Incest परिवार बिना कुछ नहीं – antarvasna sex story

समर अब उसकी चूत कि दीवारों को अंदर से चूस रहा था जिससे माही का जिस्म फिर से गरम हो गया और वो अपनी चूत फिर से समर के मुंह में घुसाने लगी। antarvasna sex story

माही : आह , और चूस लो मेरी चूत, पूरी मुंह में भर कर चूसो ,
काट दो पूरी चूत को, हाय मा री चूत”

समर ने उसकी पूरी चूत को मुंह में भर लिया और जोर जोर से उसके दाने पर अपनी जीभ रगड़ते हुए चूसने लगा तो माही की चूत एक बार फिर से झड़ने के कगार पर पहुंच गई।

माही: आह , मेरी चूत फिर से फट गई , हाय मेरी मा री सी सी सी ई ई ई कितनी अच्छी है मेरी चूत।

और उसने जोर से समर के बालो की पकड़ कर खींच दिया तो उसकी मुट्ठी में उसकी कुछ बाल फटकर आ गए।

समर उसकी चूत को मजे से चूसता रहा जब तक कि उससे रस टपकना बंद नहीं हुआ।मजे की अधिकता के कारण उसकी दोनो आंखे बंद हो चुकी थी , इतना मजा उसे पहले कभी नहीं आया था।

गेट पर खड़ी हुई काम्या तो जैसे पागल हो गई थी , समर इतनी अच्छी चूत चूसता हैं आज उसे पहली बार एहसास हुआ, उसकी खुद की चूत इतनी बह चुकी थी कि रस जांघो से होता हुआ फर्श तक आ चुका था। उसकी ऐसी चूत चुसाई आज तक नहीं हुई थी।

उधर माही ने जैसे ही आंखे खोली तो उसे अपनी मुट्ठी में समर के बालो का एक गुच्छा नजर आया तो उसे एहसास हुआ कि कुछ लोग जवानी मैं है गंजे क्यों हो जाते हैं ।

माही की सांसे अभी भी उखड़ी हुई थी और चूचियां उपर नीचे उछल रही थी। इससे पहले कि माही कुछ समझ पाती समर ने उसकी टांगो के बीच आकर उसकी एक टांगो को अपने कंधे पर रखा और उसकी रस से भीगी हुई चूत में पूरी ताकत से अपने सूखे लंड से एक पूरा तगड़ा धक्का लगाया तो लंड एक ही बार में उसकी चूत को फाड़ता हुआ जड़ तक अंदर घुस गया।

जैसे ही सूखा हुआ लंड चूत में अंदर जड़ तक घुसा तो माही दर्द से बिलबिला उठी और अपने दोनो हाथो से बेड शीट को दबोच लिया।

माही: आह, मर गई मेरी मा री, फाड़ दी फिर से चूत, बहुत दर्द हो रहा है , सूखा ही घुसा दिया , क्या दुश्मनी हैं तुम्हारी मेरी चूत से साले!!

समर ने बिना उसके दर्द की परवाह किए हुए पूरी ताकत से लंड को बाहर खिचा और फिर से जड़ तक घुसा दिया तो लंड सीधे उसकी बच्चेदानी से टकराया ।

माही: थोड़ा प्यार से चोद, बहुत दर्द हो रहा है , जानवर मत बनो समर,
समर तो जैसे आज सचमुच जानवर ही बन चुका था, उसने बिना माही के दर्द की परवाह किए उसे पूरी बेरहमी से चोदना शुरू कर दिया। हर धक्के पर उसका पूरा लंड बाहर निकलता और फिर से जड़ तक घुसा देता।
माही की दर्द और मस्ती भरी सिसकारियां पूरे घर में गूंज रही थी जिन्हे अगर कोई सुनता तो ये ही सोचता के किसी का भयंकर रेप हो रहा है।

कुछ धक्कों के बाद लंड पुरा गीला हो गया तो आराम से अन्दर बाहर होने लगा और अब माही को पूरा मजा आने लगा, दर्द अभी भी था लेकिन मजा बहुत ज्यादा बढ़ गया था । माही भी उसका साथ देते हुए अपनी गांड़ हिलाने लगी।

माही: आह , समर चोद मुझे, और चोद , पूरा अन्दर घुसा घुसा कर फाड़ मेरी चूत, बना दे आज इसका भोसड़ा आह , लंड इतना अच्छा क्यों हैं।।।

समर ने अब उसकी बेड पर घोड़ी बना दिया और अपनी घोड़ी के उपर चढ़ कर उसके बालो को पकड़ लिया तो घोड़ी ने भी अपनी चूत लंड के सामने उभार कर पेश कर दी तो समर ने जोश में आते हुए एक ही धक्के में पूरा लंड घुसा दिया। धक्का लगने से माही आगे को गिरने लगी तो समर ने उसके बालों से उसे अपनी और खींचा जिससे उसका लंड और अंदर घुस गया। हर धक्का इतना तेज होता कि वो आगे की ओर गिरने लगती तो समर उसे बालो से पकड़ कर खींचता ।
माही को इतना मजा घोड़ी बनकर पहली बार आ रहा था। उसने अपने दोनो हाथों को बेड पर टिका दिया और अपनी गीली चूत समर के खड़े ऑपी। लंड पर धकेलते हुए उसकी आंखो में देखते हुए:

चोद अपनी घोड़ी को समर, और चोद, दम नहीं है क्या लंड में ?

समर को अब बहुत गुस्सा आ गया और वो पूरी रफ्तार से चूत को चोदने लगा। पूरे कमरे में चुदाई का मधुर संगीत बज रहा था , हर धक्के पर बेड हिल रहा था मानो टूट जाएगा , समर की जांघ माही की जांघो से टकरा कर थप थप थप की आवाज कर रही थी।
माही को हर धक्का जन्नत का मजा दिखा रहा था। तभी उसकी चूत में तूफान आ गया और उसने अपनी चूत पूरी ताकत से लंड पर उछली और झड़ती चली गई।माही: आह समर , गई मेरी चूत, उफ्फ हाय मा री, सी आई सी आईआईआईआईआईआई आह्ह्हह्ह chuttttttttttt।

समर उसकी चूत में जंगली सांड की तरह लंड घुसाने लगा तो माही का जिस्म झड़ते हुए ज्यादा कांपने लगा।

अब लंड की मार से उसे दर्द का एहसास हो रहा था, लेकिन समर उसकी परवाह किए बिना उसे चोदे जा रहा था मानो ये उनकी आखिरी चुदाई हो।

माही से अब बर्दाश्त नहीं हो रहा था, उसकी चूत में अब चोट लग रही थी।
माही: आह , बस कर ज़ालिम, दर्द हो रहा है अब, छोड़ दे मेरी चूत को ,

समर बिना कुछ बोले और बिना रुके ऐसे ही लंड घुसा रहा था। माही की चूत जैसे दर्द से फट रही थी।

तभी समर बिजली की रफ्तार से उसकी चूत को फाड़ने लगा तो माही का जिस्म हर धक्के पर हिल रहा था। तभी समर ने पूरी ताकत से एक आखिरी धक्का लगाया और लंड को पूरा घुसाते हुए उसकी बच्चेदानी में अपने वीर्य कि बारिश करने लगा।

समर: आह गया मेरा लन्ड भी माही ।

समर उसकी कमर पर ही ढेर हो गया। काम्या की चूत भी एक बार फिर से बह चली।

लेकिन अब उसे लंड चाहिए था समर का मोटा तगड़ा लंड। किसी भी कीमत पर । वो भी घोड़ी बनना चाहती थी, अपने सगे बेटे को अपने उपर चढ़ा लेना चाहती थी ।

समर और माही दोनो एक दूसरे की बाहों में सो गए और काम्या भी अपनी प्यासी और तड़पती हुई चूत के साथ नीचे अपने कमरे में आकर सो गई पूरी नंगी ही।

सुबह जैसे ही समर की आंख खुली तो उसने अपने पास लेती नंगी माही को देखा जिसकी चूत रात हुई चुदाई की वजह से लाल हो गई थी। समर उसकी चूत पर प्यार से एक किस करता है तो माही नींद में ही हल्की सी मुस्कुरा पड़ती है।

समर बाथरूम जाता हैं और फ्रेश होकर अपना रनिंग सूट पहनकर नीचे आ जाता हैं । जैसे ही वो काम्या के दरवाजे के पास से निकला तो उसकी नजर काम्या के खुले हुए दरवाजे से अंदर बेड पर चली गई जहां काम्या गहरी नींद में नंगी पड़ी हुई सो रही थी पेट के बल।

समर ये देखकर अपने होश खो बैठा और ना चाहते हुए भी उसके कदम काम्या के रूम की तरफ बढ़ गए । उसका दिल बहुत जोरो से धड़क रहा था , उसने एक बार उपर जी की तरफ देखा कि कहीं माही उठ तो नहीं गई हैं ।

जैसे ही वो निश्चिंत हुआ उसने काम्या के रूम के अंदर कदम बढ़ा दिए। काम्या की पूरी मोटी , बाहर को निकली हुई गांड़ नंगी खुली हुई पड़ी थी । उफ्फ समर ने पहली बार इतनी बड़ी गांड़ को ध्यान से देखा तो उसकी आंखे चोड़ी हो गई और लंड जोश में आने लगा। काम्या की गांड़ बिल्कुल गोरी चिकनी थी और दोनो पट आपस में जुड़े हुए थे, उसकी कमर माही से कुछ हल्की सी मोटी थी लेकिन उसकी तगड़ी गांड़ के हिसाब से पतली ही थी।

समर धड़कते हुए दिल के साथ उसके बेड पर उसके पास बैठ गया और उसने देखा कि गांड़ के ठीक नीचे की तरफ उसकी चूत के होंठ उभरे हुए दिख रहे थे जिनमें से रस की कुछ बूंदे अभी भी बाहर की ओर निकलने को बेताब थी और उसकी चूत के नीचे की बेड शीट चूत से निकले काम रस की वजह से पूरी गीली हुई पड़ी थी।
समर का गला सूख चुका था, सांसे उखड़ने रही थी और आंखे वासना की वजह से लाल हो गई थी।जैसे ही रस की बूंदे चूत से बाहर की ओर गिरने लगी तो उससे बर्दाश्त नहीं हुआ और उसने अपने कांपते हुए हाथ हाथ को आगे ले जाकर उसकी चूत से निकली उन अमृत की बूंदों को अपनी उंगलियों में समेट लिया ।जैसे ही उसकी उंगलियां काम्या की चूत से छुई तो काम्या के नींद में होने के बाद भी उसकी चूत कांप सा गई मानो उसे इस मस्त छुवन का एहसास हुआ हो।

समर ने काम्या की चूत की तरफ प्यासी नजरो से देखते हुए चूत रस से भीगी उंगली को को मुंह में भर लिया और चूसने लगा। उफ्फ कितना मस्त स्वाद था उसकी मा के चूत रस का। एक दम खट्टा सा, तीखा तीखा नमकीन ।

तभी उपर माही के गेट खोलने की आवाज अाई को समर डर के मारे चुपचाप काम्या के रूम से बाहर निकल गया और वॉक पर चला गया।
उधर माही की चूत से आज फिर से खून आने लगा और उसके पेट में तेज दर्द हुआ मतलब उसे पीरियड हो गए थे। उसने बाथरूम जाकर अपनी चूत को अच्छे से साफ किया और एक पैड पहन ली ताकि कपडे खराब होने के बच सके।।

आज समर घर से वॉक के लिए निकला तो जरूर था लेकिन अब उसका मन वॉक का नहीं था। उसे अपनी मा की याद आ रही थी, वो समझ पा रहा था कि उसकी मा पिछले दो महीने से ज्यादा से चुदाई ना होने के कारण जल रही है और बहुत प्यासी हैं । इसलिए जिस्म की आग के कारण वो इतनी ठंड में भी रात को नंगी सोती हैं ताकि चूत को हवा लगने से कुछ सुकून मिल सके। लेकिन चूत की तड़प तो सिर्फ लंड से शांत होती हैं । उसकी मा उसकी तरफ झुक तो रही हैं लेकिन शायद लंड ज्यादा मोटा होने के कारण डर भी रही हैं , लगता हैं अब मुझे ही प्यार से उसके मन से लंड का डर निकालना होगा।

ये सारी बाते सोचते हुए वो वापिस घर की तरफ लेट चला । घर आकर वो सीधा बाथरूम में घुस गया और तैयार होने ब्रेक फास्ट करने आ गया तो माही, काम्या और वो तीनो ब्रेक फास्ट करने लगे।

काम्या: समर तुम आज अखाड़ा जाने से पहले माही के साथ बाहर चले जाना और घर की जरूरत का सब सामान भी लाना हैं क्योंकि हम दो महीने से कबीले में थे इसलिए लगभग सारा सामान खत्म सा हो गया है।

माही: लेकिन मम्मी मैं नहीं जा सकती क्योंकि मेरे पेट में दर्द हैं ,

काम्या को समझ आ गया था कि उसे पीरियड आए हैं क्योंकि वो पेट दर्द पीरियड आने पर ही बोलती है ।
समर: क्या हुआ माही ? सब ठीक तो हैं , मैं तुम्हे डाक्टर के पास लेके चलता हूं, “

ऐसा बोलते हुए समर खाना बीच में ही छोड़ देता हैं और खड़ा हो गया तो माही और काम्या दोनो की हल्की सी हंसी छूट गई।

काम्या: अरे बेटा बैठ जाओ, आराम से नाश्ता करो , ज्यादा गंभीर बात नहीं हैं, ये दर्द तो हम औरतों को हर महीने होता हैं ।

माही जैसे ही उसकी बात का मतलब समझती हैं तो शर्म के कारण उसका चेहरा झुक गया और नजरे नीची हो गई ।समर भी सब कुछ समझ गया था इसलिए को भी हल्का का स्माइल किया और नाश्ता करने लगा

खाना खाने के बाद माही आराम से लेट गई जबकि समर और काम्या दोनो बाजार की तरफ निकल गए। बाजार में जाकर उन्होंने सब घर का जरूरी सामान लिया और फिर काम्या की नजर एक सब्जी वाले की दुकान पर पड़ी जहां बहुत मोटे मोटे और लम्बे खीरे रखे हुए थे।
काम्या की धड़कने तेज हो गई और उसने बड़ी मुश्किल से दुकान वाले से खीरे लिए बिल्कुल ताजे और मोटे खीरे।
समर बाहर खड़ा हुआ था इसलिए उसे पता ही नहीं चल पाया कि उसकी मा ने खीरे भी लिए हैं जबकि काम्या खीरे से बहुत ज्यादा नफरत करती थी।

उसके बाद काम्या और समर एक शॉपिंग मॉल में गए जहां काम्या ने एक से बढ़कर एक सेक्सी लिंगरी देखी और समर की पसंद से कुछ बढ़िया लिंगरी खरीद ली, काम्या की चूत ये सब करते हुए पूरी भीग चुकी थी।

सारा सामान खरीदने के बाद वो वापिस घर की तरफ लौट पड़े और घर जाकर मम्मी किचेन में चली गई जबकि समर उपर माही के पास चला गया। माही अभी भी दर्द के कारण सो रही थी । समर ने उसके गाल पर प्यार से किस किया और नीचे की तरफ चल दिया अपनी मा के पास। ।

काम्या जैसे ही किचेन में घुसी उसने सारा सामान लगाना शुरू कर दिया और जैसे ही उसने खीरे को हाथ लगाया तो उसकी चूत तड़प उठी मानो उसे घुसा लेना चाहती हो।

काम्या ने खीरे को हाथ में लिया और प्यासी नजरो से देखने लगी, उत्तेजना की वजह से उसकी चूचियां उपर नीचे हों रही थी,गला सूख गया और आंखे चौड़ी हो रही थी, उसने खीरे को अपनी इलास्टिक वाली सलवार के उपर से ही चूत पर दबाया और मस्त हो गई।
खीरा जैसे ही चूत के मुंह पर लगा तो उसने जोश में आकर अपनी टांगे चौड़ी कर ली और खीरे के दबाव अपनी चूत पर बढ़ाने लगी। खीरा जैसे ही उसकी चूत के होंठो को रगड़ता तो उसकी आह निकल पड़ती । धीरे धीरे उसका मजा बढ़ने लगा और वो भूल गई कि वो अभी कहां हैं और किस हाल में हैं। उसने हिम्मत करके अपनी सलवार को नीचे किया और खीरे को अपने मुंह में लेकर चूसने लगी ताकि वो गीला हो जाए । वो खीरे पर ऐसे जीभ चला रही थी मानो लंड चूस रही हो।

जल्दी ही खीरा पूरा गीला हो गया और उसने अपने हाथ नीचे लाकर उसे अपनी बहती हुई चूत के मुंह पर लगा दिया। नंगी चूत पर जैसे ही मोटे खीरे का एहसास हुआ काम्या का मुंह मजे से खुल गया और उसके मुंह से सिसकियां निकल गई।
काम्या: आह, मा री , कितना अच्छा लग रहा है , उफ्फ मेरी चूत ।

समर उपर से नीचे उतर रहा था जैसे ही उसके कानों में काम्या की सिसकियां पड़ी तो वो तेजी से किचेन के पास आकर खिड़की से अंदर का नजारा देखने लगा।

उफ्फ उसे यकीन नहीं हो रहा कि उसकी सगी मा अपने चूत में खीरा डालने के लिए मरी जा रही है, मजे से काम्या की दोनो आंखे बंद हो गई थी इसलिए उसे कुछ पता नहीं चल रहा था कि समर उस देख रहा है, खीरा बहुत ज्यादा मोटा था इसलिए घुसने में मुश्किल आ रही थी तो काम्या ने अपनी एक टांग को टेबल पर रख लिया जिससे उसकी चूत पूरी तरह से खुल गई और उसने खीरे पर ढेर सारा थूक लगाया और जैसे ही उसे चूत के मुंह पर रखा तो समर की आवाज सुनाई दी ।

समर: मम्मी कहां हो तुम ? मुझे बहुत तेज भूख लगी हैं ” ।

समर नहीं चाहता था कि खीरा उसकी मा की चूत में घुसे इसलिए लास्ट मोके पर काम बिगाड़ दिया और काम्या फिर से तड़पती ही रह गई।जैसे ही काम्या के कानो में समर की आवाज सुनाई पड़ी तो उसे अपनी हालत का एहसास हुआ और उसने जल्दी से अपनी सलवार उपर कर ली जबकि खीरा उसकी जांघो के बीच ही दबा हुआ रह गया । जब काम्या को खीरे के अंदर रहने का एहसास हुआ तो देर हो चुकी थी क्योंकि समर किचेन में अंदर आ चुका था।

समर : मम्मी मुझे भूख लगी हैं , कुछ दो खाने के लिए ,?

काम्या; तू चल बाहर बैठ , मैं जल्दी ही बना देती हूं “

काम्या उसे बाहर निकाल देना चाहती थी ताकि आराम से खीरा निकाल सके जबकि समर जनता था कि खीरा अभी उसकी सलवार के अन्दर हा इसलिए वो जान बूझकर नहीं जाना चाहता था।

समर: अरे मम्मी में आपकी हेल्प कर कर देता हूं, जल्दी खाना बन जाएगा।

काम्या: देख ज़िद मत कर, तुझसे नहीं हो पाएगा , मुझे खाना बनाने दे और तू टीवी देख बाहर जाकर ।
लेकिन समर नहीं मानता और वही। खड़ा हो जाता है और उसकी हेल्प करने लगा। काम्या से नीचे रखा गैस नहीं खुल रहा था तो वो नीचे बैठ कर उसे खोलने लगी और जैसे ही उठी खीरा उसकी सलवार से बाहर निकल आया जिसे समर ने देख लिया तो काम्या शर्म से पानी पानी हो गई।

समर खीरा उठाकर सूंघने लगा और काम्या से बोला: मा ये खीरा कहां से आया और उसने से तो बहुत मस्त खुशबू आ रही है, कहां से निकला हैं है?

काम्या शर्म से लाल हो चुकी थी, उसकी सांसे उपर नीचे हो रही थी , तभी समर जीभ निकाल कर खीरे को चाट लेता है तो काम्या उसके हाथ से वो खीरे छीन लेती हैं और सामने रख दिया। antarvasna sex story

समर : क्या मम्मी इतनी अच्छा टेस्ट आ रहा था, वापिस दो ना मुझे खीरा फिर से?

काम्या शरमाते हुए: नहीं मिलेगा जाओ बाहर जाओ,
समर आगे बढ़ता हैं खीरा उठाने के लिए तो बीच में काम्या आ गई और उसे रोकने लगी। ।।

समर अब काम्या के पीछे खड़ा था और आगे कि और झुकते हुए खीरा उठाने की कोशिश करने लगा तो उसका खड़ा हुआ लंड काम्या की गांड़ पर जा लगा। काम्या को जैसे ही लंड का एहसास हुआ उसकी धड़कनें बढ़ गई, चूत फिर से सुलग उठी ।।

वो समर को गांड़ से ही पीछे की तरफ धकेलने लगी तो लंड पर गांड़ का दबाव बढ़ने लगा तो समर भी जोश में आ गया और उसकी गांड़ पर लंड से हल्के हल्के धक्के लगाने लगा।

जैसे ही धक्के लगने शुरु हुए तो काम्या की प्यास बर्दाश्त से बाहर हो गई और उसने अपनी एक उंगली नीचे ले जाकर सलवार के ऊपर से ही चूत पर रगड़ने शुरू कर दी।

समर को जैसे ही पीछे से काम्या का हाथ हिलता हुआ दिखा तो उसने शर्म लिहाज छोड़कर काम्या की हाथ पर अपना हाथ रख कर उसकी चूत को सहलाना शुरू कर दिया।

चूत पर बेटे के हाथ पड़ते ही काम्या का भी धैर्य जवाब दे गया और उसने अपना हाथ सलवार के अंदर घुसा कर अपनी प्यासी चूत को मुट्ठी में भर कर दबा दिया और मजे से खुद ही सिसक उठी।

समर ने अब उसकी गर्दन पर अपने होंठ रख दिए और चाटना शुरू कर दिया । काम्या पूरी मदहोश हो गई। उसने अपनी सलवार नीचे सरकाई और समर का हाथ हाथ कुछ ही पकड़कर अपनी चूत से जोड़ दिया।

समर ने उसकी गीली हो चुकी चूत के अंदर धीरे से एक उंगली घुसा दी तो काम्या पलटकर समर से चिपक गई और अपने होंठ उसके होठों पर रखकर चूसने लगी।

दोनो किस करते रहे और इसी बीच काम्या ने समर का लोअर नीचे सरका दिया और लंड को दबाने लगी हाथ में भरकर ।

समर से अब बर्दाश्त नहीं हुआ और उसने काम्या को अपनी बांहों में बांहे लिया तो काम्या उससे लिपटी चली गई।

लंड अब चूत पर अड गया था और उसके होंठो पर दबाव डाल रहा था। काम्या ने अपने हाथ में थूक लिया और समर के मोटे लन्ड पर लपेट दिया ।

लंड पूरा चिकना हो उठा। काम्या ने अपनी दोनो बांहे उसकी गर्दन में डाल दी और गोद में चढ़ गई जैसे वो नदी के अंदर चढ़ी हुई थी। लंड चूत के मुंह पर लगा हुआ था और बस धक्का लगाने की देर थी।

काम्या ने समर की आंखों में देखते हुए जैसे ही अपनी चूत लंड पर दबाई तो उन्हें माही की आवाज सुनाई पड़ी जो समर को ही आवाज लगा रही थी।।

काम्या का मूड खराब हो गया और वो समर की गोद से उतरी और दोनो ने अपने कपड़े ठीक किए और काम्या खाना बनने में जुट गई।

समर फ्रिज से बोतल निकाल कर पानी पीने लगा। माही अंदर आ चुकी थी। उसने काम्या को खुद खाना बनाने के लिए कहा तो काम्या ने उसे मना कर दिया तो वो और समर दोनो हॉल में बैठ गए और टीवी देखने लगे।

खाना बन चुका था , सबने खाना खाया और आराम से बैठे हुए थे इसी बीच माही की बेस्ट सहेली सोनम का कॉल आया तो उसने बताया कि वो 5 मिनट में उसके पास आ रही हैं ।

जल्दी ही गेट पर नोक हुआ तो समर ने दरवाजा खोला तो सामने सोनम खड़ी हुई थी। antarvasna sex story

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