समर: आह थोड़ा प्यार से मेरी जान। उखड़ ही दोगी क्या? antarvasna sex story
माही: नहीं बस इसको सजा दे रही हूं ताकि आगे से काबू में रहे ।
समर धीरे से उसके कान में बोलता हैं : दर्द के साथ इसने मजा भी तो दिया हैं, बोलो नहीं दिया क्या:
माही जैसे ही ये सुनती हैं उसके जिस्म में हलचल मच जाती हैं और बहुत ही अदा के साथ अपना मुंह नीचे लाती हैं और उसकी आंखो में देखते हुए लंड को किस कर देती हैं
समर तड़प उठता है लंड पर जैसे ही माही के होंठ पड़ते हैं।
समर: आह मेरी जान, उफ्फ कितने गरम हैं आपके होठ। इसने आपको कली से फूल बनाया हैं उसके लिए बस इतना सा ही प्यार करोगी क्या?
माही जैसे ही कली से फूल सुनती हैं वो जोश में आकर अपना पूरा मुंह खिलते हुए सुपाड़े को मुंह में भर लेती हैं और चूसने लगती हैं।
समर तो जैसे अब मस्ती से उड़ रहा था वो अपने दोनों हाथ माही के सिर पर लाकर उसे अपने लंड पर दबा देता है । माही अब मजे से उसके लंड को चूस रही थी और हाथ से उसके टट्टे सहलाने लगती हैं ।
समर अपने दोनो हाथों को आगे बढ़ा कर उसकी चूचियों को दबाने लगता है तो माही मस्त हो जाती है और अपना मुंह और खोल कर आधे से ज्यादा लंड मुंह में भर लेती हैं और लॉलीपॉप की तरह से चूसने लगती है। उसकी चूत गीली होकर आंसू बहाने लगी थी। माही अपना एक हाथ नीचे ले जाकर अपनी एक उंगली अपनी चूत पर रगड़ने लगती है।
समर को बहुत मजा आ रहा था और उसकी आंखे बंद हो चुकी थीं। और वो जोश में आते हुए माही के मुंह में धक्के लगाने लगा। हर धक्के पर लंड थोड़ा और ज्यादा घुस रहा था माही के मुंह के अंदर।
लंड घुसने से माही की आंखे फैलती जा रही थी लेकिन वो आज पूरी कोशिश कर रही थी कि पूरा लंड उसके मुंह में घुस जाए।
लंड आखिरी मोटी गांठ होने की वजह से आगे नहीं घुस पा रहा था और समर उसे घुसाने की पूरी कोशिश कर रहा था।
माही अपनी पूरी ताकत से अपना मुंह खोल लेती हैं और समर के टट्टे हल्का सा दबाती हैं जिससे समर की आंख खुल जाती हैं । समर माही की आंखो में देखता है तो माही उसे इशारे से लंड का धक्का मुंह में मारने को कहती हैं और अपना पूरा मुंह खोल देती है ।
समर तो जैसे जोश से पागल हो गया और उसने माही के सिर कि पकड़ते हुए एक जोरदार धक्का मार दिया।
माही का पूरा मुंह खुला होने के कारण पूरा लंड अंदर मुंह में घुस गया।जैसे ही पूरा लंड अंदर घुसा दर्द के मारे माही की आंखे फैलती चली गई और उसकी आंखे में फिर से आंसू आ गए । लेकिन वो हल्के हल्के उसका लन्ड चूसती रही और जैसे ही मुंह थोड़ा ढीला हुआ उसने पूरी ताकत से लंड को चूसना चालू कर दिया और लंड को आधा बाहर निकलती और फिर से मुंह के अंदर घुसा लेती ।
समर को इतना मजा पहले नहीं आया था । आज उसके मजे कि कोई सीमा नहीं थी । लंड पर पड़ते माही के होठ उसे स्वर्ग का नजारा दिखा रहे थे।
समर मजे से सिसकते हुए : उफ्फ माही , पूरा घुसा लिया आज तो मुंह में भी , चूसो और चूसो बहुत अच्छा लग रहा है
माही जोश में आते हुए उसे और मजा देने के लिए जोर जोर से चूसने लगी। समर मजे के कारण पूरा झूम रहा था। उसका पूरा जिस्म कांप रहा था। अब समर ने उसके मुंह में धक्के लगाने शुरू कर दिए मानो उसका मुंह उसकी चूत कि तरह से फाड़ देना चाहता हो।
धक्के धीरे धीरे तेज होते गए और माही की जोर जोर से जीभ से चाटते हुए उसका लन्ड चूसने लगी जिस कारण समर पागल सा हो गया
तभी उसके धक्के बहुत तेजी से पड़ने लगे और माही तो अपनी एक उंगली मजे के कारण चूत मैं घुसा बैठी । जैसे ही उंगली घुसी उसकी सुजी हुई चूत में दर्द का एहसास हुआ लेकिन मजा बहुत था।
समर: आह बस सेईई ऐसे ही चूसो।
मेरा आने वाला है ।
और उसने एक तेज धक्का माही के मुंह में लगा दिया और उसका वीर्य निकलता चला गया।
माही ने अपनी चूत में पूरी उंगली घुस ली और अंदर बाहर करने लगी।
जैसे ही समर की आंखे खुली तो उसने देखा कि माही का पूरा उसके वीर्य से भर गया हैं और लंड सिकुड़ कर बाहर आता गया और माही उसका सारा वीर्य हलक में गटक गई।
समर ने उसके होंठो पर किस किया और उसे अपनी बांहों में उठा लिया। माही अपनी चूचियों के उसके सीने में रगड़ने लगी और प्यार से बोली: अब तो खुश हो मेरी जान। मिल गया आपको मुझे कली से फूल बनाने का इनाम।
समर उसके दोनो को चूसना शुरू कर देता है और माही अपना एक हाथ उसके गले में डाल देती हैं जिससे समर अपना एक हाथ नीचे लाकर उसके टपकती हुई चूत पर रख दिया।
समर के हाथ चूत पर पड़ते ही माही सिसकी उठी।
समर उसे लेकर नदी कि तरफ चल देता हैं और दोनो नदी में घुस गए।
नदी में हल्का हल्का गुनगुना पानी उनके जिस्मों की एक सुकून दे रहा था।
माही समर की गोद से उतरकर उसके लंड को पानी से रगड़कर रगड़कर धोती हैं और अच्छे से साफ कर देती हैं जिससे उसका लन्ड फिर से एक दम पूरा खड़ा हो चुका था किसी लोहे की रोड की तरह एक दम टाइट।
अब माही नदी में स्थित एक पड़े से पत्थर पर बैठ जाती हैं और समर को देखते हुए अपनी चूत मसलने लगती हैं। समर उसे बड़े प्यार के देख रहा था। उसकी दोनो चूचियां लहरा रही थी।
माही अब नीचे झुकते हुए अपने पैरो को साफ करने लगी ।उसके बाल उसके चेहरे के दोनो तरफ लहरा रहे थे। माही का ध्यान नीचे सफाई करने में था इसी बीच समर धीरे से उठता हैं और माही के पीछे जैसे ही गया तो उसकी नजर माही की चूत पर पड़ी जिसमें से रस टपक रहा था।
समर अपने होश खो बैठा और उसने अपने लंड पर अच्छे से थूक लगाकर उसे माही की चूत से करीब ले गया। रस से माही की चूत बिल्कुल गीली हो चुकी थी। समर ने सुपाड़े को उसकी चूत के ठीक सामने रखा और अपने दोनों हाथ आगे बढ़ाते हुए उसके बालो को पकड़ लिया ।उससे पहले कि माही कुछ समझ पाती समर ने एक बहुत तगड़ा धक्का उसकी चूत पर जड़ दिया जिससे पूरा पूरा मोटा लंबा लोला एक ही बार में उसकी चूत को फाड़ते हुए अंदर घुस गया। जैसे ही लंड अंडर घुसा माही दर्द से तड़प उठी और आगे गिरने को हुई लेकिन समर ने उसे अच्छे से पकड़ रखा था जिस कारण वो माही गिर नहीं पाई और एक तेज दर्द भरी आवाज उसकी मैदान में गूंज गई ।
माही: आह समर, फाड़ दी मेरी चूत फिर से, ज़ालिम बता कर तो घुसाते।”
और समर से बिना देर किए उसे उसकी चूत में धक्के मारने शुर कर दिया। आज समर बहुत तेज धक्के लगा रहा था जिस कारण उसका पूरा जिस्म हिल रहा था ।
आज माही पहली बार इस पोजिशन में चुद रही थी और सिर्फ अभी उसकी दूसरी ही चुदाई थी। हर धक्के पर उसकी गांड़ आगे की और जाती जिससे उसकी चूत पूरी तरह से उपर उठ जाती मानो समर को और ज्यादा चोदने के लिए उकसा रही हो,
अभी उसकी चूत पूरी तरह से खुली नहीं थी जिस कारण लंड पुर फस कर जा रहा था और लंड की गांठे तो जैसे चुदाई में चार चांद लगा रही थी। जैसे ही मोटी गांठ अंदर घुसती माही की टाइट चूत उसे पूरी तरह से कस लेती और गांठ उसकी चूत को फाड़ने पर लगी हुई थी।
मजे के कारण उसकी आंखे बंद होने लगी और उसके मुंह से सिसकियां निकलने लगी।
माही: आह समर , बहुत अच्छा लग रहा है, और करो और वो और मजा लेने के लिए अपनी गांड़ उसके लंड पर धकेलने लगी।
समर अब लंड को सिर्फ सुपाड़े तक बाहर निकालता और पूरी ताकत से घुसा देता। वो पागलों की तरह बहुत तेज धक्के लगा रहा था। हर धक्के में अब पूरा लंड अंडर बाहर हो रहा था।
तभी धक्के इतनी तेज पड़ने लगे कि माही को लगा की चूत फट रही हैं और उसके पैर कमजोर पड़ने लगे तो उसने अपने दोनो हाथ पत्थर पर टिका दिए और अपनी गांड़ पूरी उपर को उठा दी जिससे उसकी चूत पूरी तरह से खुल कर बाहर उभार अाई जी पूरी तरह से चिकनी थीं।
माही ने तिरछी नजरो से समर के लंड को देखते हुए उसे इशारा किया तो समर ने आगे बढ़कर अपना लंड उसकी चूत पर टिका दिया और उपर से ही रगड़ने लगा। माही को अब बर्दाश्त नहीं हो रहा था , लंड की रगड़ उसे पागल बना रही थी जिससे उसकी प्यास और बढ़ती जा रही थी।वो अपनी चूत उसके लंड पर धकेलने लगी मानो उसे खुद ही घुसा लेना चाहती हो लेकिन लंड उसकी टाईट चूत में घुस नहीं पा रहा था।
माही तड़पते हुए: प्लीज़ घुसा दो ना समर, देखो कैसे तड़प रही है ” और इतना कहकर अपनी दोनो टांगे पूरी खोल चौड़ी कर ली।
समर ने एक धक्का लगाया और सुपाड़ा चूत को फैलाते हुए अंदर घुस गया तो माही किय जैसे सुकून मिला।
समर ने सुपाड़े से ही धक्के मारने शुर कर दिए और अपने दोनो हाथ आगे ले जाकर उसकी चूचियां पकड़ ली और निप्पल मसलने लगा। माही सिसक रही, तड़प रही थी, अपनी चूत लंड पर मार रही थी मानो खुद चूत चुदाना चाह रही हो।
माही: समर , क्यों तड़पा रहे हो? चोद दो मुझे , मार लो मेरी चूत, डिलखाओ ना लंड का दम” ।
माही अपना एक हाथ चूत पर ले जाकर अपनी चूत के होंठो को पूरा फैला देती हैं और उसके लंड को हाथ से पकड़ कर अंदर घुसाने लगती हैं
समर अब जोश में आ जाता है और अपने लंड का एक जोरदार धक्का लगाता है और लंड घप से चूत के अंदर। धक्का इतनी तेज था कि माही का पूरा जिस्म थर्रा उठा और वो आगे जाकर पत्थर से लगते लगते बची और मजे उसे दर्द से उसका मुंह खुल गया: आह, सी ई ईई शैतान कहीं का , एक ही बार मैं पूरा घुस गया ये लोला , उफ्फ कितना दर्द देता है मस्ती भरा”
समर जोश में आ जाता हैं और फिर से पूरा लंड निकालकर एक ही धक्के में घुसा देता है।
माही: हाय , मार ही दोगे क्या आज ” क्या दुश्मनी हैं तुम्हारी मेरी चूत से ” आह उफ़ अच्छा लग रहा है लंड तो।
माही की कसी हुई चूत लंड पर पूरी ग्रिप बना रही थी जैसे ही लंड बाहर आता उसके साथ ही चूत के होठ भी उल्टे होकर लंड के साथ ही बाहर आते मानो उसे छोड़ना ही ना चाह रहे हो।
अब समर ने पूरी ताकत से धक्के लगाने शुरु कर दिया, हर धक्के पर चूत कि दीवारों हिल जाती , माही आज मस्त होकर चुद रही थी वो खुद अपनी चूत लंड पर मारती । चूत अब पूरी चिकनी हो गई थी और लंड पूरी रफ्तार से अंदर बाहर हो रहा था जिस करण माही की पूरी गांड़ थिरक रही थी। दोनो की मादक सिसकियां गूज रही थी जी माहौल को पूरा चूदासा बना रही थी।
तभी समर के धक्के बिजली की गति से पड़ने लगे मानो उसकी चूत का हलवा बन देना चाहता हो। माही के मजे की कोई सीमा नहीं थी जितना तेज धक्का पड़ता उसके मुंह से उससे कहीं ज्यादा तेज सिसकी निकल पड़ती।
माही: आह समर, मेरी चूत कितना मजा दे रही हैं लंड को, चोद लो आज , पूरा चोद लो, बहुत तड़प रही थी चूत “
अब समर को लगा कि उसका निकलने वाला है तो उसने अपने लंड को पूरा बाहर निकाला और माही की आंखो में देखते हुए अपना आखिर वार कर दिया उसकी चूत पर तो माही ने भी जोर से अपने टांगे भींच ली और दोनो एक साथ ही झड़ गए। antarvasna sex story
समर माही की कमर पर ही ढेर हो गया। कुछ देर ऐसे ही लेटे रहने के बाद जैसे ही दोनो की सांस नॉर्मल हुई समर ने माही को पानी में ले जाकर अच्छे से रगड़ रगड़ कर इसका जिस्म साफ किया । दो बार हुई तगड़ी चुदाई से चूत पूरी तरह से सूज गई थी जिसका कारण वो लाल हो चुकी थी।
समर ने उसकी चूत को पूरी तरह से साफ किया और फिर उसे गोद में उठाकर बेड पर ले आया।
और दोनो ऐसे ही लेट गए ।
antarvasna sex story – मेरी आत्मा मेरे पिता के शरीर में घुसी – Incest Sex Story