देख देवा तेरी माँ सही सोचती है तेरे चालचलन ठीक नहीं लगती मुझे भी । ऐसे ही हरकतें करता रहा न तो कोई भी लड़की वाला तुझे अपने लड़की नहीं देगा।
ज़िन्दगी भर कुँवारा ही रहना पडेगा। Indian MILF
देवा;तुम हो ना।
शालु;क्या मतलब वो सकपका जाती है।
देवा;मेरा मतलब है तुम देख लेना मेरे लिए लड़की।।
शालु;बहुत गन्दा है रे तू देवा।
पता नहीं मेरा बेटा तेरे साथ रह रह के कही वो भी तो नही।
देवा;तुम्हें तो सब पता है ना की पप्पू कैसा है।
शालु की ऑखों के सामने वो मंज़र घुम जाता है जब पहली मर्तबा उसने पप्पू को और देवा को बिना कपडो के देखी थी और देवा जानवर के तरह पप्पू की नाज़ुक गाण्ड मार रहा था।।
उस दिन कुछ पल के लिए शालु और देवा के नज़रें भी मिली थी।
शालु;मुस्कुरा देती है।
चल कब सुधरेगा।
देवा;जब तुम मुझे दोगी।
शालु;क्या।
देवा;जब तुम मुझे ढूढ़ के दोगी लड़की शादी के लिये।
शालु;देवा की ऐसी बाते खूब समझती थी वो दूसरी तरफ मुंह करके मुस्कुरा देती है।।
घर पहुँच कर शालु बिस्तर पे ढेर हो जाती है और देवा उसके पैरों के पास बैठ जाता है।
देवा;कहो तो दबा दूँ ।
शालु;उससे अपने टाँग मारते हुए पीछे ढकेल देती है। कोई ज़रूरत नही।
देवा;क्या काकी दर्द कर रहे होंगे न।
शालु;मैंने कहा न नहीं मतलब नही।
रश्मी;क्या बात है माँ क्या दर्द कर रहे है।
रश्मी भी वहां आ जाती है।
शालु;अरे बेटी मेरे पैर दर्द कर रहे थे। वही देवा दबाने का बोल रहा था।।तु जा जाके खाना बना।
रश्मी;देवा मेरे पैर भी बहुत दर्द कर रहे है।
देवा;तेरी गरदन दर्द नहीं कर रही क्या।
शालु और रश्मि दोनों हंसने लगते है।
देवा;ललचाई नज़रों से फिर से शालु को देखने लगता है और शालु थोड़ा बिस्तर पे लेट के देवा को अपने गदराई हुई जवानी दिखाते हुए घर जाने के लिए कहती है।
देवा;उससे घूरता हुआ अपने होठो पे ज़ुबान फेरता हुआ घर चला जाता है।
जब वो घर का दरवाज़ा खट खटाता है तो हैरान रह जाता है सामने जो औरत खड़ी थी वो उसकी माँ बिलकुल नज़र नहीं आ रही थी।
रत्ना ने नूतन के नाइटी पहन रखी थी।
देवा; ये क्या पहन रखा है माँ।
रत्ना;देख ना बेटा ये नूतन ने मुझे रात में पहनने के लिए दी है कैसी लग रही है।
देवा;रत्ना के आधे लटकते हुए ख़रबूज़ों को देख मचल जाता है।
ठीक है माँ पर तुम इसे सिर्फ रात में सोते वक़्त पहना करो।
रत्ना;अपने सीने के पास नाइटी को एडजस्ट करते हुए ठीक है बेटा।
चल तू हाथ मुंह धो ले मै खाना लगा देती हूँ।।
देवा;ममता और नूतन कहाँ है।
रत्ना;अपने कमरे में होंगी।
देवा ;अपने कमरे में जाने लगता है तभी उसे ममता के कमरे में नूतन बिस्तर पे बैठी दिखाई देती है।
वो साडी पहन के देख रही थी रत्ना की।।
देवा;दरवाज़े की आड़ में खड़ा हो जाता है।
नुतन;अपने आप को देखती है और फिर अचानक पहना हुआ ब्लाउज निकाल देती है।
जैसे ही वो ब्लाउज निकालती है।
देवा की पीठ पे ममता हाथ रख देती है जिससे देवा हड़बड़ा के कमरे के अंदर चला जाता है और उसकी और ममता की ऑखों के सामने ऊपर से पूरी नंगी नूतन आ जाती है।
नुतन ; झट से पास में पड़ी हुई साडी अपने आप पे लपेट लेती है मगर वो पारदर्शी साडी उसकी चूचि को ठीक तरह से छूपाने में नाक़ाम थी।
देवा;जल्दी से वहां से निकल के अपने कमरे में चला जाता है।
और दोनों लड़कियां एक दूसरे को देख हँस पडती है।
ममता ; आगे बढ़ती है और नूतन की चूचि के एक निप्पल्स को अपने मुंह में लेके काट देती है।
नुतन ;आहह माँ आ जाएगी तेरी दीदी।
ममता अपना मुंह हटा देती है ।
बेशरम कही की मेरे भाई को देखती है।
और फिर से दोनों हंसने लगती है।
Incest रुतबा या वारिस – Family Sex Story
अपडेट 32 – Indian MILF
देवा सुबह सवेरे अपने खेत में चला जाता है पिछले कुछ दिनों से वो अपने खेत में हल चलाने के बजाये कही और ही हल चला रहा था और बीज बो रहा था जिससे उसके खेत में सूर्य फूल की फसल धीरे धीरे करके बर्बाद हो रही थी।।
सुबह से ही वो फसल पे फर्टीलाइज़र्स और कीटनाशक का छिडकाव कर रहा था।
और इसी चक्कर में उसे दोपहर हो जाती है।।
वो हाथ मुंह धोके कुंवे के मुंडेर पे बैठा ही था की उसे पप्पू आता दिखाई देता है।
पप्पू;अरे भाई देवा कहाँ हो आज कल जबसे मां के घर से आये हो न मिलते हो न बातचीत हो पा रही है तुमसे।
देवा;बैठ यहाँ।
कुछ नहीं यार मां के यहाँ कुछ दिन रुक क्या गया। देख फसल पे कीड़े लगने लगे है।।गन्ने की फसल तो कट गए बस ये सूर्य फूल बाकी है अब।।
अच्छा तू बता तू क्यों नहीं दिखाई दे रहा है । मै तो दो तीन बार तेरे घर भी आया था।
पप्पू;वही खेती के काम।
और सुना मां के घर गया था तो वहां गांव में कोई चक्कर वक्कर चलाया की नही।
देवा;हंस पड़ता है
जब घर में गरम रोटी खाने को मिले तो कोई बाहर की सुखी रोटी क्यों खाये।
पप्पू;क्या मतलब।
देवा;अब तुझसे क्या छुपान।मामा के घर जाने में मेरा बहुत फायदा हो गया भाई।
मामी भी मिल गई और भाभी को भी ठोक आया।
पप्पू का मुंह खुला का खुला रह जाता है।
क्या बोल रहा है तू भाई। सच में मामी को कैसे।
देवा;पप्पू को सारी बात सुना देता है वो सुनके पप्पू की गाण्ड की सिट्टी बजने लगती है।
पप्पू;बड़ा कमीना है रे तू देवा।।यहाँ पदमा काकी और वहां मामी।
और एक मै हूँ जिसे कोई भाव तक नहीं देता।
पता नहीं मेरे दिल की मुराद कब पूरी होंगी।
देवा;कौन सी मुराद बे।
पप्पू के मुंह से ये दो लफ़्ज़ अचानक ही निकल गए थे। वो देवा से अपनी ये बात कभी भी शेयर करना नहीं चाहता था।।
देवा;अबे बोल भी कौन से दिल की मुराद।
पप्पू;नहीं वैसे ही बस एक आध लड़की को चोदने की भाई।
देवा;पप्पू के कमर पे दो हाथ जड़ देता है।
साले मुझसे छुपा रहा है चल जल्दी बोल मै तेरे दिल की मुराद पूरी करने में मदद करूँगा।
पप्पू;वो पहले तू मेरी कसम खा की तू ये बात किसी को नहीं बतायेगा।।
देवा पप्पू की कमर पे हाथ घुमा देता है।
ले बस तेरी गाण्ड की कसम जिसे मैंने कई बार लिया है नहीं कहुंगा किसी से भी।
पप्पू;देवा तुझे पता है मेरा दिल हमेशा से ये चाहता है की मै किसी अपने को चोदूँ। कोई मेरा सगा खून वाला रिश्ते में तेरे मुंह से तेरी मामी के बारे में सुना तो मुझे भी यक़ीन हो गया की दुनिया में ऐसा भी होता है।।
देवा का मुंह खुला का खुला रह जाता है।
इसका मतलब तू अपनी माँ और बहन को।
पप्पू देवा के मुंह पे हाथ रख देता है।
धीरे बोल कोई सुन न ले।
देवा;तू तो बड़ा छुपा रुस्तम निकला बे साले।
पप्पू;हाँ भाई सच में मेरा दिल करता है की मै अपनी माँ शालु के साथ बस ज़्यादा नहीं एक बार रात गुज़ारूँगा।
देवा;सोचने लगता है की कही इसने जोश जोश में आके किसी दिन नीलम को ही ठोक दिया तो।
पप्पू;क्या हुआ किस सोच में पड़ गया।क्या तू करेगा मेरी मदद।
देवा;हाँ हाँ करुँगा न मगर मेरी दो शर्तें है भाई।
पप्पू;कैसी शर्तें।
देवा;पहली ये की तू तेरी माँ और बडी बहन रश्मि के साथ कुछ भी कर ले। मगर नीलम को गलत नज़र से देखा भी तो मुझसे बुरा कोई नही।
क्यूंकि मै नीलम से प्यार करता हूँ और उससे शादी भी करुँगा।
दूसरा ये की तेरी मदद करने से मुझे क्या मिलेंगा।
पप्पू;सच में तू नीलम से शादी करेगा। ये तो बहुत अच्छी बात है अरे भाई मै तो सिर्फ माँ के बारे में बोल रहा था । बहनो के बारे में नही।
और तुझे क्या चाहिए बोल जो तो कहेगा वो दूँगा।।
देवा;फिर से पप्पू के कमर पे हाथ घुमाने लगता है।
जब तेरा काम बन जाये तो बहती नदी में मुझे भी डूबकी लगाने देना।
पप्पू;आहह कमीना कही का चल ठीक है।
देवा;पप्पू का सर पकड़ के अपनी तरफ खीचता है और पप्पू नज़रें झुकाता हुआ उसके होठो के क़रीब पहुँच जाता है।
पप्पू;अभी नहीं कोई देख न ले।
देवा;मुझे अभी चाहिए देता है या नही।
पप्पू;अपनी ऑंखें बंद करके थोड़ा सा मुंह खोल देता है।
और देवा अपनी ज़ुबान को पप्पू के मुंह में डालके उसके होठो को चुस्ने लगता है। गलपप गलप्प…..
पप्पू के हाथ देवा के पेंट की ज़िप खोल देते है और पप्पू अपने हाथ में देवा का लंड लेके हिलाने लगता है।
तभी दूर से देवा को रश्मि आती दिखाई देती है।
देवा;तेरी बहन आ रही है।
पप्पू; डर के मारे देवा के लंड को छोड देता है और झोंपडे के पीछे जा के चुप जाता है।
रश्मी;देवा के पास आके खड़ी हो जाती है।
देवा भैया तुमने मेरे भाई को कही देखा है क्या।
देवा;हाँ देखा है न।
रश्मी;कहाँ है।
देवा;यहाँ।
वो रश्मि को अपने पेंट की ज़िप की तरफ इशारे से बताता है।
रश्मी; दाँत पीस के रह जाती है।
बेशरम।
वो दिखे तो कहना माँ बुला रही है।
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