Incest परिवार बिना कुछ नहीं – antarvasna sex story

समर रोते हुए: मुझे माफ़ कर दो मा, मुझे बहुत बड़ी गलती हो गई।

काम्या: जा चला जा मेरी आंखो से दूर कहीं, मैं तेरी शक्ल भी नहीं देखना चाहती”।
ऐसा कहकर काम्या ने नफरत से अपना चेहरा दूसरी तरफ कर लिया ।
समर बाहर निकल आया और चुपचाप अपने कपड़े पहनने लगा और गेट खोलकर बाहर निकल गया।

समर बाहर आ गया और पार्क में बैठ गया। वो पूरी तरह से उदास था, आज उसका दिल टूट गया था उसे अपनी मा से ऐसी उम्मीद नहीं थी । फिर उस याद आया कि वो कैसे पागलों की तरह उसकी चूत मार रहा था, तो क्या हुआ उसकी मा तो खुद उसे उकसा रही थी और तगड़ा चोदने के लिए। मेरा लन्ड इतना टाइट कभी नहीं हुआ था, उफ्फ अब क्या करू मैं , कहां जाऊं।

दोनो बाप बेटे घर से बाहर सड़को की धूल छान रहे थे एक जिस्म की प्यास के कारण। करण भी मुंबई की सड़कों पर घूम रहा था। उसे समझ नहीं आ रहा था कि अगले 4 वो क्या करे, कहां जाए। आखिरकार उसने फैसला किया कि वो आस पास के किसी अखाड़े में जाएगा। करण जल्दी जी एक अखाड़े में पहुंच चुका था जहां उसने कुश्ती का एक चैलेंज स्वीकार कर लिया और अखाड़े के सबसे बड़े पहलवान तेज सिंह को हरा दिया । तेज सिंह ने उसे एक दम अपना गुरु बना लिया और उससे दीक्षा लेने लगा। करण वहीं अखाड़े में रुक गया और लड़कों को पहलवानी के गुर सिखाने लगा। antarvasna sex story

उधर काम्या चुपचाप बेड पर पड़ी हुई थी। जैसे ही उसे गेट बंद होने की आवाज अाई तो उसे पता चल गया कि समर बाहर चला गया है।
उसने सोचा कि थोड़ी देर बाहर घूम कर आ जाएगा इसलिए उसने उसे जाते हुए नहीं रोका। उसकी गांड़ और चूत दोनो अभी भी दर्द कर रही थी , उफ्फ कितनी बुरी तरह से चोदा हैं मुझे समर ने। उसने तो कुछ भी रहम नहीं किया मेरे उपर , उसे अपनी सगी मा की तो शर्म करनी चाहिए थी।

वो धीरे से उठी और अपनी टांगे से खून साफ किया और बेड शीट बदल दी। चलते हुए उसकी टांगे भयंकर रूप से दर्द कर रही थी। उससे चलना बहुत मुश्किल हो रहा था, है भगवान अब माही क्या सोचेगी, मैं क्या जवाब दूंगी उसे ।

काम्या के पूरे जिस्म पर लाल निशान पड़े हुए थे , समर ने पूरी रात उसे बहुत अच्छे से रगड़ा था। वो धीरे धीरे चलती हुई हॉल में अाई और वहां से खून साफ किया और सॉफ्ट जेल क्रीम उठाकर छुपा ली। वो धीरे धीरे लंगड़ाते हुए बाथरूम गई और अपनी चूत और गांड़ दोनो की गुनगुने पानी से मालिश करी तो उसे थोड़ा आराम मिला।

सुबह के 9 बज चुके थे और माही कभी भी घर आ सकती थी , समर अभी तक वापिस नहीं आया था। काम्या को उसकी फिक्र होने लगी कि वो माही को क्या बताएगी अगर उसने समर के बारे में पूछा तो।

उसने समर के मोबाइल पर कॉल किया तो फोन घर में था। है भगवान अब क्या करू , कैसे पता करू उसका।

तभी उसे बाहर गाड़ी पार्क होने की आवाज अाई तो वो समझ गई कि सोनम माही को छोड़ने अाई हैं तो उसका दिल डर के मारे धक धक करने लगा। उसे सर्दी में भी पसीना आने लगा और उसका जिस्म किसी सूखे पत्ते की तरह कांपने लगा।

तभी उसके दिमाग में एक आइडिया आया और उसने तेजी से आगे बढ़कर धीरे से मैन गेट को खोल दिया और खुद बाथरूम की तरफ चल पड़ी टॉवेल लेकर नहाने के लिए।

माही और सोनम खुले गेट से अंदर आ गई तो माही ने काम्या और समर को आवाज लगाना शुरू कर दिया तो उसे बाथरूम से काम्या की आवाज अाई ।”

” माही मैं बाथरूम में हूं , तुम बैठो दोनों में अभी अाई, काम्या ने जल्दी से अपने उपर पानी डाला और अपने कपड़े अच्छे से पहन कर बाहर निकलने लगी और जान बूझकर गिर पड़ी और जोर से एक लात बाथरूम के गेट में मार दी।

जैसे ही माही और सोनम ने उसके गिरने कि आवाज सुनी तो वो दोनो तेजी से दौड़कर उसकी तरफ अाई तो उन्होंने फर्श पर पड़ी हुईं काम्या को दर्द से कराहते हुए देखा।

हाय मा री, मेरा पैर मूड गया,

वो खड़ा होने की कोशिश करने लगी और फिर से गिर गई।

क्या जबरदस्त एक्टिंग कर रही थी काम्या , अगर बॉलीवुड की अभिनेत्री भी देख लेती तो उन्हें भी शर्म आ जाती।

दोनो जल्दी से उसके पास पहुंची और उसे पकड़ कर उठाया । वो धीरे धीरे लंगड़ाते हुए खड़ी हो गई।

माही: उफ्फ आपको ध्यान रखना चाहिए था, ज्यादा चोट तो नहीं अाई आपको पैर में?

काम्या अपनी आवाज में सारे जहां का दर्द समेटते हुए बोली: आह , पैर मूड गया लगता हैं, और तो कहीं ज्यादा चोट नहीं हैं!

दोनो उसे बेड पर ले गई और आराम से लिटा दिया ।

माही: समर कहां हैं ? मैं डाक्टर को बुलाती हूं।

काम्या : समर घूमने गया था, उसका फोन घर पर ही रह गया है, डाक्टर की जरूरत नहीं हैं , तुम बस मुझे दर्द की ट्यूब दे दो , मैं मालिश करती हूं तो थोड़ा आराम मिल जाएगा।

माही ट्यूब ले अाई और बोली: ” लाइए मैं मालिश कर देती हूं,काम्या एक दम से बोली: अरे मैं खुद कर लूंगी, मुझे बहुत तेज भूख लगी हैं तुम खाने के लिए कुछ बनाओ, सोनम को भी नाश्ता करा देना।

फिर माही और सोनम दोनो बाहर आ गए और माही किचेन में घुस गई नाश्ता तैयार करने के लिए।
काम्या अब झूठ मूठ ही मालिश करने लगी, वो बहुत परेशान थी समर की वजह से , पता नहीं कहां होगा उसका लाडला बेटा।

उसे अब खुद पर अफसोस हो रहा था कि मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए था। लेकिन उसने भी तो बिना मेरे दर्द की परवाह किए हुए लंड मेरी गांड़ में ही घुसा दिया था।

सकता हैं कि मैंने हो सेक्स पावर कि टैबलेट उसे खिलाई थी उसकी वजह से उसने ऐसा किया हों।

और मैंने कौन सा सही किया था उसके साथ , मैंने कैसे उसकी गोलियां दबा दी थी , उफ्फ कितना दर्द हुआ होगा उसे क्योंकि ये तो मर्द का सबसे नाजुक हिस्सा होता हैं। पहले मैंने उसे खुद ही बहकाया, और जब वो चूत मार रहा था तो मुझे थोड़ा सा दर्द और बर्दाश्त करना चाहिए था, उसका थोड़ी देर में निकल जाता अपने आप ही। या नहीं तो फिर मैं चूस कर भी निकाल सकती थी।

कहां ढूंढू उसे अब मैं ?
है भगवान वो कोई गलत कदम ना उठा लें।मुझे कुछ भी करके उसे ढूंढ़ना ही होगा।

माही खाना तैयार कर चुकी थीं उसने सोनम और काम्या को खिलाया । थोड़ी देर बाद सोनम चली गई जबकि माही को अब समर की याद आ रही थी। उसने काम्या से कहा: मम्मी पता नहीं कहां चला गया ये समर भी?
उसे किसी की कोई परवाह ही नहीं है।

काम्या उसे तसल्ली देते हुए: अरे माही आ जाएगा , चला गया अपने किसी दोस्त के यहां ।

फिर उसने माही को खाना खिलाया और उससे बियर की बोतल लाने को बोला तो माही उपर से दो बॉटल बियर ले अाई तो काम्या ने मौका देखकर माही के गिलास में नींद की एक गोली मिला दी । माही जल्दी ही पुरी बॉटल पी गई और थोड़ी देर बाद ही उसे नशे के कारण नींद आने लगी और वो सो गई

उसके सोते ही काम्या उठी और घर से बाहर निकल गई समर को ढूंढने के लिए।

काम्या अपनी कार से निकल पड़ी समर को ढूंढने के लिए, वो पार्क में गई जहां समर अक्सर मिला करता था लेकिन वहां भी नहीं मिला, काम्या ने उसके सारे दोस्तों के यहां भी पता किया लेकिन समर वहां भी नहीं था। थक हार कर उसे आखिरी उम्मीद अखाड़े की दिखाई दी तो उसने वहां भी कॉल किया मगर अफसोस कि समर वहां भी नहीं था। डर और चिंता के मारे काम्या का दिल बैठता जा रहा था, उसे जब कुछ नहीं सूझा तो उसने एक बीयर बार का रुख किया। जैसे ही वो अंदर घुसी तो उसे एक कॉर्नर में बैठा हुआ समर नजर आया तो उसके दिल को जैसे तसल्ली सी हुई। वो तेजी से उसके पास पहुंची तो देखा कि वो पूरी तरह से नशे में डूबा हुआ था। उसके हाथ पैर कांप रहे थे और वो बहकी बहकी बाते कर कर रहा था।

लगातार रोने के कारण उसकी आंखे सूज कर लाल हो गई थी जिनके नीचे पड़ा हुआ काले रंग का घेरा उसका दर्द साफ बयान कर रहा था।

काम्या को देखकर उसने अपनी नजरे झुका ली और दूसरी तरफ मुंह कर लिया तो काम्या उसके ठीक सामने बैठ गई और वेटर को एक लार्ज पैग का ऑर्डर कर दिया। समर जानता था कि उसकी मा ने कभी शराब नहीं पी थी , वो तो कभी कभी सिर्फ बीयर पिया करती थी वो भी परिवार के साथ।

काम्या उसकी आंखो में देखते हुए बोली: समर बेटा घर चलो , माही आ गई हैं और वो तुम्हे पूछ रही हैं , अभी मैं उसे नींद की गोलि देकर अाई हूं।

समर : मैं अब घर नहीं जाऊंगा। वो मेरा घर हैं ही नहीं , आपने मुझे वहां से निकाल दिया हैं”.

काम्या को दुख हुआ उसकी बात सुनकर और वो ये भी जानती थी कि उसका बेटा जुबान का एक दम पक्का हैं। इसलिए उसने सीधे ब्रह्मास्त्र चल दिया।

काम्या : तुम्हे मेरी कसम हैं समर चलो प्लीज़ मेरे साथ , अगर तुम नहीं चले तो शाम को मेरी अर्थी को कंधा देने आ जाना।

ये बाते काम्या ने बिल्कुल होशोहवास में कहीं थी और समर को एक झटका सा लगा। वेटर पैग लेकर आ चुका था। काम्या ने उसकी तरफ देखते हुए पैग को उठाया और अपने मुंह से लगा दिया। जैसे ही उसने अपने होंठ खोले तो समर जैसे नींद से जागा तो उसने फुर्ती से अपने मा के हाथ से पैग छीनकर एक तरफ रख दिया ।

काम्या गुस्से से उसकी तरफ देखती हैं तो समर उसका हाथ पकड़ कर उसे बार से बाहर ले आता हैं। काम्या उसकी ताकत के आगे कुछ नहीं कर पाई और उसके साथ खींचती चली गई। समर ने देखा कि वो लंगड़ा कर चल रही थी।

बाहर आकर समर समर ने लड़खड़ाते हुए कदमों से गाड़ी का गेट खोला और अपनी मा को लेकर अंदर बैठ गया। दोनो मा बेटे खामोश बैठे थे। दोनो एक दूसरे से नाराज थे, बहुत सारी बाते करना चाहते थे लेकिन शुरू करने कि हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे। आखिरकार काम्या ने चुप्पी तोड़ी ।

काम्या: समर हमे घर चलना चाहिए अगर माही उठ गई तो हंगामा खड़ा हो जाएगा।

समर: आपके पैर में क्या हुआ हैं आप क्यों लंगड़ा कर चल रही हो
मम्मी?

काम्या अब आगे आकर गाड़ी स्टार्ट कर चुकी थी क्योंकि समर नशे में होने के कारण गाड़ी चलाने की हालत में नहीं था।

काम्या ने मुड़कर उसे देखा और सिर्फ एक हल्की सी स्माइल दी और फिर से गाड़ी चलाने लगी।

समर का दिल दुख रहा था अपनी मा की हालत पर। पता नहीं मम्मी के पैर में क्या हो गया है ।

समर: मम्मी आपने जवाब नहीं दिया , बताइए प्लीज़ आपके पैर में क्या हुआ हैं?

काम्या एक बार शीशे से उसकी तरफ देखती है और बोली:
” बेटा पहले घर चलो फिर सब आराम से बता दूंगी।antarvasna sex story

कोई आंधे घंटे के बाद गाड़ी उनके घर के बाहर पार्क हो चुकी थी। काम्या ने अंदर जाकर देखा तो माही अभी तक सोई हुई पड़ी थी।
समर धीरे से अंदर आ गया और बाथरूम में घुस गया, जल्दी ही एक नहाकर बाहर आ गया था । अब वो एक दम पहले जैसा प्यारा लग रहा था, नशा पूरी तरह से उतर चुका था।
काम्या बाहर हॉल में आकर बैठ गई तो समर सीधे उसके पैरो में आ पड़ा और माफी मांगने लगा।
उसकी आंखे गीली हो चुकी थी ।काम्या ने उसे उठाया और अपने गले से लगा लिया और वो उसकी गोली दबाने के कारण उससे माफी मांग रही थी।

दोनो मा बेटे की आंखों में आंसू थे और एक दूसरे से माफी मांग रहे थे। दोनो ने एक दूसरे को माफ किया । जैसे ही काम्या ने समर को माफ किया तो उसने धीरे से पूछा कि अब बताओ आपके पैर में क्या हुआ हैं?

काम्या ने अपने दोनो हाथ उसकी कमर में लपेट दिए और उससे चिपक कर बहुत ही प्यार से उसके कान में बोली:

शैतान लड़के तूने अपनी मा की चूत और गांड़ दोनो फाड़ दिए हैं जिस कारण मुझे दर्द हो रहा है।

समर ने जैसे ही ये बात सुनी तो उसने काम्या को जोर से अपनी बांहों में कस लिया और उसके गाल चूम लिए।

काम्या : चल अब छोड़ मुझे, मेरी हालत पहले से ही खराब कर रखी है तूने, अगर तेरा खड़ा हो गया तो तू फिर से मेरी नानी याद दिला देगा। “

काम्या ऐसा बोलते हुए उसकी पकड़ से आजाद हो गई और किचेन से लाकर खाना टेबल पर लगा दिया। दोनो मा बेटे एक साथ की तरफ प्यार से देखते हुए खाना खा रहे थे।

माही भी उठ गई और वो भी फ्रेश होकर उनके साथ ही बैठ गई। तीनो खाना खा रहे थे।

माही: समर टीम जहां चले गए थे बिना बताए? यहां मम्मी बाथरूम में गिर पड़ी थी और इनके पैर में चोट लग गई है।”

समर को काम्या ने सब बता दिया था इसलिए वो बोला:” अरे मैं अपने दोस्त के यहां चला गया था। मम्मी सो रही थी इसलिए मैं इन्हें नहीं उठाया था।

काम्या: बेटा आगे से कहीं भी जाओ तो बता कर जाया करो , और अपना मोबाइल भी साथ लेकर जाया करो।

तीनो खाना खा चुके थे तभी बाहर डोरबेल बजी तो समर ने दरवाजा खोल दिया तो बाहर दो लड़कियां खड़ी हुई थी। पूछने पर उन्होंने बताया कि वो ब्यूटी पार्लर में अाई थी लेकिन वो बंद था इसलिए घर आ गई।माही खुश हो गई। ये दोनो उसकी नियमित ग्राहक थी, इसलिए उसने उन्हें बैठाया और चाई पिलाई । फिर उनके साथ घर से लगे हुए ब्यूटी पार्लर में चली गई।

उसके जाते ही समर ने प्यार से अपनी मा की तरफ देखा तो काम्या ने भी उसे एक प्यारी सी स्माइल दी। काम्या बर्तन उठाकर किचेन की तरह चल दी तो समर ने उसके हाथ से बर्तन के लिए और खुद किचेन में धोने चला गया । काम्या तो हैरान रह गई। घर का वो कोई काम नही करता था , और आज वो किचेन में बर्तन साफ कर रहा था । उसे खुशी हुई और वो अपने बेटे के पास किचेन में ही चली गई।
समर आराम से अपने काम में लगा हुआ था। कोई 5 मिनट बाद सारे बर्तन साफ हो गए तो समर को नहीं पता था कि बर्तन कैसे सजाने है इसलिए उसने उम्मीद भरी निगाहों से अपनी मा की तरफ देखा तो काम्या खुद आगे बढ़कर बर्तन सजाने लगी और समर प्यार से उसे देखने लगा।

कुछ बर्तन उपर रखने थे तो काम्या जैसे ही स्टूल पर चढ़ने लगी तो समर ने उसे रोक दिया।

समर: मम्मी आप रहने दीजिए , आपको पहले से ही दर्द हैं, मैं रख देता हूं उपर बरतन, बस आप बताती जाए।

समर ने स्टूल एक तरफ हटा दिया और और खुद उसके पीछे समर खड़ा हो गया। काम्या ने उसे इशारा किया कि ये प्लेट उपर स्लेफ पर लगनी हैं तो उसने अपने हाथ बढ़ाकर प्लेट लगानी शुरू कर दीं । जैसे ही एक आगे हुआ तो उसका शरीर काम्या की पीठ से छू गया । दोनों ऐसे ही खड़े रहे और काम्या उसे प्लेट , ग्लास देती रही और वो आगे को हो होकर उन्हें लगाता रहा। काम्या की गांड़ से लगा होने के कारण उसके लंड में तनाव आना शुरू हो गया।

अगली बार वो जैसे ही प्लेट रखने को आगे हुआ तो आधा खड़ा हुआ लंड उसकी मा की गांड़ से जा लगा। उफ्फ जैसे ही काम्या को अपनी गांड़ पर लंड का एहसास हुआ तो उसकी कंपकपी छूट गई। दिल तेजी से धड़कने लगा। उसे वो दर्द याद आ गया जब वो गांड़ में लंड घुसने से बेहोश हो गई थी।

उसने आगे को होना चाहा लेकिन अभी क्योंकि प्लेट लगनी बाकी थी इसलिए वो चुपचाप खड़ी रही। अपनी मा की तरफ से कोई विरोध ना पाकर समर ने लंड का थोड़ा और दबाव उसकी गांड़ पर बढ़ा दिया।

काम्या की चूची उपर नीचे होने लगी, सांसे पूरी तेज चल रही थी। उसके पैरो में दर्द हो रहा था , जैसे ही वो सहारा लेने के लिए आगे को झुकी तो उसकी गांड़ और ज्यादा उभर गई और लंड अब फिसलकर चूत पर जा लगा।

जैसे ही लंड चूत पर लगा तो काम्या का रोम रोम उत्तेजना से भर उठा। उसने अपने बेटे की तरफ पीछे गर्दन घुमा कर देखा तो वो ऐसे दिखा रहा था मानो उसे कुछ मालूम ही नहीं हो।

समर: मम्मी जल्दी दे प्लेट दो,। जल्दी काम खतम हो जाएगा।

इस बार जैसे ही काम्या प्लेट उठाने के लिए आगे को झुकी तो समर ने अपने लंड का दबाव और बढ़ा दिया तो लंड सीधा उसकी चूत के छेद पर जा लगा।

जैसे ही लंड छेड़ से छुआ तो काम्या की चूत में रस आने लगा और वो गीली होने लगी। दर्द के कारण आज इसमें पेंटी नहीं पहनी हुई थी और लंड सिर्फ एक पतली सी सलवार में से उसकी चूत पर पूरा दबाव डाल रहा था।उसने कांपते हाथों से प्लेट उठाकर समर की तरफ बढ़ा दी तो समर को प्लेट रखने के लिए थोड़ा सा आगे झुकना पड़ा जिस कारण उसका जिस्म आगे को आया और लंड का सुपाड़ा उसकी मा की चूत पर पूरा दबाव डालते हुए कपड़ों सहित आधा अन्दर घुस गया।antarvasna sex story

जैसे ही सुपाड़ा अंदर घुसा तो काम्या की बुरी तरह से सूजी हुई चूत में दर्द की लहर दौड़ गई।

” आह उई मा री”

और एक तेज मस्ती और दर्द से भरी हुई सिसकी उसके मुंह से निकल गई।किचेन का काम खत्म हो चुका था इसलिए बाहर निकलने के लिए जैसे ही काम्या पलटी तो लंड का आधा घुसा हुआ सुपाड़ा बाहरी निकल गया।

और वो अपने बेटे को देखती हुई उसे एक कामुक स्माइल देकर बाहर निकल गई। समर उसकी हिलती हुई गांड़ को देखता रहा।

तभी माही भी अंदर आ गई। माही को भी कल से पीरियड की वजह से दर्द हो रहा था इसलिए को पैड बदलने के लिए अाई थी। उसने उपर जाकर अपनी पैड बदल ली और नीचे हॉल में आकर बैठ गई। तीनो आराम से बैठे हुए टीवी देखते रहे और अपनी बात करते रहे। धीरे धीरे रात होने लगी तो काम्या और माही दोनो की हालत खराब थी इसलिए समर बाहर से खाना पैक करा लाया था। पूरे परिवार ने एक साथ खाना खाया और फिर माही और समर उपर चल दिए सोने के लिए जबकि काम्या बहुत हसरत भरी नजरो से समर की तरफ देख रही थी। तभी माही बोल उठी :

” मम्मी आप ध्यान दे मालिश कर लेना , कहीं ऐसा ना हो कि ठंड के कारण आपका दर्द बढ़ जाएं ।

माही उपर अपने बेडरूम में चली गई और समर भी उसके साथ ही अंदर आ गया। बेड पर ल लेटते ही माही ने उसे अपनी बाहों में भर लिया।समर भी उससे लिपटता चला गया और उसके होंठो की चूसने लगा। माही जानती थी कि उसे पीरियड हुए हैं इसलिए उसने अपने आपको काबू में किया और समर के होंठो को चूसने लगी। उसे अभी भी दर्द हो रहा था पीरियड जी की वजह से।

उफ्फ दोनो ऐसे ही किस करते रहे। समर उठा और बाथरूम चला गया क्योंकि उसे बहुत जोर से पेशाब लगी हुई थी। जैसे ही वो बाहर निकला तो गैलरी से उसकी नजर उपर छत की ओर चली गई जहां काम्या उसे दिखाई दी।जैसे ही दोनो की नजरे टकराई तो काम्या ने अपनी जीभ अपने होंठो पर घुमाते हुए उसे एक सेक्सी स्माइल दी।

समर जल्दी से बाथरूम चला गया और जैसे ही बाहर आया तो काम्या उसकी ही तरफ देख रही थी। काम्या ने अपनी एक चूची को उसे दिखाते हुए कपड़े के ऊपर से ही दबा दिया तो समर के लंड में तूफान मच गया।

वो उपर रखे हुए फ्रिज से बियर की दो कैन निकाल लाया और अपने कमरे में घुस गया जहां उसकी जान माही उसका इंतजार कर रही थी। बीयर देखते ही माही की आंखे चमक उठी क्योंकि उसे बीयर पिए हुए काफी टाइम हो गया था। वो कैन अपने मुंह से लगा ली और एक ही सांस में पूरी पी गई। समर भी पीने लगा तो उसने अपना कैन माही के होंठो से लगा दिया तो माही उसकी झूठी बियर का आधा कैन फिर से पी गई। थोड़ी देर बाद ही उसने नशे से झूमना शुरू कर दिया।

वो समर के उपर चढ गई और उसे किस करने लगी। समर भी उसका साथ देने लगा। माही ऐसे ही किस करते करते उसकी छाती पर ही सो गई। कुछ देर बाद जब समर को यकीन हो गया कि अब वो गहरी नींद में हैं तो उसने उसे धीरे से अपने उपर से हटा दिया और बहुत ही आहिस्ता से उसे बेड पर लिटा दिया। माही ने नींद में ही तकिए को समर समझ कर अपने सीने से चिपका लिया।

कोई दस मिनट बाद समर आहिस्ता से उठा और गेट खोलकर प्यार से बंद किया और उपर छत पर चल दिया।

छत पर जाकर उसने देखा तो उसे काम्या कहीं नजर नहीं आई तो वो उसे ढूंढने के लिए नीचे की तरफ चल दिया । जैसे ही उसने काम्या के दरवाजे को हल्का का धकेला तो वो खुद ही खुलता चला गया। उसने देखा कि उसकी सोफे पर बैठी हुई अंगड़ाई ले रही हैं तो वो उसके पास सोफे पर जाकर बैठ गया। काम्या ने एक लाल रंग की शॉर्ट पहनी हुई थी जिसमें से उसका जिस्म साफ नजर आ रहा था।

धोबन और उसका बेटा

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