Incest बाप नम्बरी बेटी दस नम्बरी – sex story

उसके इस अजीब से शौक पर रश्मि को हंसी आ गयी.
वो रमेश के पास आयी और उसके लंड को हाथ में लेकर एक बार सहलाया तो रमेश के मुंह से आह्ह करके एक सिसकारी निकल गयी.

फिर अचानक से रश्मि ने उसके सोये हुए लंड को जोर से पकड़ कर खींच दिया और जोर जोर से हंसने लगी.
रमेश बोला- पागल हो गयी है क्या?
रश्मि- आपको ब्रा पैंटी कलेक्ट करने का शौक है और मुझे आपके लंड के साथ मस्ती करने का शौक लग गया है.

वो बोला- तो फिर जल्दी से दोबारा चुदने का प्लान कर ले. अपना नम्बर मुझे देती जा.sex story
रश्मि ने अपना नम्बर रमेश के फोन में डायल कर दिया और अपने फोन पर कॉल कर ली. दोनों के नम्बर एक्सचेंज हो गये.

फिर रश्मि ने अपनी ब्रा और पैंटी को रमेश के हाथों में गिफ्ट की तरह सौंप दिया. फिर अपने कपड़े पहनने लगी. उसकी गोल गोल गांड को देख कर रमेश का लौड़ा फिर से सलामी देने लगा.

रश्मि ने देखा तो मुस्कराई. फिर पास जाकर उसके सलामी दे रहे लौड़े को रश्मि ने प्यार से देखा और अपने होंठ खोल कर उसके सुपारे पर प्यारा सा किस कर दिया. रमेश तो जैसे तड़प गया.
फिर वो बोली- जल्दी ही इसकी तड़प को फिर से शांत करने आऊंगी.

उसके बाद वो तैयार होकर रूम से निकल गयी.
फिर अगले कुछ दिनों तक रश्मि ने कई ग्राहकों को खुश किया. जल्दी ही वह एक पेशेवर कॉल गर्ल बन गयी. अब रश्मि भी रिया और रेहाना की तरह होटलों में जाकर ग्राहकों को खुश करने लगी.

उसके तीनों छेद अब मर्दों के लौड़ों को खुश करना सीख गये थे. कभी वो एक ग्राहक के साथ रात बिताती तो कभी एक साथ दो दो को ले जाती और दोनों को ही झेलते हुए खुद भी चुदाई का मजा लेती और उनको भी अच्छी तरह खुश कर देती.जब रतनलाल और रेहाना ने रिया को बताया कि अब रश्मि पूरी तरह से रंडी बन चुकी है तब रिया ने उसे रात को दो लोगों के लिए बुक कर लिया.

रिया ने ये बात अपने डैड को बताई तो रमेश ने रवि को कॉल करके कह दिया- आज रात होटल में आ जाना. मैंने एक मिस इंडिया टाइप की लड़की बुक कर रखी है जिसको देख कर ही तेरे मुंह में पानी आ जायेगा.

रवि तैयार हो गया और इधर रिया खुशी से झूम उठी. फिर उसके डैडी ने उसका चेक पास कर दिया.
रात को रश्मि होटल में पहुंच गयी. रमेश वहां पर पहले से ही मौजूद था.

रूम में पहुंची तो रमेश ने दरवाजा खोला.
रमेश- हाय रश्मि। आ जाओ, मैं कब से तुम्हारा वेट कर रहा हूं।

रश्मि रूम के अंदर चली गयी.
उसकी खूबसूरती देखकर रमेश का लंड खड़ा हो गया.

रश्मि- क्या सर … आप इस तरह से क्यों देख रहे हैं जैसे पहली बार देख रहे हों।
रमेश- क्या करूँ … तुम चीज ही ऐसी हो। उस दिन कितना शरमा रही थी तुम और आज पहले से भी ज्यादा सेक्सी लग रही हो।
रश्मि- आप भी मस्त लग रहे हो। आपका दोस्त कहाँ है?

रमेश- वह आता ही होगा। जल्दी से अब कपड़े उतारो। मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा है. जब तुम्हारे जैसी मस्त लड़की मेरी बांहों में है तो मैं इंतजार नहीं कर सकता हूं। हम लोग जल्दी जल्दी एक राउंड कर लेते हैं क्योंकि कुछ ही देर में मेरा दोस्त आने वाला है. उसके आने के बाद तो तुम्हारी हालत खराब हो जाएगी क्योंकि वह बहुत ही ठरकी टाइप का है।

रमेश ने रश्मि को पूरी तरह से नंगी कर दिया और खुद भी अपने कपड़े उतार कर नंगा हो गया. उसने रश्मि को घुटनों के बल बैठा दिया और उसको लंड चूसने के लिए कहा.

रश्मि धीरे-धीरे उसके लंड को चूसने लगी. रमेश का लंड पूरी तरह से रश्मि के मुँह में अंदर बाहर होने लगा. तभी रूम में रवि भी आ गया. रवि अपनी बेटी रश्मि को रमेश का लंड चूसते देखकर पूरी तरह से शॉक हो गया.

रश्मि और रवि दोनों एक दूसरे को हैरत से देखते रह गये.
रमेश- क्या हुआ होश उड़ गए ना? मेरा हाल भी ऐसे ही हुआ था इसको देख कर। रतन ने सच ही कहा था बहुत ही कड़क माल है.

रवि कुछ बोल नहीं पा रहा था.
रमेश- रवि? रवि कुछ बोलता क्यों नहीं तू?
रवि को कुछ सूझ ही नहीं रहा था कि वह क्या बोले.
मगर रश्मि फिर से रमेश का लंड चूसने में लग गयी. रमेश के मुंह से सिसकारियां निकलने लगीं.

अपनी बेटी को रंडियों की तरह अपने दोस्त रमेश का लंड चूसते देख कर रवि को गुस्सा आ गया और उसने रश्मि की सारी गर्मी निकाल देने की ठान ली.मन ही मन वो बोला- अगर यह रंडी बन ही गयी है तो मैं भी आज इसे अपनी मर्दानगी दिखा ही देता हूं. पता तो चलेगा कि बाप की इज्जत कैसे उछाली जाती है!

रवि- क्या ये रंडी हम दोनों के लंड ले सकेगी? आज तो मैं इसकी चूत और गाँड का भोसड़ा बना दूंगा।
रवि की बात सुन कर रमेश खुश हो गया और रश्मि बिल्कुल सरप्राइज रह गयी.sex story

बाप का ताव देख कर रश्मि को भी जोश आ गया. उसने भी ठान लिया कि वो अपने बाप के सामने अपना असली रूप आज दिखा ही देगी. वो रांड बन कर दोनों के लंड से चुदेगी.

रमेश- ठीक है, अब मुझसे रुका नहीं जा रहा. जल्दी से आजा रवि. मैं इस सेक्सी रंडी की चूत मारने के लिए मरा जा रहा हूं.
फिर वो रश्मि से बोला- ऐ रंडी … मेरे दोस्त को अपना नाम तो बता दे?

रश्मि ने रवि की ओर देखा और बोली- रश्मि … नाम है मेरा।
रमेश हंसने लगा और बोला- रवि तू उस दिन कह रहा था न कि उस दिन वाली लड़की वो रिया रंडी हमारी बेटी की उम्र की है और उसका नाम भी मेरी बेटी का नाम था। ये ले … आज देख ले। इसका नाम भी तेरी बेटी वाला ही है. रवि अब इसे तू अपनी बेटी ही समझ कर चोद।

रवि मन ही मन बोला- सोचना क्या है साले, ये तो असल में ही मेरी बेटी है.
फिर रवि बोला- उस दिन तेरी बेटी को हम दोनों ने चोदा था। ले आज यहाँ तो मेरी ही बेटी आ गयी (मतलब नाम वाली लड़की). चल ठीक है आज दोनों मिलकर निकाल देते हैं इस रंडी की हेकड़ी।

इतना कह कर रवि अपनी शर्ट उतारने लगा. फिर उसने अपनी पैंट भी खोल दी. अब वो अंडरवियर में था. उसका लौड़ा अब सेक्स की बातें होने के बाद धीरे धीरे तनाव में आ रहा था. उसने अपना अंडरवियर अपनी बेटी को दिखाते हुए उतार दिया और उसका अधसोया लंड रश्मि की आंखों के सामने लटकने लगा.

रश्मि हैरत से अपने बाप के लंड को देखने लगी. उसका लंड काफी मोटा और लम्बा था. रमेश और रवि के लंड का साइज लगभग एक जैसा ही था. रश्मि की चूत में आज दो दो मोटे और लम्बे खीरे जैसे लंड जाने वाले थे जिसके बारे में सोच कर ही उसके बदन में पसीना आने लगा था.

तभी रवि आगे बढ़ा और रश्मि को पकड़ कर उसकी ब्रा को खोल दिया. रश्मि भी एक्शन में आ गयी और उसने अपनी पैंटी खोल दी. बेड पर लेट कर उसने अपनी टांगों को ऊपर करके अपनी पैंटी निकाल दी और उसकी गांड में हवा में ऊपर आ गयी.इतने में ही रवि उत्सुकतावश रश्मि के पास आ गया और उसकी चूत और गांड के छेद को ध्याने से देखने लगा. रश्मि की गांड का छेद बहुत छोटा सा था जो एकदम से सिकुड़ कर चिपका हुआ था.

रश्मि की चूत बहुत ही प्यारी थी. रवि उसकी चूत पर ऐसे नजरें गड़ाए हुए था जैसे कि उसकी चूत के अंदर घुसने का रास्ता ढूंढ रहा हो. जो बेटी उसकी नजरों के सामने बड़ी हुई थी वो आज उसके सामने रंडी बन कर नंगी लेटी हुई थी.

तभी रश्मि बोली- क्या देख रहे हो सेठ? कभी लड़की के छेद नहीं देखे क्या?
रवि- देखे हैं, मगर ऐसे रसीले छेद नहीं देखे हैं.
रश्मि- इन छेदों को कम न समझना सेठ. तुम दोनों के लौड़े आराम से अंदर ले सकते हैं ये छेद।

तभी रमेश ने रश्मि की गांड पर एक जोरदार चाँटा मारते हुए कहा- रंडी, तूने भी हमें अभी देखा ही कहाँ है? आज तेरी ऐसी चुदाई करेंगे कि तुझे तेरी रंडी माँ याद आ जाएगी।

तब तक रवि बेड पर चढ़ गया और रश्मि उसे देख कर मुस्कुरा दी. उसने झट से कुतिया बन कर रवि के लंड को पकड़ लिया. लंड को उसने एक दो बार सहलाया और फिर अपने मुंह में लेकर चूसने लगी.

रमेश ने झुक कर अपने दोनों हाथों से रश्मि की गांड को फाड़ कर देखा और फिर उसकी चूत पर मुंह लगा दिया. ऊपर से नीचे जाते हुए वो उसकी चूत और गांड दोनों का रस चाटने लगा.

इतने में ही रवि ने रश्मि का सिर अपने लंड पर दबा दिया और अपनी कमर आगे-पीछे करते हुए अपने लंड को रश्मि के गले तक उतारने लगा. रश्मि के मुंह में रवि का लंड बुरी तरह से फंस गया. वो गूं-गूं.. करने लगी और उसे उबकाई होने लगी. मगर रवि ने लौड़ा घुसाए रखा.

फिर उसने एकदम से अपनी पकड़ ढीली कर दी और रश्मि ने लंड को बाहर फेंक दिया। वो जोर जोर से खांसने लगी और उसका चेहरा लाल हो गया. वो तेजी से सांस लेते हुए हाँफ रही थी.

रमेश लगातार रश्मि की चूत और गांड में कुत्ते की तरह चाटने में लगा हुआ था.
रमेश- रवि, एक बार अपनी बेटी की चूत और गांड … मेरा मतलब इस रश्मि रंडी की चूत और गांड को चाट कर तो देख. इसकी चूत और गांड का स्वाद तो बहुत गजब है.

रवि- अच्छा, ठीक है, तो फिर तू हट, मुझे चाटने दे.
अब रवि ने अपनी बेटी की चूत और गांड को ऐसे ही चाटना शुरू कर दिया.

रश्मि सिसकारने लगी- आह्ह डैडी… आह्ह… चूसो … चाटो… आह्ह!
रमेश- ये ले रवि, इसने तो सच में तुझे अपना बाप बना लिया!रश्मि- रमेश सेठ, जब तू अपनी बेटी समान लड़की की चूत चोद कर मजा ले सकता है तो फिर ये अपनी बेटी समान रंडी की चूत नहीं चोद सकते क्या?
रवि- बात तो सही कह रही है रमेश ये।

रमेश- हां बहुत ही चुदक्कड़ लग रही है. लगता है कि ये शायद अपने बाप का लंड भी जरूर लेती होगी घर में।
रमेश ने अब रश्मि के मुंह के सामने अपना लंड कर दिया और रश्मि ने मुंह खोल कर रमेश के लंड को पूरा अंदर ले लिया और चूसने लगी. पीछे से रवि ने उसकी चूत और गांड में मुंह देकर उसको चाटना शुरू कर दिया.

रवि- आह्ह … उम्म … म्मच … पुच्चच … आह्ह … अम्मम … इतनी टेस्टी गांड … आह्ह … और इसकी चूत के रस की तो बात ही क्या. पता नहीं इसकी मां ने कौन सा शहद खाकर इसको पैदा किया था. साली इतनी मीठी चीज पैदा की है.

रश्मि मस्ती में रमेश का लंड चूस रही थी. इतने में ही उत्तेजना में आकर रवि ने अपनी बेटी की गांड में उंगली दे दी और वो एकदम से बिदक गयी. इसी दौरान उसके दांत रमेश के लंड पर गड़ गये और लंड पर काटे जाने से रमेश उछल कर एक तरफ जा पड़ा.

रवि हंसने लगा और ठहाका मारते हुए बोला- क्या हुआ बे? लंड को खा गयी क्या ये लंडखोर?
रमेश अपने लंड पर लगे दांत के दर्द को सहला सहला कर कम कर रहा था.

फिर उसे गुस्सा आया और वो उठ कर रश्मि के पास आया. उसने उसके बालों को पकड़ लिया और अपना लंड उसके मुंह में घुसा कर जोर जोर से पेलने लगा. रश्मि गूं-गूं की आवाज करते हुए छटपटाने लगी. मगर रमेश अंधाधुन उसके मुंह में धक्के लगाता रहा.

अपनी बेटी के मुंह में अपने दोस्त का लंड इस तरह से जाता देख कर रवि को भी मजा आ रहा था. रवि ने एक बार फिर से रश्मि की गांड में उंगली दे दी और उसकी गांड को उंगली से चोदने लगा.

रश्मि का मुंह लाल हो गया था. रमेश अभी भी लंड की पिलाई उसके मुंह में कर रहा था. कुछ देर ऐेसे ही जोर जोर से अपना लंड उसके मुंह में पेलने के बाद रमेश के लंड से वीर्य निकल गया और उसने सारा वीर्य रश्मि के मुंह में भर दिया.

जब तक रश्मि उसके माल को अंदर न गटक गयी तब तक उसने लंड को मुंह से बाहर नहीं निकाला. जब लंड बाहर निकला तो रश्मि मुस्करा रही थी.
रमेश देख कर हैरान था कि इतने बुरे तरीके से मुंह चोदने के बाद भी ये मुस्करा रही थी. वो सच में बड़ी रांड बन गयी थी.

अजय, शोभा चाची और माँ दीप्ति complete

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