकती थी। जैसे ही काम्या ने देखा कि माही बाथरूम में घुस गई है तो उसकी आंखो में वासना भर उठी । वो धीरे से कम्बल में सरककर समर के पास आ गई और उससे चिपक गई। समर गहरी नींद में सोया हुआ था।काम्या ने धीरे से उसके पायजामा का नाड़ा खोल दिया और उसे नीचे सरका दिया तो समर का लंड पुरी तरह से नंगा हो गया क्योंकि रात को सोते समय अक्सर वो अंडर वियर नहीं पहना करता था।antarvasna sex story
काम्या ने उसके लंड को देखा जो अभी ढीली अवस्था में था और उसकी लम्बाई अभी भी किसी नॉर्मल लंड के बराबर लग रही थी। उसने एक फिर शीशे में देखा और फिर अपने जलते हुए होंठ सीधे लंड पर रख दिए और एक बड़ा सा किस सुपाड़े पर किया। काम्या की चूत में हलचल होने लगी और उसने अपना आपा खोते हुए लंड के सुपाड़े को मुंह में भर लिया और चूसने लगी। जैसे ही सुपाड़ा काम्या के मुंह में घुसा तो उसके मुंह की गरमी पाकर लंड अकड़ना शुरू हो गया और समर की भी आंखे खुल गई। उसने देखा कि उसकी मा उसके लंड के सुपाड़े को मुंह में लेकर चूस रही थी तो उसने इशारे से पूछा कि माही कहां हैं तो तो काम्या ने बाहर बाथरूम की तरफ इशारा करते हुए शीशे पर ध्यान रखने को कहा। समर ने जैसे ही शीशे पर नजर डाली तो उसे बाथरूम साफ नजर आया उसके उसके साथ ही इस किचेन , हॉल का गेट भी नजर आया। वो इस व्यवस्था से जोश में आ गया और उसका लंड में जोश आना शुरू हो गया ।
माही ने पूरे लंड को मुंह में भर लिया और चूसने लगी जिस करण समर का लंड खड़ा होता चला गया । जैसे जैसे लंड खड़ा हुआ तो वो माही के मुंह से बाहर की तरफ निकलता चला गया। जल्दी ही उसका लंड पुरी तरह से खड़ा हो गया और और उठाकर उसकी चूत को चुनौती देना लगा। काम्या ने अच्छे से जीभ से लंड को गीला करते हुए चूत से उसकी चुनौती स्वीकार कर ली और अपनी नाइटी को उपर उठा कर पेंटी को साइड में करते हुए उसके दोनो और टांगे करके बैठ गई। लंड का मुंह उसने अपनी चूत पर लगाया और थोड़ा दबाव डालते हुए पूरा सुपाड़ा चूत के अंदर घुसा लिया। दोनो मा बेटे के मुंह से मस्ती भरी सिसकारियां निकल पड़ीं ।
तभी समर को बाथरूम से माही निकलती हुई दिखाई दी जो सीधा उनकी ही तरफ आ रही थी तो समर ने काम्या को इशारे से समझाते हुए लंड से नीचे उतार दिया तो दोनो में जल्दी जल्दी अपने कपड़े ठीक किए और आंखे बंद करके दोनो सो गए।काम्या की चूत एक बार फिर से प्यासी रह गई ,उसे बहुत बुरा लग रहा था उसकी चूत पुरी गीली थी और रस उसकी जांघो तक आ रहा था। वहीं समर की हालत भी कुछ जुदा नहीं थी, उसका लंड भी पूरी तरह से तना हुआ था और लंड में तनाव के कारण हल्का हल्का दर्द हो रहा था ।काम्या करवट लेकर दूसरी तरफ लेती हुई थी । माही जैसे ही अंदर अाई तो उसने देखा कि दोनो मा बेटे सोए हुए थे तो उसने समर को उठाना शुरू किया । थोड़ी देर ड्रामा करने के बाद समर उठ गया , जैसे ही वो उठा उसका खड़ा हुआ लंड कपडे के उपर से साफ महसूस हो रहा था। उसे देखकर माही के होंठो पर स्माइल आ गई और उसने समर को बांहों में भर लिया और धीरे से उसका लंड पकड़ कर सहलाने लगी।
समर ने उसे इशारे से काम्या की तरफ इशारा किया तो माही ने उसके होंठो को चूमते हुए लंड को छोड़ दिया तो समर माही की तरफ स्माइल करता हुआ बाहर निकल गया और घूमने चला गया।
थोड़ी देर बाद काम्या भी उठी और देखा कि माही किचेन में हैं और नाश्ता तैयार कर रही हैं तो काम्या भी उसकी हेल्प करने लगी।
माही: मम्मी मैं कर लूंगी आप के पैर में दर्द हैं, आप रहने दीजिए ।
रात जिस तरह से समर ने उसकी चूत और गांड़ की सिकाई करी थी उससे सूजन जैसे गायब हो गई थी और अब काम्या पूरी तरह से ठीक थी।
काम्या: अरे माही अब मैं ठीक हूं, तुम ही आराम करो, अभी तुम्हारे पीरियड को सिर्फ दूसरा ही दिन हैं , मैं करती हूं सारा काम।
और काम्या जबरदस्ती उसे किचेन से बाहर निकाल देती हैं और खुद काम में लग जाती है। माही ना चाहते हुए भी हॉल में आकर बैठ गई।
थोड़ी देर बाद खाना बन गया था और समर भी आने के बाद नहाकर फ्रेश हो चुका था। तीनो नाश्ता कर रहे थे।
समर: मम्मी मैं आज से अखाड़ा का काम देखूंगा इसलिए मैं आज अखाड़े में जाऊंगा
काम्या को बहुत बुरा लगा और काम्या से ज्यादा उसकी चूत को ।
माही खुश हो गई क्योंकि वो चाहती थी कि समर बड़ा नाम कमाए और जिम्मेदार पति बने।
काम्या एक झूठी मुस्कान अपने लिप्स पर लाते हुए : ठीक हैं बेटा लेकिन शाम को जल्दी वापिस आ जाना, हम दोनों तेरा इंतजार करेंगे।
ऐसा बोलते हुए उसने हल्के से टेबल के नीचे से समर का हाथ पकड़ कर अपनी चूत पर रख दिया तो समर समझ गया कि मा और उसकी चूत दोनो इंतजार करेंगे।
माही खुश हो रही थी कि काम्या ने उसके दिल की हालत भी समर को बता दी है कि वो उससे बहुत प्यार करती हैं ।
नाश्ता करने के बाद माही को दर्द होने लगा ब्लड ज्यादा आने के कारण, इसलिए वो पैड बदलने के लिए उपर चली गई। उसके जाते ही काम्या पागलों की तरफ समर ने लिपट गई और उसके पैरो पर चढ़ कर अपनी चूत उसके लंड पर रगड़ने लगी। समर ने भी अपने दोनो हाथ उसकी गांड़ पर रखकर उसकी गांड़ दबाना शुरू कर दिया।
काम्या धीरे से उसके कान में बोली: जल्दी आ जाना मेरी गीली चूत चोदने के लिए मिलेगी। आज रात में तुम्हे नहीं रोकूंगी जितना मन करे उतना चोद लेना ।”
और ऐसा बोलकर उसके लंड को दबा देती हैं तो समर उसकी गांड़ पूरी ताकत से दबाने लगा तो काम्या के मुंह से सिसकारी निकल पड़ी।
समर : देख लेना कहीं कल की तरह भाग ना जाओ अपने बेटे को प्यासा छोड़कर।
काम्या ने उसकी पैंट के अंदर हाथ घुसा दिया और लंड को सहलाते हुए बोली: कितना मोटा हैं तेरा लंड ज़ालिम , फट जाती हैं मेरी चूत हर बार, अगर में भाग गई तो फिर से पकड़ कर चोद देना मुझे चाहे मैं कितनी भी चींखू या चिल्लाऊं तू कोई रहम मत करना अपनी मा की चूत पर।,”
समर ने जैसे ही उसकी सलवार के अन्दर हाथ डालकर उसकी चूत को सहलाया तो काम्या ने मदहोश होकर अपने होंठ समर की गर्दन पर रख दिए और चाटने लगी। तभी उन्हें उपर से माही के आनी की आहट अाई तो वो दोनो अलग हो गए ।
समर दोनो को बाय करता हैं और अखाड़े की तरफ निकल गया।
काम्या और माही दोनो पूरे दिन घर पर ही रही और काम्या ने घर के सारे काम खत्म किए । माही को उसके कोई काम नहीं करने दिया पूरे दिन। माही के दिल में अपनी भाभी मा के लिए इज्जत और ज्यादा बढ़ गई।
शाम को समर जल्दी ही वापिस आ गया और फ्रेश होकर हॉल में बैठ गया। तीनो शाम की चाय का आनंद ले रहे थे। धीरे धीरे रात गहराने लगी तो उन्होंने खाना खाया और काम्या जल्दबाजी करते हुए अपने रूम में सोने चली गई। समर और माही दोनो उपर चले गए।
नीचे काम्या पूरी तरह से नंगी हो चुकी थी और गीली चूत के साथ समर का इंतजार कर रही थी और अपनी चूत को उंगली से सहला रही थी। उपर जाकर माही और समर दोनो लेट गए तो माही समर से चिपक गई। माही शादी के बाद से रोज समर की छाती पर ही सोती थी । जब वो गहरी नींद में होती तो समर प्यार से उसे अपने बगल में लिटा देता था। आज भी वो समर की छाती पर लेटी हुई थी। कल पूरी रात वो समर से शादी के बाद दूर रही थी और आज दिन में भी समर चला गया था तो वो उदास थी क्योंकि पहली बार एक समर से इतने समय तक दूर रही थी। वो किसी छोटे बच्चे की तरह समर से लिपटी हुई थी। रात के 11 बजते बजते उसे नींद आने लगी और वो सो गई । जैसे ही वो गहरी नींद में सोई तो समर ने धीरे से उसे अपने उपर से हटाना चाहा तो माही नींद में ही कोई सपना देख रही थी जिस कारण वो समर से और भी ज्यादा जोर से चिपक गई। थोड़ी देर बाद समर में फिर से उसे उपर से हटाने का प्रयास किया तो वो फिर से चिपकती चली गई।समर को समझ नहीं आ रहा था कि वो क्या करे। उधर काम्या अपने बेटे का इंतजार कर रही थी उसकी चूत पुरी तरह से गीली हो चुकी थी । आज एक खुलकर चुदना चाहती थी, दिखा देना चाहती थी समर को कि उसके अंदर उससे कहीं ज्यादा चुदाई की भूख हैं क्योंकि वो उसकी मा हैं और मा हमेशा बेटे से आगे होती है फिर चाहे वो चुदाई ही क्यों ना हो।antarvasna sex story
जब 12 बजे तक समर नहीं आया तो काम्या से अब सब्र नहीं हुआ और वो अपने नंगे जिस्म पर एक चादर ओढ़ कर समर की तरफ चल दी। चूत से उसकी इतना रस टपक रहा था कि उसकी जांघें पूरी भीग रही थी।
समर का गेट अंदर से खुला हुआ था। उसने जैसे ही गेट को हल्का सा धक्का दिया तो उसे अंदर समर लेटा हुआ नजर जिसकी छाती पर माही लेती हुई थी नींद में थी।
उसने धीरे से समर को इशारा किया कि वो माही को बेड पर लिटा दे और उसके पास आ जाए ।समर ने फिर से माही को जैसे ही बेड पर लिटाना चाहा वो फिर से उससे चिपक गई।
काम्या को सब समझ में आ गया। उसका मूड खराब होने लगा। आज माही उसे अपनी सबसे बड़ी दुश्मन प्रतीत हो रही थी। ऐसे ही धीरे धीरे रात गुजरती जा रही थी और वो कुछ भी नहीं कर पा रही थीं । काम्या ने समर को रिझाने के लिए अपने जिस्म से चादर हटा दी और चादर के हटते ही उसका संगमरमर सा जिस्म समर के आगे आ गया लेकिन समर पुरी तरह से मजबूर था। इसलिए अपने काम्या के आगे दोनो हाथ जोड़ दिए ।
काम्या उदास हो गई और समर की तरफ हसरत भरी नजरो से देखती हुई अपनी प्यासी चूत के साथ नीचे की तरफ आ गई और सो गई।।
अगले दिन सुबह जैसे ही मा बेटे की नजरे टकराई तो काम्या ने उसे घुरकर देखा । जैसे ही माही किसी काम में लगी तो काम्या ने उसे कहा:
“रात तो माही को बड़ा प्यार कर रहा था, कभी अपनी मा से भी कर के ऐसा प्यार।
समर : मा मैं जल्दी ही कोई तरीका निकालता हूं और फिर देखना तुम्हे इतना प्यार करूंगा की तुम और तुम्हारी चूत दोनो धन्य हो जाओगे।
काम्या उसकी बात पूरी होने से पहले ही उसका मोटा लन्ड हाथ से दबा देती हैं ।
माही उपर से आ गई और समर उन्हें दोनो को बाय करके अखाड़े कि तरफ चल पड़ा। अब काम्या और माही दोनो घर पर रह गए थे। आज माही कुछ अच्छा फील कर रही थी क्योंकि दर्द कल के मुकाबले कुछ कम था।
दिन जल्दी ही गुजर गया और समर वापिस घर आ चुका था। फ्रेश होकर सबने खाना खाया और फिर काम्या बरतन धोने किचेन में चली गई तो माही समर से चिपक गई और किस करने लगी।
दोनो किस में डूबते चले गए । उधर काम्या ने आज दिन में ही अपना प्लान बना लिया और थोड़ी देर के लिए घर से बाहर गई थी और नींद की गोलियां ले अाई थी। वो तीन ग्लास में दूध भरने लगी, उसकी चूचियां पूरी तरह से अकड़ रही थी, दिल चुदाई के लालच में उपर नीचे हों रहा था और चूत तो जैसे आज अपने पूरे शबाब पर थी।
वो अपनी गीली चूत के साथ हॉल की तरफ दूध चल पड़ी और गेट खोल दिया तो माही और समर किस में डूबे हुए थे । जैसे ही माही ने काम्या को देखा तो शर्मा कर समर से अलग हो गई।
उसका चेहरा लाल हो चुका और आंखे शर्म से झुकी हुई थी। काम्या उसके पास पहुंच गई और उसे छेड़ते हुए:
” अरे कुछ तो शर्म किया करो मेरी बहुरानी , कम से कम दरवाजा तो ठीक से बंद कर लिया करो।
माही कुछ माही बोलती और वो शर्म के मारे काम्या से चिपक जाती हैं। काम्या उसकी पीठ सहलाने लगती हैं। फिर उसकी आंखो में देखते हुए कहती हैं कि मैं दूध लेकर अाई हूं तुम दोनो के लिए । पी लो तुम्हे ताकत मिलेगी”
और ऐसा कहकर धीरे से उसकी चूत सहला देती हैं तो माही शर्म से पानी पानी हो जाती हैं।
समर कुछ बोल नहीं रहा था। काम्या उसकी तरफ दूध की ट्रे बढ़ाकर उसे एक गिलास दे देती हैं और दूसरा बहुत ही उम्मीद के साथ माही को की तरफ बढ़ा देती हैं और उसके दूध पीने का इंतजार करती है।
माही दूध पीना शुरू कर देती हैं । जैसे जैसे दूध का गिलास खाली होता जा रहा था काम्या की चूत रस से और ज्यादा भीगती जा रही थी। जैसे ही माही ने खाली ग्लास टेबल पर रखा तो काम्या ने आगे बढ़कर प्यार से उसका माथा चूम लिया।
फिर वो बोली कि ठंड बहुत हैं बाहर इसलिए रूम में चलते हैं मुझे तो नींद आ रही है, मैं तो चली सोने “
और बड़ी अदा के साथ अपनी गांड़ मटकाती हुई अपने बेडरूम की तरफ बढ़ गई। उसका दिल आज बहुत बहुत था और दिल भी ज्यादा खुश उसकी चूत हो रही थी। बेडरूम के अंदर जाकर वो गेट के पीछे से उनकी और देखने लगीं
वो दोनो भी उपर की तरफ जाने लगे तो काम्या ने समर को आवाज लगाई कि बेटा उपर से मुझे मेरी दर्द वाली ट्यूब ला देना सोने से पहले।
समर और माही दोनो उपर आ गए और माही अपना बेडरूम ठीक करने लगी और फिर पैड बदलने के लिए बाथरूम में चली गई। समर ने ट्यूब उठाई और चल पड़ा अपनी मा के पास।
समर जैसे ही अंदर घुसा तो गेट के पीछे खड़ी हुई माही में उसे बांहों में भर लिया और उसका लंड पकड़ लिया । समर भी अपनी मा से चिपक गया और उसकी गांड़ दाबने लगा।
काम्या उसके लंड को सहलाते हुए दूसरे हाथ से उसका हाथ अपनी सलवार में घुसा कर अपनी चूत पर रख देती हैं। उसकी चूत इतनी टपक रही थी कि समर की पूरी हथेली रस से भीग गई।
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