माही की चूत बुरी तरह तड़पने लगी अब एक समर के गेट पर पहुंच चुकी थी ।
माही: मैं नहीं आने वाली, अपनी चूत थोड़े ही फड़वानी हैं तुमसे”
माही ऐसा बोलकर फोन काट देती हैं और वहीं दरवाजे के पास छुपकर खड़ी हो गई।
समर जैसे ही माही की बात सुनता हैं तो वो गुस्से से पागल हो गया और सोचने लगा कि आज माही को लंड की असली ताकत दिखानी पड़ेगी, आज उसे महसूस होगा कि लंड क्या कर सकता हैं ।
उसने चादर को एक तरफ उतार कर फेंक दिया और नंगा ही चल दिया माही के रूम में उसकी चूत की धज्जियां उड़ाने ।
जैसे ही समर अपने से बाहर निकला तो माही उसके कमरे में घुस गई । उधर समर माही के कमरे में पहुंचा तो उसे माही कहीं दिखाई नहीं दी तो वो उसे ढूंढने बाथरूम में घुस गया लेकिन माही वहां भी नहीं मिली तो उसके साथ साथ उसका लंड भी और ज्यादा क्रोधित हो उठा। लंड उसकी जांघो के बीच में ऐसे लहरा रहा था मानो कोई मोटा अजगर हो।
समर झुंझला कर माही को फोन करता हैं तो माही फोन उठाती है।
समर: कहां हो माही तुम, क्यों सता रही हो मुझे?
माही अपनी एक उंगली चूत के होंठो पर रगड़ते हुए बहुत ही धीमी और कामुक आवाज में बोलती हैं: वहीं तुम्हारा इंतजार कर रही हूं मेरी जान जहां से हमारी प्रेम कहानी शुरू हुई थी ।
समर तेजी से अपने रूम की तरफ दौड़ लगा देता हैं और जैसे ही कमरे के अंदर घुसता हैं तो उसकी नजर सामने खड़ी हुई माही पर पड़ती है जो कि ब्लैक लिंगरी में बहुत ज्यादा सेक्सी लग रही थी।
माही ब्लैक लिंगरी में कुछ ऐसी दिख रही थी
एक महीने से हुई दमदार चुदाई के कारण उसका जिस्म पहले से ज्यादा भर गया था जिस कारण लिंगरी पूरी तरह से उसके जिस्म पर फस चुकी थी । उसकी चूचियां अब पहले से ज्यादा गोल हो गई थी और उनमें कामुक लचक आ गई थी , तेज सांस लेने के कारण उसकी चूचियां उपर नीचे उछल रही थी और कड़क तने हुए निप्पल लिंगरी पर दबाव डाल रहे थे मानो उसे फाड़कर अपनी आजादी का ऐलान करना चाहते हों ।
उसका गोरा सपाट पेट उसकी सुन्दरता में को दिखा रहा था तो गहरी नाभि उसमे चार चांद लगा रही थी।antarvasna sex story
उसकी चुदी हुई चूत अब हल्की सी खुल गई थी जिस कारण उसके मुलायम होंठ अब पहले से ज्यादा लिंगरी से बाहर निकले हुए थे और उसकी चूत से निकला हुआ रस उसकी जांघो को पूरा भिगो चुका था। कुल मिलाकर वो पहले से ज्यादा कामुक माल लग रही थी जो अब खुलकर चुदने के लिए तैयार थी।
खुले हुए गेट पर बाहर काम्या भी आ चुकी थी और अंदर झांक रही थी । वो तो माही को इस काली लिंगरी में देखकर मंत्र मुग्ध सी हो गई थी। उसे माही से जलन हो रही थी , उफ्फ माही को चोदने के लिए तो लोग तीसरा विश्व युद्ध तक कर बैठते अगर इस वक़्त उसे देख लेते।
माही को देखकर समर पलके तक झपकाना भूल गया। उफ्फ कितनी लग रही थी वो इस सेक्सी लिंगरी में। आज वो उसे दूसरी बार देख रहा था और आज वो पहली बार से कहीं से ज्यादा कामुक और चुदासी प्रतीत हो रही थी।
समर धीरे धीरे आगे बढ़ता है और माही पास पहुंच जाता हैं और अपने लिप्स पर जीभ फिराते हुए उसे पास से देखता हैं तो माही एक जोरदार अंगड़ाई लेती हैं तो उसकी चूचियां अपना पूरा सिर उपर उठाने लगती हैं तो समर जोश में आकर उसे अपनी बांहों में भर लेता हैं और अपने दोनो हाथ उसकी कमर पर रख कर सहलाने लगा, जैसे ही समर के हाथ उसकी नंगी कमर पड़े तो माही का जिस्म तड़प उठा और वो समर से लिपटती चली गई जिससे माही की लंबाई कम होने के कारण समर का नंगा लंड उसकी जांघो से टकराने लगा। माही को जांघो पर लंड का एहसास जैसे ही हुआ चूत ने टपकना शुरू कर दिया ।
समर ने उसके गाल पर एक जोरदार किस किया और उसके गाल को काट लिया तो माही के मुंह से मस्ती भरी सिसकारियां निकल पड़ी।
माही प्यार से उसके कानों में बहुत कामुक आवाज में बोलती हैं: थोड़ा प्यार से मेरी जान , कहीं भाग थोड़े ही रही हूं, सब कुछ आपका ही तो है।
समर: उफ्फ मेरी जान, सब्र नहीं होता मुझसे, दिन पर दिन और सेक्सी होती जा रही हो।
समर प्यार से उसके चॉकलेटी लिप्स को देखता हैं और अपनी जीभ निकाल कर अपने लिप्स गीले कर लेता है तो माही भी अपने लिप्स गीले करके उचकते हुए समर के होंठो पर रख देती हैं और चूसने लगी। समर भी अब उसके लिप्स को चूसना शुरू कर चुका था। कभी उपर वाले को तो कभी नीचे वाले को, उफ्फ माही अपने दोनो हाथ उसके गले में लपेट देती हैं और लंबाई कम पड़ने के कारण समर के पैरो पर चढ़ गई और उसके लिप्स चूसने लगी। जैसे ही वो समर के पैरो पर चढ़ी तो अब नंगा लंड उसकी चूत पर पतली सी लिंगरी से उपर से अड गया तो माही जोश में आ गई और अपनी जीभ उसकी मुंह में घुसा दी और समर की जीभ चूसने लगी।
समर मजे से भर उठा और किस करते करते ही वो अपने दोनो हाथों को उसके मस्त भारी चूतड़ों पर के आया और जोर जोर दबाने लगा तो लंड उसकी चूत पर और ज्यादा जोर से अपना असर दिखाने लगा।
माही की चूत पूरी गीली हो गई थी और चूत की फांकों से होता हुआ उसका रस लंड के सुपाड़े को भिगो रहा था।
एक लंबे किस के बाद दोनो सांस लेने के लिए रुकते हैं और समर आगे बढ़ते हुए अपने दोनो हाथों से उसकी लिंगरी को पकड़ता हैं और एक झटके के साथ उसका रोम रोम नंगा कर देता हैं ।
जैसे ही लिंगरी उतरी तो माही की बेलगाम चूचियां अपनी औकात दिखाते उछल कर बाहर आ गई । उसकी चूची पूरी तरह से ठोस थी और गहरे भूर रंग के निप्पल अपनी अकड़ दिखाते हुए उपर की ओर तन गए।
समर की नजरो उसकी चूचियों से होकर उसके सपागहरी नाभि वाले पेट से होती हुई उसकी चूत पर आ गई जिसमें से रस टपक रहा था
बाहर खड़ी काम्या तो पलके भी झपकाना भूल गई को नंगा देखकर । उफ्फ पहले से कितनी कातिल फिगर हो गया था उसका।
काम्या भी जोश में आ गई और अपने कपड़े मैक्सी निकाल कर पूरी नंगी हो गई और अपने जिस्म को देखने लगी जो किसी भी तरह से माही से कम नहीं लग रहा था। माही की मुकाबले काम्या की चूचियां ज्यादा बड़ी थी और गांड़ को जैसे क़यामत थी उसकी।माही से अब बर्दाश्त नहीं हुआ और वो समर से चिपक कर उसके पैरो पर चढ़ गई तो लंड का सुपाड़ा फिर से उसकी चूत पर जा अडा , इस एहसास से दोनो पागल हो उठे और समर ने उसकी गांड़ पर हाथ ले जाकर उसकी गांड़ को जोर जोर से मसलना शुरू कर दिया। माही को बहुत मजा आने लगा और पूरी ताकत से अपनी चूत उचक उचक कर उसके लंड की पूरी लंबाई पर रगड़ने लगी । जैसे ही लंड का मोटा सुपाड़ा चूत के मुंह से टकराता तो मजे से दोनो का मुंह खुल जाता और सुपाड़ा चूत पर दबाव डालता जिससे चूत का मुंह हल्का सा हर बार खुल जाता।
दोनो की आंखे मस्ती के कारण बंद हो चुकी थी , माही का पूरा जिस्म कांप रहा था और उसकी चूत से रस की नदी सी बह रही थी जिससे लंड का सुपाड़ा पूरा चिकना हो चुका था। दोनो की मस्त सिसकियां गूंज रही थी पूरे कमरे के अंदर।
अगली बार जैसे ही लंड का सुपाड़ा चूत के छेद से टकराया तो माही में अपनी चूत उस पर उछाल दी जिससे लंड का मोटा सुपाड़ा उसकी चूत में घुसता चला गया घुसता चला गया ।
माही: आह समर, इतना मोटा क्यों है ये लोला, हर बार फाड़ देता हैं “
समर को लगा जैसे उसका सुपाड़ा किसी जलती हुई भट्टी में घुस गया हो । माही की चूत पूरी तरह से जल रही थी, समर ने भी जोश में आते हुए हुए अपने दोनों हाथ उसकी गांड़ पर रख दिए तो माही ने उसकी गोद में आते हुए अपने दोनो हाथ उसकी गर्दन में डाल दिए और उससे लिपटती चली गई किसी अमर बेल की तरह।
बाहर खड़ी काम्या को लंड का सुपाड़ा साफ उसकी चूत में घुसता हुआ दिख रहा था । काम्या को याद आ गया कि ठीक इसी तरह वो समर की गोद में थी नदी के अंदर और ये सुपाड़ा पूरा उसकी चूत में घुसा हुआ था। ये सोचते ही उसकी चूत रस से भर गई और उसने दो उंगली अपनी चूत में घुसा दी।
काम्या: आह, मा री उस दिन में चुद जाती इसी तरह तो अच्छा होता, आह हाय मेरी चूत में जब जाएगा ये मूसल ।
समर ने अब नीचे से धक्के लगाने शुरू कर दिए और सुपाड़ा अंडर बाहर होने लगा। माही की मजे से बुरी हालात थी, उसकी चूत से निकालता हुआ रस लंड को पूरा भिगो चुका था । माही ने समर की आंखों में देखते हुए उसे पूरा लंड चूत में घुसाने का इशारा किया तो समर ने उसकी एक चूची को मुंह में भर लिया और अपने लंड का एक तगड़ा धक्का उसकी चूत में जड़ दिया तो आधा लंड उसकी चूत को चीरता हुआ अन्दर घुसता चला गया।
जैसे ही लंड घुसा तो माही फिर से दर्द से तड़फ उठी: आह री भगवान, सी सी री आईआई मा री लंड हर बार ही दर्द देता है, मेरी चूत हाय री “
माही अपने दोनो हाथ उसकी कमर पर रख देती हैं और अपनी चूची पूरी उसके मुंह में घुसाने लगती हैं, समर उसकी चूची जोर जोर से चूसने लगा और आधे लंड से उसकी चूत को ठोकना शुरू कर दिया तो माही का पूरा जिस्म उसके लंड पर थिरक रहा था । उसके मुंह से निकली मादक सिसकियां पूरे कमरे में गूंज रही थी जिसका सीधा असर काम्या पर हो रहा था और वो पूरी तेज से अपनी चूत में उंगलियां घुसा रही थी।
माही भी अब उसके लंड पर अपनी चूत मार रही थी जिससे लंड तेजी से चूत से अंदर बाहर हो रहा था, माही को अपने अंदर कुछ खाली सा लग रहा था वो अपने हाथ लंड पर लाई तो पता चला कि अभी तो आधा लंड बाहर ही है तो उसकी चूत तड़प उठी लंड को पूरा घुसाने के लिए ।
उसने नाराजगी भरी नजरो से समर की तरफ देखा मानो शिकायत कर रही हो कि पूरा लंड क्यों नहीं घुसाया !!! antarvasna sex story
समर फिर से उसकी चूची चूसते हुए पूरा लंड बाहर निकाल लिया और माही ने अपने हाथ से लंड को चूत के छेद पर सेट कर दिया और अपनी नजरे समर से मिला दी और अपने होंठो पर कामुक अंदाज में जीभ फिराई तो समर ने एक तगड़ा धक्का उसकी चूत में मार डाला तो लंड घुस गया पहले से ज्यादा मगर दूसरी मोटी गांठ माही घुस पाई तो माही तड़प उठी। समर से फिर से एक तगड़ा धक्का लगाया लेकिन लंड आगे नहीं बढ़ पाया तो माही का मूड खराब हो गया ।
माही : आह, घुसा क्यों नहीं रहे लंड अंडर पूरा! मुझे बर्दाश्त नहीं हो रहा “
समर माही के हाथ की एक उंगली उसे दिखाते हुए में डालकर चूसने लगा और उसे पूरी चिकनी करके माही की आंखो के सामने लहरा दिया तो ने अपना ढेर सारा थूक निकाल कर समर के लंड को जड़ तक पूरा गीला और चिकना कर दिया और समर ने अपने लंड को बाहर की तरफ खींच कर जैसे ही धक्का लगाना चाहा तो माही ने इशारे से मना कर दिया और खुद अपने हाथ से उसका लंड अपनी चूत के छेद पर टिका दिया और समर की आंखों में देखते हुए अपने पूरे बदन को लंड पर ढीला छोड़ दिया ।
लंड एक झटके के साथ उसकी पूरी चूत को फाड़ते हुए अंदर घुसता चला गया पूरा जड़ तक।
जैसे ही लंड पुरा घुसा माही फिर से दर्द से तड़प उठी और समर से बुरी तरह से चिपकते हुए अपने दांत उसकी गर्दन में गड़ा दिए।
माही: हाय री मा री मर गई , मार ली मेरी चूत , फट गई चूत आह उफ़ सी सी ई आह आह ।
मेरी धार्मिक माँ – maa bete ki chudai – Indian Sex Stories