सुबह के वक्त रमेश और रिया उठे. नाश्ते के बाद वो दोनों फिर से तैयार थे। रमेश ने रिया को पूरा नंगी कर दिया और खुद भी सिर्फ अंडरवियर में था।sex story
रमेश रिया को पीछे से जकड़े हुए अपना लौड़ा अंडरवियर से बाहर निकाल कर रिया की गांड पर रगड़ने लगा। रिया को अपनी गांड पर अपने पिता का चुभता लौड़ा बहुत मस्त लग रहा था। उसका एक हाथ रमेश के लौड़े को अंडरवियर के ऊपर से ही महसूस करने लगा।
फिर रमेश ने रिया को झटके से अपनी ओर घुमा लिया। रिया की गांड की दरार में उसने उंगली घुसा दी. ऊपर से वो रिया के अंगूर समान निप्पल को मुंह में रखकर चूसने लगा।
रिया को अपनी चूचियों को चुसवाने में बड़ा मजा आ रहा था। वो अपनी चूची को उठा उठाकर अपने डैड के मुंह में देने लगी।
रमेश उसकी चूचियों को पूरे आनंद से चूस रहा था।
रिया सिसकारने लगी- आआआ … आआहह … डैड … चूस … स्सो.. ऊफ़्फ़ … आआहह … खूब चूसो। बहुत … अच्छा लग रहा है।
रमेश ने उसके आनंद को बनाये रखा और खूब चूसा।
रिया की बुर से पानी लगातार बह रहा था। रमेश ने उसकी दोनों चूचियों को खूब चूसा। रिया रमेश के लण्ड को सहला रही थी।
उसके बाद रमेश ने अपना अंडरवियर उतारना चाहा तो रिया ने उसे रोक दिया। वो खुद ही सिंक के पास फर्श पर घुटनों के बल बैठ गयी। रमेश के लण्ड को अंडरवियर के ऊपर से ही चाटने लगी। वो उसके लण्ड की खुशबू सूंघ रही थी।
रमेश का अंडरवियर रिया ने अपने थूक से गीला कर दिया। फिर उसने रमेश के लण्ड को अंडरवियर से बाहर निकाला। रमेश ने अंडरवियर को फिर निकाल ही दिया।
रिया ने अपने डैड के लण्ड को अपने चेहरे पर लगा कर उसके साइज को नापा. लगभग पूरा चेहरा लंड की लंबाई से कवर हो गया। रिया हंस रही थी.
वो बोली- डैड हमारे चेहरे के बराबर है आपका लण्ड।
रमेश- इसी ने कल रात तुम्हारी चुदाई की थी. अब खूब चुदोगी इससे!sex story
रमेश के लण्ड को रिया ने अपने मुंह में भर लिया। रमेश को लण्ड चुसवाने का बहुत अनुभव था। रिया ने बिल्कुल वैसे ही चूसना शुरू किया जैसे ब्लू फिल्मों में करते हैं।
रिया ने उसके लण्ड को पूरा थूक से नहला दिया। उसका थूक रमेश के लण्ड से धागों की तरह लटकता हुआ टपक टपक कर नीचे गिर रहा था. वो पूरा मन लगा लगा कर अपने पापा के लण्ड को चाट रही थी।
कभी लण्ड के सुपारे को जीभ से रगड़ती और चूसने लगती। लण्ड के छेद को जीभ से छेड़ती। फिर लण्ड पर थूक कर अपने हाथों से मलती और फिर लण्ड को मुंह में भरकर चूसने लगती।