काम्या ने नाश्ता बना दिया था , सभी नाश्ता करने लगे!
समर: मम्मी मैं चाहता हूं कि कबीले में स्कूल खुल जाए ताकि सब पढ़े और समाज के साथ चल सके ।
काम्या बहुत खुश हुई और बोली कि ठीक हैं बेटा ये तो बहुत अच्छी बात हैं।
माही: अजी मैं चाहती हूं कि स्कूल के साथ साथ यहां सड़के, बिजली सब चीजो की व्यवस्था हो जाए।
समर: ठीक हैं मम्मी फिर मैं थोड़ी देर बाद ही शहर निकाल जाऊंगा और सारी तैयारी करके वापिस आ जाऊंगा क्योंकि हमारा शहर तो ज्यादा दूर पड़ेगा इसलिए मैं पास के ही शहर जाऊंगा ताकि कल तक आराम से वापिस आ सकू
माही जैसे ही उसके शाम को जाने की बात सुनती हैं तो वो उदास हो जाती हैं जो काम्या और समर से छुपा नहीं रहा।
काम्या: अरे सिर्फ एक ही रात की तो बात हैं और तुम्हे तो खुश होना चाहिए कि समर तुम्हारा पति कबीले की भलाई के लिए काम कर रहा है
समर: माही कल मैं वापिस आ ही जाऊंगा , सिर्फ एक ही रात की तो बात हैं।
माही मान जाती है और समर कुछ लोगो को साथ लेकर सहर की तरह चल पड़ा।
घर पर माही और काम्या रह गए थे।कबीले के ही एक घर में आज एक प्रोग्राम था जहां दोनों गई और खाना खाया , दोनो ने वहां जंगली बीयर पी ली ।
बियर पीने के बाद एक हल्का का नशा उन्हें होने लगा और दोनो जल्दी ही घर वापिस लौट आई।
घर आते आते दोनो मस्ती से झूम रही थी, काम्या कुछ ज्यादा ही मस्त हो गई क्योंकि उसकी चूत पिछले दो महीने से प्यासी थी।
काम्या: माही मैं आज बहुत खुश हूं, मुझे बहुत अच्छा लग रहा है बियर पीकर ,
माही का भी पुर जिस्म कांप रहा था और वो भी मस्ती से झूम रही थी।
माही: जी मम्मी मेरे हाल भी कुछ ऐसा ही है, बहुत अच्छा लग रहा है।
काम्या उसे अपने गले लगा लेती हैं और जोर से भींच लेती हैं तो माही भी उससे लिपट गई।
काम्या: अच्छा ये बता तुम लंगड़ा कर क्यों चली रही थी ?
माही शर्मा जाती है लेकिन बीयर के नशे की वजह से सुरूर में थी।
माही: आपको तो सब पता है कि क्यों सुहागरात के बाद दुलहन लंगड़ा कर क्यों चलती है!!
काम्या उसे लेकर बेड पर गिर जाती हैं और उसके गाल को चूम लेती है: लेकिन तेरी चाल तो ज्यादा ही बिगड़ गई हैं बन्नो,
लगता हैं बहुत ज्यादा मेहनत कर रही हो !
और मुस्कुरा देती हैं।
माही शर्म से लाल हो गई।
सांसे उखड़ गई और चूचियां उपर नीचे होने लगी।
माही: आपका बेटा छोड़ता है नहीं है, जब भी मौका मिलता हैं शुरू हो जाता हैं ।
राम्या बेताबी से पापा का आने का इंतजार कर रही थी , उधर करण सोच रहा था कि ऐसा क्या हो गया जो ये इतनी खुश लग रही थी । करण अपनी गाड़ी निकालता हैं और घर की तरफ दौड़ा देता है और रास्ते में से राम्या के पसंदीदा पनीर पकोड़े ले लेता है ।
राम्या ने आज एक टाइट जीन्स और टी शर्ट पहनी हुई थी जिसमें वो कमाल लग रही थी । करण घर पहुंचता है तो राम्या गेट खोलती हैं और करण के गले से लग जाती हैं और और अपनी बांहों में भर लेती हैं ।
गेट अभी खुला हुआ था जिसे करण बंद कर देता है और फिर राम्या से पूछा: अरे क्या हुआ आज बहुत प्यार आ रहा है अपने पापा पर , कुछ बताओ तो सही ।
राम्या खुशी से: पापा आज मैं मिस इंडिया प्रतियोगिता के लिए कॉलेज से चुनी गई हूं।
और ऐसा कहकर फिर से उसके गले लग जाती हैं और उसे कसकर भींच लेती है ।
करण जैसे ही ये सुनता है तो वो भी खुशी से झूम उठता है और राम्या को जोर से अपनी बांहों में भींच लेता हैं।
करण: अरे ये तो बहुत खुशी की बात है मुबारक हो राम्या।
राम्या झूमते हुए: थैंक्स पापा, ये सब आपकी वजह से हुआ है, अगर आपने उस दिन मेरा एडमिशन ना कराया होता है तो मुझे ये मोका नहीं मिलता।
और ऐसा कहकर फिर से करण से चिपक जाती हैं । दोनो अभी तक गेट में ही खड़े हुए थे। किसी को कोई होश नहीं था , बस दोनो बहुत खुश थे । राम्या काफी देर से करण से चिपकी हुई थी जिस कारण करण के जिस्म में हलचल होने लगी , और लंड ने फिर से सिर उठाना शुरू कर दिया।
करण उसकी कमर सहलाते हुए : अरे बेटा ये सब तो तुम्हारी अपनी मेहनत और किस्मत हैं मॉडल साहिबा ।
जैसे ही राम्या मॉडल साहिबा सुनती हैं तो वो खुशी से झूम उठी और करण को जोर से भींचते हुए अपने पापा के गाल पर एक किस कर दी । करण के सीने में अब उसकी चूचियां गड़ गई जिसे वो साफ महसूस कर रहा था जिस कारण मदहोश सा होने लगा।
करण: लेकिन सिर्फ तुम्हे ही सेलेक्ट किया इसका कारण क्या था राम्या?
राम्या: जी पापा वो वो बात य ये हैं कि कि ?
राम्या के शब्द गले में ही रह गए , वो कैसे अपने बाप को बताती कि उसका फिगर सबसे अच्छा होने के कारण उसे चुना गया है।
करण: अरे अरे, बताओ बेटी क्या हुआ क्यों हकला रही हो?
राम्या कुछ नहीं बोलती ,उसका चेहरा शर्म से लाल हो जाता है और करण के सीने में मुंह छुपा लेती हैं।
करण: अरे बोलो भाई ऐसे कैसे काम चलेगा ? मुझसे कैसी शर्म ?
राम्या बड़ी मुश्किल से अपना मुंह खोलती हैं : वहां मेरा फिगर सबसे अच्छा था ना पापा ।
और फिर से शर्मा गई और उसकी सांसे बुरी तरह से उखड़ गई थी, चूचियां उपर नीचे हो रही थी जो करण के सीने पर उछल रही थी। राम्या का पूरा जिस्म कांपने लगा । antarvasna sex story
करण: ओह, अरे ये तो बहुत अच्छी बात हैं, इसमें इतनी शर्म करने की क्या जरूरत ।
करण उसकी उपर नीचे होती चूचियां देख कर बैचेन हो रहा था , उसका लन्ड पूरा खड़ा हो चुका था और अब राम्या की जांघो पर अड रहा था। राम्या की आंखे अभी भी बंद थी , जैसे ही उसे लंड के खड़े होने का एहसास हुआ उसका जिस्म गर्म होने लगा और गला सूखने लगा।
करण : अरे मॉडल साहिबा ये तो बताओ कि आपका फिगर क्या हैं जो सबसे अच्छा हैं?
और ऐसा बोलकर अपने हाथ अब उसके पिछवाड़े पर ले जाकर सहलाने लगा। राम्या ने जैसे ही ये सवाल सुना तो उसके होश ही उड़ गए, है भगवान अब में अपने पापा को अपना फिगर कैसे बताऊं?
करण: बताओ ना राम्या ? मैंने कुछ गलत तो नहीं पूछ लिया?
राम्या: जी पापा नहीं, गलत नहीं पूछा । मुझे शर्म आती हैं कैसे बताऊं।
करण धीरे से उसके कान में बोलता हैं: मुझसे क्या शर्माना, बताओ ना राम्या?
करण ऐसा बोलकर उसकी गांड़ को दाबने लगता हैं और अपने सीने को उसकी चूचियों पर दबा देता है जिससे राम्या मस्त हो जाती हैं ।
राम्या: जी पापा वो 34:24:37 और ऐसा बोलकर शर्म से करण से चिपक जाती हैं। करण उसकी पूरी गांड़ को हाथ में भर लेता है और अच्छे से महसूस करता है तो राम्या जोश में आकर अपने दोनो हाथ उसकी कमर पर ले जाकर बांध देती हैं।
करण: बिल्कुल सही , पूरा 37 होगा । गजब का फिगर हैं तुम्हारा राम्या ।
राम्या तो शर्म से गड़ी जा रही थी, फिर वो बोलती हैं कि पापा छोड़िए मुझे खाना बनाना है ।
और ऐसे बोलकर उससे छूटने कि कोशिश करती हैं ।
करण: राम्या इतनी बड़ी खुश खबरी और मुंह मीठा तक नहीं कराया ये तो बहुत गलत बात हैं।
राम्या: पापा मैं कल पक्का आपके लिए मिठाई के आऊंगी ।
करण: कल नहीं मुझे अभी मुंह मीठा करना हैं, बोलो कहां हैं मेरी चॉकलेट बर्फी?
और ऐसा बोलकर वो उसकी रस भरे होंठो को देख कर अपने होंठो पर जीभ फिराने लगता है ।
राम्या सब समझ जाती हैं और शर्म से मुंह नीचे कर लेती हैं ।
राम्या: आज नहीं पापा , कल पक्का ले आऊंगी,।
करण: अच्छा ठीक हैं जाओ, मुझे नहीं चाहिए कल भी नहीं चाहिए।
और राम्या को छोड़ देता हैं।
राम्या समझ गई कि इसका बाप नाराज हो गया है इसलिए वो वहीं खड़ी रही , आज उसे जो मोका मिला है वो उसके पापा की वजह से ही तो मिला हैं , उसके पापा उससे कितना प्यार करते हैं, लेकिन मैं उन्हें किस कैसे करू?
राम्या: पापा आप नाराज हो गए?
और ऐसा बोलकर फिर से उसके गले लग जाती हैं, और अपनी बांहे उसकी कमर पर ले जाती हैं।
करण: नहीं मैं नाराज नहीं हूं, अब जाओ और अपना काम शुरू करो ,
राम्या समझ जाती हैं कि करण नाराज हो गया हैं तो उसे बुरा लगता हैं और वो अपने बाप की नजरो में देखती हैं और अपने कान पकड़ लेटी हैं।
राम्या: अच्छा बाबा सॉरी, अब तो मान जाओ, ।
करण की हंसी छूट जाती हैं और वो राम्या को अपनी बांहों में भर लेता हैं और उसकी आंखो में देखने लगता है ।
राम्या: पापा मेरे पास चॉकलेट बर्फी नहीं है , मैं आपको कहां से खिलाऊं ?
करण: तुम्हारे पास तो दुनिया की सबसे अच्छी चॉकलेट बर्फी हैं राम्या, बस तुम हान करो , और फिर से उसके होंठो को देखकर अपने होठों पर जीभ फिराने लगता है।
राम्या की तो हालत खराब हो गई, वो धीरे से अपनी जीभ बाहर निकालती हैं और अपने लिप्स को बुरी तरह से रस से भिगो लेती हैं और फिर अपने लिप्स को करण के मुंह के पास ले जाती हैं और उसकी आंखो में देखते हुए स्माइल करती हैं।
राम्या धीरे से उसके कान में बोलती हैं : लो खा लीजिए अपनी चॉकलेट बर्फी “
और ऐसा कहकर उससे पूरी ताकत से चिपक गई और अपने लिप्स उसके लिप्स के सामने करके अपनी आंखे बंद कर ली।
करण बड़े प्यार से उसके लिप्स देख रहा था, उफ्फ कितने रस भरे हैं और कैसे थर थर्रा रहे थे।
अब उससे सब्र नहीं होता और वो भी अपने होंठ उसके होठों से चिपका देता है और एक हाथ को उसके सिर के पीछे ले जाकर उसका चेहरा थाम लेता है।
राम्या के होंठो पर जैसे ही करण के होंठ लगे उसका रोम रोम जल उठा और सारी लाज शर्म छोड़कर उसके होठ चूसने लगी । करण भी उसके होंठ चूस रहा था, कभी उपर वाला तो कभी नीचे वाला, दोनो एक दम मदहोश हो चुके थे , करण अब अपनी जीभ बाहर निकालता हैं और उसके होठ को खोलते हुए उसके मुंह में घुसा देता है। राम्या भी जैसे पिघल गई और वो उसकी जीभ खुद ही चूसने लगी, कभी करण तो कभी राम्या के दूसरे की जीभ चूस रहे थे। दोनो की सांसे बुरी तरह उखड़ने लगी तो वो सांस लेने को अलग हुए और फिर से उनके होठ जुड़ते चले गए।
उफ्फ कितना प्यारा एहसास भरा था ये चुम्बन।
आखिरकार दोनो अलग हुए और करण राम्या की आंखो में देखते हुए: थैंक्स राम्या!!
राम्या शर्म से मुस्कुरा कर भाग जाती हैं और किचेन में घुस जाती हैं। करण बाहर हॉल में बैठकर टीवी देखने लगता है और राम्या चाई बनाकर ले आती हैं और साथ में गर्म गर्म पनीर के पकोड़े ।
दोनो मजे से खाते हैं और फिर राम्या डिनर रेडी करने लगती हैं तो करण अपने ऑफिस के काम में लग जाता है।
दूसरी तरफ माही की सुबह आंखे खुली तो उसे एहसास हुआ कि समर का लंड खड़ा हुआ हैं और उसकी चूत लगा हुआ हैं। वो लंड को मुंह में भर कर चूसने लगी और पूरी तरह गीला करने के बाद अच्छे से अपनी गीली हो चुकी चूत को थूक से गीला करती हैं और सीधे सोए पड़े समर के उपर आकार अपनी चूत को उसके लंड पर सेट करती हैं और उस पर एक ही झटके में पुर बैठ जाती है।
लंड पूरी तरह से गीला था , इसलिए वो उसकी चूत को फाड़ता हुआ सीधा अंदर घुस जाता है एक दम पूरा जड़ तक। उसकी गांठों ने माही की चूत को पूरा फैलाया हुआ था।
जैसे ही लंड अंडर घुसा माही के मुंह से एक तेज दर्द भारी आह निकल गई: आह कितना मोटा हैं, लंड उफ्फ पूरा घुस गया ज़ालिम ।
माही की सिसकियां बाहर काम्या ने भी सुन ली और उसके होंठो पर स्माइल सा गई , ओह फिर से शुर हो गए दोनो।
समर की भी आंखे खुल गई , उसका लन्ड पूरी तरह से फस गया था माही की टाइट चूत में। उसने दोनो हाथ आगे बढ़ा कर उसकी चूचियों को पकड़ लिया
और उसने नीचे से धक्के लगाने शुरू कर दिए तो माही भी उसके लंड पर कूदने लगी।
माही: आह, कितना तगड़ा है ये लंड, उई मा री, दर्द के साथ मज़ा , हाय री चूत ,
समर माही की सिसकियां सुनकर जोश में आ गया और नीचे से गांड़ उठाकर पूरी ताकत से धक्के लगाने लगा और उसकी चूत को गुझिया से ब्रैड पकोड़ा बनाने में जुट गया। माही तो पूरी मस्त हो चुकी थी, लंड हर धक्के में पूरा घुस रहा था जिससे गांठे उसकी चूत को पूरा रगड़ रही थी जिससे माही का निकलने वाला था
माही: उफ्फ हाय, और मारो मेरी चूत, आह कैसा मजा आ रहा है, हाय मेरी चूत तो गई री।”
उधर समर का लंड भी टाईट चूत दबाव ज्यादा नहीं झेल पाया और पूरी ताकत से आखिरी धक्का लगा दिया और माही भी उसके लन्ड पाई बैठती चली गई।
माही और समर दोनो सिसकते हुए एक साथ झड़ गए।काम्या की भी चूत जलने लगी थी बाहर लेकिन वो दिन में उंगली नहीं कर सकती थी क्योंकि अगर कोई देख लेता तो ।
समर उठकर बाथरूम में घुस जाता हैं तो माही भी कपडे पहनकर बाहर आ जाती हैं।
काम्या उसे देखकर मुस्कुरा उठी क्योंकि आज फिर माही लंगड़ा कर चल रही थी।
माही ने जैसे ही काम्या को मुस्कुराते हुए देखा तो उसका चेहरा शर्म से लाल हो गया और नजरे नीची कर लीं।
काम्या: अरे क्या हुआ माही , ऐसे क्यों शरमा रही हो? और तुम्हारी चाल को क्या हुआ?
माही कुछ नहीं बोलती तो काम्या उसका चेहरा ऊपर उठाती है और मुस्कुराते हुए उसकी आंखो में देखते हैं तो माही शर्म के मारे उसके गले लग जाती हैं।
काम्या उसे अपने बांहों में ले लेती हैं और उसका माथा चूम लेती हैं।
काम्या: तुम खुश तो हो ना माही?
माही: जी मम्मी मैं बहुत खुश हूं, मुझे मेरी उम्मीद से भी ज्यादा प्यार करने वाला पति मिला हैं।
काम्या उसकी पीठ में हल्के से मारते हुए: अच्छी बात हैं समर बहुत अच्छा लड़का हैं वो तुम्हे हमेशा खुश रखेगा लेकिन अब मैं तेरे लिए भाभी से मम्मी बन गई क्या?
माही उससे लिपटते हुए: हां मम्मी क्योंकि मैं अब आपके बेटे की बहू जो बन चुकी हूं।
काम्या मुस्कुरा उठी और माही बाथरूम में चली गई।
काम्या ने नाश्ता बना दिया था , सभी नाश्ता करने लगे!
समर: मम्मी मैं चाहता हूं कि कबीले में स्कूल खुल जाए ताकि सब पढ़े और समाज के साथ चल सके ।
काम्या बहुत खुश हुई और बोली कि ठीक हैं बेटा ये तो बहुत अच्छी बात हैं।
माही: अजी मैं चाहती हूं कि स्कूल के साथ साथ यहां सड़के, बिजली सब चीजो की व्यवस्था हो जाए।
समर: ठीक हैं मम्मी फिर मैं थोड़ी देर बाद ही शहर निकाल जाऊंगा और सारी तैयारी करके वापिस आ जाऊंगा क्योंकि हमारा शहर तो ज्यादा दूर पड़ेगा इसलिए मैं पास के ही शहर जाऊंगा ताकि कल तक आराम से वापिस आ सकू
माही जैसे ही उसके शाम को जाने की बात सुनती हैं तो वो उदास हो जाती हैं जो काम्या और समर से छुपा नहीं रहा।
काम्या: अरे सिर्फ एक ही रात की तो बात हैं और तुम्हे तो खुश होना चाहिए कि समर तुम्हारा पति कबीले की भलाई के लिए काम कर रहा है
समर: माही कल मैं वापिस आ ही जाऊंगा , सिर्फ एक ही रात की तो बात हैं।
माही मान जाती है और समर कुछ लोगो को साथ लेकर सहर की तरह चल पड़ा।
घर पर माही और काम्या रह गए थे।कबीले के ही एक घर में आज एक प्रोग्राम था जहां दोनों गई और खाना खाया , दोनो ने वहां जंगली बीयर पी ली ।
बियर पीने के बाद एक हल्का का नशा उन्हें होने लगा और दोनो जल्दी ही घर वापिस लौट आई।
घर आते आते दोनो मस्ती से झूम रही थी, काम्या कुछ ज्यादा ही मस्त हो गई क्योंकि उसकी चूत पिछले दो महीने से प्यासी थी।
काम्या: माही मैं आज बहुत खुश हूं, मुझे बहुत अच्छा लग रहा है बियर पीकर ,
माही का भी पुर जिस्म कांप रहा था और वो भी मस्ती से झूम रही थी।
माही: जी मम्मी मेरे हाल भी कुछ ऐसा ही है, बहुत अच्छा लग रहा है।
काम्या उसे अपने गले लगा लेती हैं और जोर से भींच लेती हैं तो माही भी उससे लिपट गई।
काम्या: अच्छा ये बता तुम लंगड़ा कर क्यों चली रही थी ?
माही शर्मा जाती है लेकिन बीयर के नशे की वजह से सुरूर में थी।
माही: आपको तो सब पता है कि क्यों सुहागरात के बाद दुलहन लंगड़ा कर क्यों चलती है!!
काम्या उसे लेकर बेड पर गिर जाती हैं और उसके गाल को चूम लेती है: लेकिन तेरी चाल तो ज्यादा ही बिगड़ गई हैं बन्नो,
लगता हैं बहुत ज्यादा मेहनत कर रही हो !
और मुस्कुरा देती हैं।
माही शर्म से लाल हो गई।
सांसे उखड़ गई और चूचियां उपर नीचे होने लगी।
माही: आपका बेटा छोड़ता है नहीं है, जब भी मौका मिलता हैं शुरू हो जाता हैं ।
माही ये सब बोलकर शर्म से लाल हो गई तो काम्या ने आगे बढ़कर अपने होठों को उसके होंठो पर रख दिया और चूसने लगी। माही भी जोश में आकर उसका साथ देने लगी, दोनो को आंखे मस्ती में बंद हो चुकी थी और लॉलीपॉप की तरह एक दूसरे के होंठो को चूस रही थी । फिर काम्या ने अपने कपड़े निकल फेंके और माही को भी पूरा नंगा कर दिया। माही को एक बार फिर से शर्म महसूस हुई और वो आंखे बंद करके बेड पर सीधी लेट गई।
उसकी चूचियां पूरी तरह से उछल रही थी , ।
काम्या ने उसकी दोनो चूचियों को हाथो में भर लिया और दबाने लगी तो माही के जिस्म मजे से भर गया। समर के टाइट हाथ दर्द के साथ मजा देते थे जबकि काम्या के सॉफ्ट हाथो से उसे मज़ा ज्यादा आ रहा था।
फिर काम्या ने नीचे झुक कर उसके एक निप्पल को मुंह में भर लिया और चूसने लगी। माही से मजा बर्दाश्त नहीं हुआ और उसकी सिसकी निकल पड़ी
माही: आह मम्मी, कितना अच्छा लग रहा है , उफ्फ हाय री सी सी आई ।
कमाया जोश में आते हुए उसकी पूरी चूची को मुंह में भर कर चूसने लगी और दूसरे हाथ को उसकी चूत पर रख दिया ।
माही का जिस्म हवा में लहराने लगा , चूत गीली होने लगी।
उसके दोनो बूब्स को अच्छी तरह से चूसने के बाद काम्या उसकी जांघो के बीच में आ गई और ध्यान से उसकी चूत को देखा ।
चूत पहले से ज्यादा खूबसूरत लग रही थी, चुदने के बाद वो पूरी तरह से निखर गई थी, उसके दोनो लिप्स लंड की मार की वजह से लाल हो गए थे और अभी भी हल्के से सूजे हुए लग रहे थे। चूत के होंठ एक दूसरे से बुरी तरह से चिपके हुए थे और उनमें से रस निकल कर बाहर टपक रहा था।
काम्या सोचती हैं उफ्फ क्या हाल बना दिया समर ने इसकी चूत का, कैसे मुंह खुल सा गया है और पहले से ज्यादा मस्त लग रही है।
हाय ये छोटी सी चूत उस भयंकर लंड को कैसे झेलती होगी। काश मेरी चूत को भी मिल जाए ऐसा कोई लंड, हाय मजा आ जाएगा।
काम्या उसकी चूत पर हाथ फेरने लगी तो माही की सिसकियां निकलने लगीं । अब माही पुरी तरह से मस्त हो चुकी थी और अपनी चूचियां खुद दबा रही थी।
काम्या अपनी एक उंगली उसकी चूत के मुंह पर रख कर रगड़ने लगी तो माही की चूत जलने लगी और वो अपनी गांड़ उपर को उठाने लगी जिससे उंगली अंडर घुस जाए। काम्या ने उसकी तड़प देखते हुए एक ही झटके में उंगली पूरी अंदर घुसा दी और माही का मुंह मस्ती से खुल गया ।
माही: आह काम्या , घुसा दी चूत में उंगली, मार लो मेरी चूत , उफ्फ हाय री मा री।
माही का अब अपने उपर कोई काबू नहीं था , उसका जिस्म कांप रहा था,उछल रहा था, थिरक रहा था। वो क्या बोल रही थी, क्या कर रही थी उसे खुद नहीं पता था । माही अपनी एक चूची को पकड़ कर मुंह में भर लेती हैं और चूसने लगी।
काम्या पूरी तेजी से उंगली घुसा रही थी। माही का मुंह फिर से खुल गया : आह री और करो काम्या, रगड़ दो मेरी चूत उफ्फ !!
काम्या: कैसा लग रहा हैं माही ? और ये लेकर अपनी दो उंगलियों को उसकी चूत में एक झटके से घुसा देती है।
माही के मजे की आज की सीमा नहीं थी, वो अपनी चूत को उंगलियों पर रगड़ रही थी ।
माही: बहुत मजा आ रहा है, और करो ना मेरी जान, और अपनी चूची खुद ही दबाने लगी।
काम्या: लंड से भी ज्यादा मजा आ रहा हैं क्या? और उसकी चूत में उंगली पूरी घुसा देती हैं।
माही : आह , री मेरी चूत हाय, लंड की तो बात ही अलग हैं, कितना मोटा तगड़ा है वो , बड़ी मुश्किल से घुसता हैं ।
काम्या ये सुनकर जोश में आकर तेजी से उंगली अंदर बाहर करने लगती हैं ।
काम्या: ज्यादा तगड़ा हैं क्या लंड ?
माही: हाय कम्मो, तगड़ा नहीं बहुत ही ज्यादा तगड़ा हैं, बिल्कुल सांड के जैसा, चूत को पूरी फाड़ देता हैं , हाय मा री लंड की मोटी मोटी गांठ तो बहुत मुश्किल से घुसती है, हर बार चूत को फाड़ देती हैं दर्द से ” और ऐसा कहकर अपनी गांड़ उसकी उंगलियों पर रगड़ने लगती हैं।
antarvasna sex story – एक बार ऊपर आ जाईए न भैया – Incest