Incest परिवार बिना कुछ नहीं – antarvasna sex story

इस चुदाई से दोनो मस्त हो रहे थे। जितने प्यार से चाकू किसी केक में घुसता है लंड भी ठीक उसी तरह से चूत में घुस रहा था। दर्द का कोई एहसास दूर दूर तक नहीं, सिर्फ मजा और मस्ती।आज उन्हें लग रहा था कि धक्के मारने से ज्यादा मजा तो इस प्यार भरी चुदाई में हैं। काम्या ऐसे ही अपने बेटे की गोद में बैठी हुई चुद रही थी। उसकी चूत कि दीवारों ने कम्पन शुरू कर दिया तो उसे और ज्यादा मजा आने लगा।

काम्या” आह समर , ऐसे ही प्यार से चोदता रह मुझे, मेरी चूत मस्त हो गई है इस चुदाई से ।

काम्या ने अब अपनी चूत को लंड पर पूरा कस दिया जिससे समर का लंड उसकी चूत को बहुत बुरी तरह से रगड़ता हुआ अंदर बाहर होने लगा जिससे समर भी मस्त हो गया और दोनो की मादक सिसकियां गूंजने लगी।

आह मम्मी, ऐसे ही कसो अपनी चूत, उफ्फ लगता हैं जैसे लंड फस गया है अंदर, मेरा कभी भी निकल सकता है आह सुखद एहसास है इस चुदाई में मेरी मां।”

काम्या ने अपनी चूत का पूरा दबाव लंड पर बढ़ा कर पूरा जड़ तक अन्दर घुसा लिया और पूरी ताकत से अपनी चूत उसके लंड पर चिपका दी तो समर का रोम रोम कांप उठा और उसके लंड ने वीर्य की बौछार अपने मा की चूत में करनी शुरू कर दी। जैसे ही काम्या की चूत को वीर्य का एहसास हुआ तो उसकी रस ने भी अपने सारे बंधन तोड़ते हुए अपने रस से अपने बेटे के लंड को पूरा नहला दिया। दोनो मा बेटे ऐसे ही एक दूसरे से चिपके रहे ।

आज समर को एहसास हुआ कि जो मजा और सुख चाहे वो जिस्मानी हो या रूहानी एक बेटे को उसकी मा दे सकती हैं वो दुनिया की कोई दूसरी औरत कभी नहीं से सकती । अब तक समर अपने मा को सिर्फ हवस की नजर से देखता था लेकिन अब उसे अपनी मा से प्यार हो गया था ठीक वैसा ही प्यार जैसा वो माही वे करता हैं मतलब दो जिस्म एक जान।

समर ने अब काम्या की चूत की गुनगुने पानी से मालिश करने लगा जिससे काम्या की चूत को बड़ा सुकून मिलने लगा और दर्द जैसे गायब होने लगा, समर ने अच्छे से अपनी मा की चूत की पानी से सिकाई करी तो काम्या की चूत में अब दर्द नही था मगर सूजन अभी भी थी जिससे उसकी चूत थोड़ी सी फुली हुई थी और बहुत ज्यादा खूबसूरत लग रही थी। काम्या अपने बेटे के इस प्यार से गदगद हो उठी और उसका माथा चूम लिया।

दोनो मा बेटे फिर से एक साथ नहाए और दोनो ने टॉवेल से अच्छी तरह से एक दूसरे का। जिस्म साफ किया और समर उसे फिर से अपनी गोद में उठा कर अपने मा के बेडरूम में आ गया।

जैसे ही दोनो की जिस्म की आग ठंडी हुई तो पेट की आग भड़क गई और दोनों ही सुबह से भूखे थे इसलिए काम्या ने समर को अपनी गोद में बिठाकर खाना खिलाना शुरू कर दिया ।
दोनो एक दूसरे को खाना खिला रहे थे , जैसे ही काम्या ने रोटी का निवाला समर के मुंह से लगाया तो समर ने उसकी उंगली को हल्के से काट लिया तो काम्या बनावटी गुस्सा दिखाते हुए:

शर्म कर बदतमीज लड़के , अपनी मा की उंगली में काटता हैं, कोई देखेगा तो क्या कहेगा!!

समर को हंसी आ गई और उसने प्यार से अपनी मा के कानो में फुसफुसाया कि पूरी होकर अपने बेटे को गोद में बिठा लिया तो अब कैसी जमाने की परवाह।””

समर की इस बात पर दोनों एक साथ खिलखिला उठे और फिर से खाना खाने लगे। जल्दी ही दोनो का पेट भर गया । जैसे ही पेट की भूख शांत हुई तो दोनो के जिस्म फिर से सुलग उठे।

बाहर अभी भी बारिश हो रही थी जो पूरी तेजी पकड़ चुकी थी । काम्या ने खाने के बर्तन उठाए और किचेन कि तरफ चल दी तो पीछे से उसकी नंगी मोटी मटकती हुई गांड़ को देखकर समर का लंड फिर से अपनी पूरी औकात में आ गया। जैसे ही काम्या मुड़ी तो उसके नजर समर पर पड़ी जो उसकी गांड़ को घुर रहा था तो काम्या मुस्कुरा उठी और अपनी गांड़ को और ज्यादा मटकाते हुए चलने लगी तो समर का लंड जैसे जोश से फटने लगा । उफ्फ आज कितना जोश था समर के लंड में। उसने दोनो हाथ से अपना लंड थाम लिया और सहलाने लगा मजे के कारण उसकी आंखे बंद हो गई थी और काम्या का इंतजार करने लगा।
काम्या धीरे से निकली और उपर माही के रूम में जाकर उसकी वो काली लिंगरी पहन ली और नीचे आ गई । चुपके से दबे पांव को समर के पास पहुंची और अपना मुंह झुकाकर उसके सुपाड़े को मुंह में भर लिया।

जैसे ही सुपाड़ा अंदर घुसा तो समर की आंखे खुल गई और उसकी नजर काम्या पर पड़ी तो उसका लंड काम्या जोश में उछलते हुए अपनी मा के मुंह से निकल गया और हवा में लहराने लगा। लिंगरी काम्या के जिस्म पर बहुत ज्यादा टाइट आ रही थी, चूचियां तो जैसे जबरदस्ती अंदर ठूस सी गई थी और चूत की फांके आधे लगभग पूरी ही बाहर थी बस एक हल्की सी पट्टी सिर्फ चूत के छेद को ढक रही थी।

समर ने जोश में आकर अपनी मा को दबोच किया और वहीं बेड पर गिराकर इसके उपर चढ़ गया और उसकी चूचियों को पूरी ताकत से भींचना शुर कर दिया तो काम्या के मुंह से दर्द और मस्ती भरी सिसकारियां निकलने लगी।

काम्या: आह समर, थोड़ा प्यार से दबा मेरी चूची, उखाड़ देगा ऐसे तो तू , हाय मा री, “

समर का लंड उसकी चूत के छेद पर लगा हुआ था और पूरी तरह से सूखा हुआ है वो अपने लंड दबाव उसकी चूत पर बढ़ाने लगा जिससे काम्या की चूत गीली होने लगी तो सुपाड़ा थोड़ा सा भीग गया तो समर ने एक बार काम्या की आंखो में देखा और फिर पूरी ताकत से एक भयंकर धक्का उसकी चूत में मार दिया तो लंड जड़ तक पूरा जा घुसा तो काम्या दर्द के मारे तड़प उठी ।

आह हाय मा री मर गई aahhhh ohhhhhh , siiiiiiiii uffff ma , उफ्फ सूखा ही घुसा दिया , फाड़ दी मेरी चूत,

लंड कि मोटी गांठ ने चूत का बुरा हाल कर दिया था , काम्या पूरी तरह से दर्द से तड़प रही थी, उसे उम्मीद नहीं थी कि उसका बेटा इतना तगड़ा धक्का मार सकता हैं ।

काम्या ने दर्द भगाने के लिए अपने दोनो हाथ उसके गरदन में डाल दिए और उससे चिपक गई और उसकी कमर सहलाने लगी।
समर ने पूरे लंड को जोर से खींच कर बाहर निकाला और फिर पूरी ताकत से एक और धक्का अपनी मा की चूत में जड़ दिया तो पूरा लंड फिर से उसकी चूत में घुस गया और सीधे उसके पेट में जाकर अड गया। काम्या का जिस्म दर्द से ऐंठ गया और उसने अपने नाखून समर की कमर में घुसा दिए तो समर दर्द से बिलबिला उठा और उसने अपनी मा की चूत को पूरी ताकत से चोदना शुरू कर दिया , इससे पहले कि काम्या कुछ समझ पाती लंड पूरी रफ्तार से उसकी चूत में अंडर बाहर होने लगा।

काम्या: आह नहीं, बस कर ऐसे मत कर मैं तेरी सगी मा हूं ज़ालिम , कोई दुश्मन नहीं, मेरी चूत पे रहम कर कुछ तो।

समर ने एक हाथ आगे ले जाकर तकिया उठाया और लंड अंदर घुसे हुए ही काम्या की चूत को उपर उठा लिया और तकिया उसकी गांड़ के नीचे रखकर फिर से चोदना शुरू कर दिया ।काम्या ने दर्द के मारे अपनी दोनो टांगे भींच ली तो उसने जोर से काम्या की गांड़ पर थप्पड़ बरसाने शुरू कर दिए और उसकी जांघो को पूरा खोल कर फिर से चुदाई शुरू कर दी तो काम्या की चूत अब थोड़ा सा खुलने लगी ।

जब काम्या को कोई रास्ता नहीं सूझा तो उसने अपने हाथ से अपने मुंह से थूक लेकर लंड को नहला दिया । फिर तो जैसे कमाल हो गया और लंड आराम से पूरा अन्दर बाहर होने लगा और अब काम्या को भी मजा आने लगा तो उसके मुंह से अब दर्द की जगह मस्ती भरी सिसकारियां निकलने लगी।

“आह चोद मेरी चूत, फाड़ पूरा आज उफ्फ कितना मजा आ रहा हैं मेरी मा, क्या मस्त लंड हैं तेरा समर , पूरा घुसा घुसा कर चोद मुझे।

जैसे ही उसने अपनी मां की सिसकियां सुनी तो वो और जोर जोर से धक्के मारने लगा। हर धक्के पर लंड सीधा उसकी बच्चेदानी में ठोकर मार रहा था जिससे काम्या पूरी मस्ती से झूम रही थी।

“आह घुसा से सारा लंड मेरी बच्चेदानी में, फाड़ से सब कुछ आज , याद दिला दे मुझे मेरी मां ,
हाय मेरे लाल तेरे लंड नहीं लोला हैं पूरा ।

काम्या ने अब अपनी चूत को उसके लंड पर कसना शुरू किया तो लंड पूरी तरह से फस कर जाने लगा तो समर मजे से पागल सा हो गया और मस्ती से उसका मुंह एक बार फिर से खुल गया।

आह कम्मो , मेरी कम्मो तेरी चूत कितना मस्त हैं, फाड़ दूंगा आज इसको में”..

काम्या ने जैसे ही अपने बेटे के मुंह से कम्मो सुना तो वो खुशी से झूम उठी और अपनी गांड़ पूरी उठा उठा कर चुदने लगी।

आह समर, फिर से बोल मुझे कम्मो मेरे लाल, चोद अपनी कम्मो को , पूरी ताकत से चोद।

समर उसकी आंखो में देखते हुए : क क कम्मो कम्मो मेरी जान हैं तू, अब तेरी चूत में सिर्फ मेरा लन्ड घुसैगा, रोज घुसेगा।

काम्या ने अपनी टांगो को पूरा खोल दिया जिससे लंड अब और ज्यादा तेजी से अंदर बाहर होने लगा । बेड पूरी तरह से चरमरा रहा था लग रहा था मानो टूट जाएगा , तो काम्या ने समर को कस लिया और उसकी गोद में चढ़ गई और फिर दूसरे हाथ से एक गड्ढा नीचे खींच दिया जो नीचे गिर कर खुलता चला गया।
समर ने काम्या को गद्दे पर लिटा दिया और उसकी लिंगरी निकालते हुए उसे पूरा नंगा कर दिया और एक ही धक्के में अपना पूरा लंड उसकी चूत में घुसा दिया तो मजे से काम्या का मुंह फिर से खुल गया।

आह समर , ऐसे ही चोद अपनी कम्मो को, अब बेड टूटने की भी फिक्र नहीं, दिखा कितना दम हैं तेरे लंड में बना दे मेरी चूत का भोसड़ा अब।

समर पुरी तरह से बिगड़ गया और उसका लंड किसी पिस्टन कि तरह काम्या की चूत में चलने लगा। काम्या का पूरा जिस्म कांप रहा था, हर धक्के पर उसकी गांड़ एक एक फुट उछल रही थी , सांसे पूरी तरह से उखड़ रही थी , लालच में उसने समर का मुंह अपनी चूचियों पर झुका दिया और समर उसकी चूची चूसने लगा। तभी काम्या को लगा कि उसकी चूत में सैलाब सा आ रहा हैं तो उसने पूरी ताकत से अपनी चूत समर के लंड पर दबा दी और पूरा लंड जड़ तक घुसा लिया।

आह समर, चुद गई तेरी कम्मो, गई मेरी चूत , आह हाय तेरा लंड मेरी चूत aahhhhhhh maaaaaa riiiiiiii ।

और काम्या की चूत से अपना रस छोड़ कर समर का लंड और गीला कर दिया तो समर पूरी ताकत से चोदने लगा। समर के लंड में हलचल शुरू हो गई और उसके आंड की गोलियां में उबाल आने लगा तो उसने सांड की तरह चूत को फाड़ना शुरू कर दिया तो काम्या के मुंह से फिर से दर्द भरी सिसकाियां निकलने लगी।

नहीं समर, बस कर फट रही हैं अब मेरी चूत, दर्द होता हैं मत कर मर जाएगी तेरी कम्मो।”

और समर ने पूरी ताकत से एक आखिरी धक्का लगाया तो उसका लंड काम्या की चूत में जड़ तक घुस गया, पूरा अन्दर तक , उसके आंड की गोलियां काम्या की चूत से आ लगी जिससे समर और काम्या दोनो की आह निकल गई और समर ने उसकी चूत में अपने वीर्य की बरसात कर दी और उसके ऊपर गिर पड़ा। दोनो मा बेटे ऐसे ही नंगे पड़े रहे। लंड झड़ने के बाद भी उसकी चूत में ही घुसा हुआ पड़ा रहा और काम्या अपने बेटे के लंड को अपनी चूत में ही लेकर सो गई।राम्या और कारण जैसे ही एयरपोर्ट से अंदर घुसे तो आज राम्या बहुत खुश थी क्योंकि आज वो पहली बार प्लेन में बैठने वाली थी और सबसे बड़ी बात ये सब कुछ उसने अपने दम पर हासिल किया था। ऐसे तो घर में पैसे की कोई कमी नहीं थी लेकिन फिर भी वो फालतू खर्च नहीं करना चाहती थी शायद इसलिए वो आज तक कभी प्लेन में नहीं बैठ पाई थी। उसने करण की तरफ देखते हुए उसका हाथ अपने हाथो में थाम लिया और मटक मटक कर चलने लगी जिससे पीछे आ रहे लोगों के लंड खडे होने लगे।

फिर दोनो जैसे ही प्लेन में बैठे तो प्लेन उड़ चला सपने के नगर मुंबई की तरफ जहां एक सपना राम्या भी देखना चाहती थी मिस इंडिया बनने का सपना।

दो घंटे बाद उसकी फ्लाइट लैंड हुई एक नए शहर में जहां उन्हें कोई नहीं जानता था ।वो दोनो एयरपोर्ट से बाहर की तरफ निकलने लगे तो काम्या ने देखा कि वहां काफी सारे कपल एक दूसरे की कमर में हाथ डाले चले जा रहे थे तो उसने अपने बाप को इशारा किया तो करण ने भी अपनी बेटी की नाजुक कमर में हाथ डाल दिया और दोनो ऐसे ही चलते हुए एयरपोर्ट से बाहर निकल गए। वहां से उन्होंने टैक्सी ली और चल पड़े शीला मैडम के एड्रेस की तरफ।

काफी देर तक टैक्सी मुंबई की सड़कों पर घूमती रही और लास्ट में ड्राइवर ने गाड़ी एक शांडर बंगले के सामने रोक दी जो कि मरीन ड्राइव के पास बना हुआ था । राम्या ने नौकर को अपना नाम और पता बताया तो उसने शीला मैडम को फोन किया तो शीला ने उन्हें तुरंत अंदर भेजने के लिए कहा ।

दो दोनो अंदर जाकर एक शानदार कमरे में बैठ गए और थोड़ी देर बाद शीला मैडम अंदर कमरे में दाखिल हुई तो राम्या खुश हो गई उसे देख कर।
फिर उसने दोनो को अच्छे से खाना खिलाया और बताया कि वो दोनो अगले 7 दिन तक उसके साथ इसी घर में रुकने वाले हैं तो राम्या के साथ साथ करण का दिल भी खुशी से झूम उठा।

शीला: तुम अब रोज मेरी देख रेख़ में प्रैक्टिस करोगी , तुम्हे रैंप पर कैटवॉक करना, अपने जिस्म को कैसे ठीक से उभारना हैं सब सीखा दूंगी। अब रात बहुत हो गई हैं आप दोनो आराम कर सकते हो।सुबह ठीक 6 बजे मुझे तैयार मिलना।

उसके बाद दोनो उपर बने कमरों में चले गए। उपर दो शानदार कमरे बने हुए थे जहां से समुंदर का नजारा साफ दिखाई देता था , शीला के घर का एक हिस्सा समुन्द्र के बीच पर खुलता था।

दोनो बाप बेटी उपर चले गए तो कमरे में पहुंचते ही राम्या ने कारण को बांहों में भर लिया और उससे चिपक गई । करण ने भी उसे गले लगा लिया और अपने दोनो हाथ उसकी कमर पर ले जाकर उसकी काम पर हाथ फेरना लगा। दोनो एक दूसरे की आंखो में देख रहे थे और राम्या ने जैसे ही अपने होंठ आगे बढ़ाए तो करण ने उसके होंठो पर अपने होंठ चिपका दिए और दोनो ने एक दूसरे के होंठो को चूसना शुरू कर दिया। उफ्फ कितना मस्त सीन था। दोनो बाप बेटी एक दूसरे के मुंह में घुसे जा रहे थे। कोई शर्म नहीं , कोई झिझक नहीं ना कोई डर।

एक लंबे किस के बाद दोनो के होंठ अलग हुए और दोनो प्यार से एक दूसरे को आंखो में देखने लगे और जैसे ही करण ने उसकी चूचियों की तरफ हाथ बढ़ाया तो राम्या ने उसका हाथ बीच में ही रोक दिया तो करण ने हैरानी से उसकी तरफ देखा तो राम्या बोली:

” अभी थोड़ा सब्र करो पापा, पहले मुझे मिस इंडिया बन जाने दो , उसके बाद में आपको नहीं रोकूंगी।

करण का लंड खड़ा हो चुका था क्योंकि उस चूत नहीं मिल पाई थी पिछले दो महीने से। लंड बेचैन था चूत में घुसने के लिए चाहे वो उसकी सगी बेटी की चूत ही क्यों ना हो , वैसे भी राम्या करण की बेटी थी लंड की बेटी थोड़ी ही थी। करण उदास हो गया और बिना कुछ बोले ही उसके रूम से बाहर निकल गया तो राम्या उसके पीछे उसके रूम में आ गई और उसकी कमर पर चिपक गई और अपने दोनो हाथ उसके बगल से निकाल कर उसके सीने पर रख दिए। करण ने राम्या के दोनो हाथ अपने सीने पर से हटा दिए और उसकी तरफ पीठ किए हुए ही खड़ा रहा था । राम्या समझ गई कि उसका बाप नाराज हैं उससे इसलिए वो फिर से अपने बाप से चिपक गई और उसके सीने पर दोनो हाथ रख दिए तो करण ने फिर से उसके हाथ गुस्से से हटा दिए । वो उसकी तरफ पीठ किए हुए ही बोला:

अब तुम जाओ राम्या, मैं पूरे दिन का थका हुआ हूं , मुझे बहुत तेज नींद आ रही हैं “

राम्या अपने बाप के सामने जाकर खड़ी हो गई और और एक नजर उसके खड़े हुए लंड पर मारकर आंखो में देखते हुए बोली :

” सब जानती हूं मैं कितनी नींद आ रहीं हैं आपको , जब देखो इस खड़ा करके रखते हो, थोड़ा सा इसे आप समझाया भी करो, लगता हैं मुझे ही इसका इलाज करना पड़ेगा

और ऐसा कहकर उसने तेजी से अपने बाप की पेंट की चैन खोली और लंड को पकड़कर बाहर निकाल लिया तो लंड आजाद होते ही किसी ज़हरीले सांप की तरह फुफकारने लगा।

करण ने जैसे ही उसे फिर से अपनी पैंट में अंदर डालना चाहा तो राम्या ने लंड को करण के हाथ से छुड़ाकर फुर्ती से अपने होंठ खोलते हुए आधे से ज्यादा मुंह में भर लिया और चूसना शुरू कर दिया। जैसे ही राम्या के नाजुक होंठ लंड पर पड़े तो करण का सारा गुस्सा हवा हो गया और वो दोनो आंखे बंद करके लंड चुसाई का मजा लेने लगा। राम्या ने देखा कि उसका बाप अब कोई विरोध नहीं कर रहा हैं तो उसने आराम से लंड को चूसना शुरू कर दिया वो अपना मुंह आगे पीछे करते हुए लंड को चूसने लगी।

करण पूरी तरह से मस्त हो गया और उसके दोनो हाथ अपने आप ही राम्या के सिर पर आ गए और उसके सिर को लंड पर दबाने लगे जिससे लंड और ज्यादा राम्या के मुंह में घुसने लगा। राम्या ने अपनी जीभ लंड पर फेरनी शुरू कर दी तो करण का मजा और बढ़ गया और अगली बार जैसे ही लंड थोड़ा सा बाहर की तरफ आया तो उसने पुरी ताकत से लंड का धक्का राम्या के मुंह में मार दिया तो उसका मोटा लन्ड राम्या के मुंह को खोलता हुआ पूरा अन्दर घुस गया और राम्या की आंखो में दर्द के मारे आंसू आ गए । जैसे ही लंड अंदर घुसा तो राम्या को अपने गले में तेज दर्द का एहसास हुआ क्योंकि लंड सीधा जाकर उसके हलक में अड गया था तो उसने शिकायती नजरों से अपने बाप की तरफ देखा तो करण ने उसकी आंखो में देखते हुए प्यार से अपने दोनो कान पकड़ लिए मानो माफी मांग रहा हो।

करण की इस हरकत पर राम्या दर्द में भी मुस्कुरा उठी और उसके मुंह पर एक स्माइल फैल गई। उसने अपने बाप की आंखो में देखते हुए लंड को थोड़ा सा बाहर निकाला और फिर से अपने मुंह में लेकर चूसने लगी तो समर का मुंह मजे से खुल गया।

“आह शाबाश मेरी बेटी , ऐसे ही चूस अपने बाप का लंड, चूस चूस कर निकाल दे मेरा आज।

Aur bhi aise hi family sex stories ke liye indisexstories.com padhte rahiye antarvasna sex story

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