हाय रे ज़ालिम……- Part 3 – Indian MILF

अपडेट 34 – Indian MILF

रश्मी;उन्हह देवा छोड दे ना भाई आ जाएगा ।
उईईईईई माँ वहां हाथ मत लगा।

देवा;रश्मि की गरदन चुमते हुए एक हाथ से रश्मि की चूत को सहला देता है जिससे रश्मि सिसक उठती है।

रश्मी;देवा आहह ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्।

देवा;आज ये रस पी लेने दे रश्मि बहुत तड़पाया है तूने मुझे।

रश्मी; नहीं ना।।
वह सिर्फ मुँह से देवा को मना कर रही थी ।
हाथ देवा की पीठ पे कसे जा रहे थे और ब्रैस्ट देवा की छाती में दबने को तैयार बैठे थे।

देवा रश्मि की कमीज निकलने लगता है

रश्मी :नहीं ऐसा मत कर मुझे दर्द होंगा।

देवा;पहले पहले होगा रश्मि बाद में तुझे भी बहुत मज़ा आएगा।

रश्मी;नही।
इससे पहले रश्मि और कुछ कहती देवा अपने होठो से उसकी आवाज़ बंद कर देता है गलप्प गलप्प।

देवा;अपने हाथ से रश्मि के सलवार का नाड़ा खोल देता है और सलवार निचे ज़मीन पे गिर जाती है।

रश्मी;बस अब नाम को देवा को कुछ करने से रोक रही थी । कई दिनों से सुलगता हुआ लावा आज फुट पडने को तैयार था।

देवा की दोनो उँगलियाँ रश्मि की पेंटी के अंदर जा चुकी थी और चूत के किनारे को कुरेदने लगती है।

रश्मी;अपना मुँह थोड़ा और खोल देती है जिससे उसकी ज़ुबान भी देवा के मुँह में चली जाती है।

देवा रश्मि के जिस्म की गर्मी को भाँप के उसे निचे लिटा देता है और एक झटके में उसके जिस्म से पेंटी और कमीज अलग कर देता है।

रश्मी;पुरी तरह नंगी हो जाती है।
शरम के मारे वो एक हाथ अपनी चूत पे और दुसरा हाथ अपने ऑखों पे रख देती है।

थोड़ी देर बाद उसे अपने हाथ पे जो उसने छूट पे रखी थी देवा की चिपचिपी ज़ुबान महसूस होती है।

देवा;उसके हाथ को चाट रहा था।

रश्मी से भी बर्दश्त नहीं होता और वो भी पहली मर्तबा अपनी चुत को चटवाने के लालच में अपना हाथ चूत के ऊपर से हटा देती है।

हाथ हटते ही देवा की ज़ुबान रश्मि की चूत से चिपक जाती है।

रश्मी;ज़ोर ज़ोर से सिसकारियां भरने लगती है उसकी आँखें बंद थी और उसकी आवाज़ से ऑगन में लेटा हुआ पप्पू उठके घर के अंदर चला जाता है।

सामने का नज़ारा देख उसके हाथ पैर काम करना बंद कर देते है।

देवा रश्मि की कमर को दोनों हाथों से पकड़ के अपने ज़ुबान को जीतनी अंदर जा सकती थी उतनी अंदर डाल के उसकी बहन की कुँवारी चूत चुसे जा रहा था।

चूत का पर्दा होने के कारन देवा ज़्यादा अंदर नहीं जा पा रहा था।

देवा इशारे से पप्पू को कपडे उतारने के लिए कहता है
और पप्पू अपने सारे कपडे उतार के रश्मि के चेहरे के पास जाके बैठ जाता है।

उसका लंड रश्मि के गाल को छुता है और रश्मि ऑंखें खोल देती है।
पहले तो वो बुरी तरह डर जाती है मगर अपने भाई को भी नंगा देख उसका डर थोड़ा कम हो जाता है।

मगर उसे दुसरा डर सताने लगता है कही ये दोनों मिलके तो ।

देवा इतने बुरी तरह रश्मि की चूत को चाट रहा था की रश्मि न बोल सकती थी न हिल सकती थी वो ऑखें फाड़े पप्पू को देखती रहती है।

अचानक पप्पू अपना लंड रश्मि के होठो के सामने करता है।

और रश्मि ऑखें बंद करके मुँह खोल देती है।
उसे भी अपने भाई का लंड स्वीकार था।

छोटा सा मगर खूबसूरत सा पप्पू का लंड रश्मि के मुंह में चला जाता है।

आज भाई बहन का रिश्ता बदल रहा था आज एक कली फूल बनने जा रही थी वो भी अपने भाई के सामने।

देवा और रश्मि को रोक पाना अब नामुमकिन था।

रशमी की चूत चाट चाट के लाल कर देने के बाद देवा उसे उठा के बैठा देता है और दोनों उसके पास खड़े होके अपने लंड को उसके गाल पे मारने लगते है।

रश्मी की ऑखों में उस वक़्त सिर्फ वासना भरी हुई थी न कोई भाई और ना चूत का क़ीमती पर्दा फ़टने का डर।

वो दोनों के लौडों को अपने मुंह में बारी बारी ले के चुसने लगती है। गलप्प गलप्प गलप्प गलप्प गलप्प गलप्प।गप्प।

देवा;रश्मि को लिटा देता है और उसकी चूत को फिर से चाटने लगता है ताकि वो इस कदर गरम हो जाये के चूत फ़टने से उसे दर्द का एहसास भी न हो।

पप्पू देवा के झुलते हुए लंड को अपने हाथ में पकड़ लेता है और निचे लेट के उसे अपने मुंह में ले लेता है और गलप्प गलप्प चूसने लगता है।

देवा रश्मि के चूत चाटने लगता है और पप्पू देवा का लंड तीनो चुदाई के लिए पूरी तरह तैयार थे।

रश्मी;अपने भाई पप्पू को देवा का लंड चुसते देख पूरी तरह संतुष्ट हो जाती है की पप्पू ये बात किसी को भी नहीं बतायेगा और उसे ये देख के थोड़ा अजीब भी लग रहा था की पप्पू लंड के साथ साथ देवा की गाण्ड को भी चाट रहा था। तीनो अजीब आवाज़ें निकाल रहें थे।

देवा;अपना लंड पप्पू के मुंह से निकाल देता है।
पप्पू ने उसे काफी गीला कर दिया था और रश्मि की चूत भी चाटने से बहुत गीली हो चुकी थी।

देवा पप्पू से रश्मि के दोनों ब्रैस्ट मसलने के लिए कहता है और खुद रश्मि के जांघ के पास आ जाता है यही वो पल था जब रश्मि देवा को मना कर सकती थी मगर वो तो जल्द से जल्द उसे अपने अंदर लेना चाहती थी।

रशमी; खुद देवा के लंड को अपने चूत के उस सुराख़ पे लगा देती है जहाँ से अब तक कोई भी लंड अंदर नहीं गया था।

देवा रश्मि की ऑखों में देख के मुस्कुरा देता है और रश्मि जैसे ही मुस्कुराती है उसका मुंह खुलता चला जाता है।

रश्मि ;उईईईईईईई माँ आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आअह्हह्हह्हहहह आहह देवा भैया ओह्ह्ह्ह्ह।

एक ही झटके में देवा का आधे से ज्यादा लंड अंदर जाकर रश्मि की चूत की झिल्ली को फाड़ देता है।

खून से सना हुआ देवा का लंड रश्मि की चूत में अंदर बाहर होने लगता है रश्मि ज़ोर ज़ोर से चीखने लगती है और पप्पू अपने मुंह से उसकी आवाज़ बंद करने की कोशिश करता है मगर दर्द के मारे रश्मि पप्पू के होठो को ही काट लेती है।

रश्मी;आहह इसे बाहर निकाल दो देवा आहह मुझ पे कुछ तो तरस खाओ ना आह्ह्ह नही।

मगर देवा अगर रुक जाता तो रश्मि की चूत अंदर तक नहीं खुल पाती
वो भी खून देख के थोड़ा डर सा गया था मगर पदमा और रानी को कई बार चोदने से उसकी हिम्मत बँधी हुई थी।

वो धीरे धीरे अपने लंड को रश्मि की चूत के अंदर बाहर करते रहता है और रश्मि रोते रोते सिसकने लगती है। उसका दर्द बहुत कम हो चुका था और चूत की जलन भी अब सता नहीं रही थी।

देवा;उसे बड़े प्यार से चुमते हुए चोदने लगता है अपने पहले प्यार को अपने पहले लंड को कोई भी लड़की भुला नहीं सकती।

पप्पू पास में बैठा रश्मि को चुदते देख रहा था वो उठके एक गीला कपडा ले आता है और देवा को अपना लंड बाहर निकालने के लिए कहता है।

मगर रश्मि उसे बाहर निकालने नहीं देती।

पप्पू ऐसे ही चूत में लंड आते जाते दोनों को देवा के लंड को और अपनी बहन की चूत को साफ़ करने लगता है।

अब देवा रश्मि को घोड़ी बना देता है और पीछे से उसकी कमर पकड़ के अपने लंड को अंदर पेल देता है।

कफी देर चुप रहने के बाद रश्मि देवा को धीरे धीरे करने के लिए कहती है।

पप्पू अपने बहन के मुंह के सामने जाके बैठ जाता है और रश्मि बड़े प्यार से अपने भाई के लंड को अपने मुंह में ले लेती है।पीछे से पडते हुए देवा के धक्को से वो हिलने लगती है और पप्पू का लंड उसकी मुँह में अंदर बाहर होने लगता हैं।

रश्मी; आहह आखिर तूने आहह अपना वादा पूरा कर ही दिया ना देवा । लगा दिया मेरी चूत पे तेरा ठप्पा। (स्टाम्प)

देवा;अभी तो पप्पू का ठप्पा बाकी है रश्मि आहह इतने छोटी चूत मुझे आज तक नहीं मिली आअह्हह्हह्हह।

रश्मी;उन्हह जानवर नहीं हूँ मै धीरे से कर ना आह्ह्ह्ह्ह्।

देवा;अबे साले देख क्या रहा है चल आजा चढ़ जा अपनी बहन पे।

रश्मी;अपने भाई को देखती है और पप्पू रश्मि को।

पप्पू रश्मि के पीछे जहाँ देवा था वहां चला जाता है और देवा अपने लंड को बाहर निकाल लेता है।

रश्मी सीधे लट जाती है वो अपने भाई को देखना चाहती थी चुदते हुए।

पप्पू थोड़ा घबरा रहा था। देवा उसकी गाण्ड पे थप्पड मारता है।

देवा अब सामने खाना पड़ा है और तू सोच रहा है जब रश्मि को कोई दिक्कत नहीं तो तू क्यों डर रहा है ।

पप्पू;अपनी बहन की टाँगें खोल के अपने छोटे से लंड को उसकी चूत पे टीकाता है। देवा तो पहले ही सुरँग खोद चुका था बचा खुचा काम पप्पू करने लगता है।

वो हमेशा से अपने घर वालों को चोदने के इच्छा रखता था ।आज देवा की वजह से उसके दिल की तमन्ना पूरी हो रही थी।

देवा;अपने लंड को रश्मि के मुंह में अटका देता है और पप्पू धीरे धीरे रश्मि को चोदने लगता है।

देवा;हंसने लगता है।

रश्मी; उन्हह बहुत बूरे हो तुम देवा आहह एक बहन के चूत में भाई का लंड डलवा के हँस रहे हो आहह ।

पप्पू भी जोश में आके दना दन अपने लंड को रश्मि की चूत में अंदर बाहर करने लगता है।

रश्मी तो आज पहली बार चूदी थी। उसे तो हर धक्का बहुत आनन्द दे रहा था। वो नहीं जानती थी की असली चुदाई क्या होती है।

Dosto aurbi hindi sex story jarur padhiye

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