हाय रे ज़ालिम…..- Part 2 – Indian MILF

देवा;उसके काँपते हुए होठो को मुंह में ले के चुमने लगता है और हाथ पीछे ले जाके रानी की ब्रा का हुक खोल देता है।

रानी;देवा के मुंह में मुंह डाले मदहोशी की इन्तहा पे पहुँच रही थी की तभी देवा उसके निप्पल्स को बुरी तरह मसल देता है और इस दर्द से रानी अपना मुंह और खोल देती है। जिससे उसकी ज़ुबान भी अब देवा के कब्ज़े में आ जाती है।

रानी;आहह तुम तो चले जाओंगे फिर इनका ख्याल कौन रखेंगा ।

देवा;अभी तक मै रखता आया हूँ आगे भी मै ही रखूँगा मेरी रानी।
वो रानी के मोटे मोटे भरे भरे ब्रैस्ट को दोनों हाथों से मसलता हुआ निप्पल्स को मुंह में भर के मुन्ना की तरह चुसने लगता है गलप्प गलप्प।
गलप्प आहह गलप्प।

रानी;अपने हाथ से देवा का पेंट खोल देती है और उसे निचे गिरा देती है।

देवा;आहह नहीं रानी मुझे बहुत देर हो रही है जाने दे मुझे।

रानी;आहह गलप्प गलप्प। जाने से पहले अपनी रानी को एक बार चोदो। तरस जाऊँगी मैं तुम्हारे बिना गलप्प
आज बिना किये नहीं जाने दूंगी मै तुम्हें गलप्प गल्प।
वो निचे बैठ के देवा के लंड को मुंह में ले के चुसने लगती है।

देवा रानी के बचे हुए कपडे भी निकाल देता है।
लंड तो देवा का उसे देखते ही खड़ा हो जाता था ।
अगर वो किरण को चोदके नहीं आता तो रानी के बिना बोले उसे पलंग पे लिटा चुका होता ।

रानी अपने पैर खोल के देवा की तरफ देखने लगती है। जो हाथ में लंड पकड़ के उसे अपने थूक से गीला कर रहा था।
देख क्या रहे हो आ जाओ जल्दी से।

देवा रानी पे झुकता है और अपने लंड को उसकी चूत में घुसाता चला जाता है।
रानी दर्द और जोश में हलकी हलकी सिसकारियां भरते हुए लंड को और अंदर जाने के जगह देती जाती है। शाबाश और अंदर रे आह्ह्ह्ह्ह्ह।

देवा;आहह मेरी रानी आह्ह्ह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह।

रानी;कुछ मत बोलो बस चोदते जाओ मुझे आहह हाँ ऐसे ही और अंदर तक आहह ये चूत बिना तेरे कैसे रह पायेंगी रे ज़ालिम आह्ह्ह्ह्ह्ह।

देवा; मैं भी तुझे चोदे बिना नहीं सो पाऊँगा वहां रानी। आह्ह्ह्ह्ह्ह।

रानी; चोद न ज़ोर से आहह माँ आहह बातें मत कर मुझे चोदते हुए बेहोश कर दे । आहह ऐसे ही माँ वो मै गई।

रानी की चूत इतनी गरम हो चुकी थी की वो खुद तो १५ मिनट में झड जाती है साथ ही साथ अपने चूत की गर्मी से देवा के लंड को भी अंदर ही अंदर झडा देती है।

दोनो एक दूसरे की बाहों में सिमटे एक दूसरे के चेहरे को चुमने लगते है।

कुछ देर बाद देवा रानी को जी भर के चुमने के बाद घर आ जाता है और ट्रेक्टर लेके मां के घर निकल जाता है।

इन्सान गरीब हो या अमीर वो मुन्ना हो या जवान जब भी वो अपने मां के घर जाता है एक अजीब सी ख़ुशी उसे महसूस होती है ।
देवा को भी यही ख़ुशी महसूस हो रही थी जैसे जैसे वो मां के घर के क़रीब पहुँचता जा रहा था।

आखीर वो अपने मामा माधव सिंह के घर पहुँच जाता है
उसे देख देवकी भागती हुई किचन से आती है और अपने भांजे को अपनी छाती से लगा लेती है।

मामी के नरम और गरम छाती से लग के आज देवा को नया आनन्द महसूस हो रहा था । इससे पहले भी देवकी कई बार देवा को अपने छाती से लगा चुकी थी पर इस बार देवकी के चिपकने में कुछ नयापन था।

देवा;भी देवकी को कस के बाँहों में भर लेता है जिससे देवकी के मुंह से हलकी से शह्ह्हह्ह्ह्ह आवाज़ निकल जाती है।

पास खड़ी रामु की पत्नी कौशल्या ने शायद ये आवाज़ सुन ली थी इसलिए उसके चेहरे पे एक हलकी सी मुसकान फैल जाती है।
देवा अपने भाई रामु से उसकी पत्नी कौशल्या से और रामु की बहन नूतन से भी मिलता है।

नुतन बड़े गौर से देवा को देख रही थी।
वो बेहद खूबसूरत थी । बिलकुल अपनी माँ देवकी के जैसे नयन नक्श। हालाँकि उसके ब्रैस्ट देवकी के जैसे भरे भरे नहीं थे। ना ही कमर देवकी के तरह चलते वक़्त हिलते थे। पर थी वो भी एक नमकीन चेहरे वाली लड़की।

देवा;अपनी माँ रत्ना के साथ मामा से मिलने चला जाता है।

माधव;की तबियत अब पहले से काफी बेहतर हो गई थी।

वो देवा को देख बहुत खुश होते है और देवा उनसे कितनी ही देर बातें करता रहता है।

रात के खाने का वक़्त हो गया था। वो सभी एक साथ मिलके खाना खाने लगते है।

कौशलया जिसे सब प्यार से काशी बुलाते थे। खाना परोस रही थी और नूतन भी उसका हाथ बटा रही थी।

रामु;देवा से खेती की बातें कर रहा था ।

देवकी;जो खाना कम खा रही थी और देवा के जिस्म को ज़्यादा देख रही थी।

सभी एक दूसरे से हँस बोल के बातें करते हुए खाना खाने लगते है।
देवा;चोर नज़रों से कैशलया को भी देख लेता था।
और जब भी वो कैशलया की तरफ देखता कौशल्या भी उसी समय उसकी तरफ देख एक हलकी सी मुस्कान चेहरे पे ले आती।

खाना खाने के बाद कुछ देर बातों का दौड़ चलता है और फिर धीरे धीरे करके सभी सोने चले जाते है।

नुतन ममता के साथ एक कमरे में सीफ्ट है।
एक कमरे में रामु और उसकी पत्नी कौशल्या सोने चली जाती है।
और एक कमरे में चारपाई के ऊपर माधव और उसी कमरे में निचे ज़मीन पे पहले रत्ना उसके बगल में देवा और उसके बगल में देवकी थोड़े थोड़े अंतर से लेट जाते है।

देवा रत्ना और देवकी धीमी आवाज़ में एक दूसरे से बातें करने लगते है।

की तभी माधव देवकी को डांटते है।
माधव;देवकी देवा थका मांदा घर आया है उसे आराम करने दे । कल बातें कर लेना। अभी बत्ती बुझा दो।

देवकी;अपने पती को कुछ नही कहती और जीरो लाइट लगा देती है और सभी चुप चाप लेट जाते है।

देवा;अपने ऑखों पे हाथ रखे रानी के बारे में सोचने लगता है।

एक घंटे बाद-

देवा को किसी की खुसुर पुसुर की आवाज़ सुनाई देती है । वो ऑखों पे से थोड़ा सा हाथ हटाता है। जीरो लाइट की रौशनी में वो साफ़ देख सकता था की देवकी माधव के पास बैठी उसकी धोती निचे करके उसके लंड को चूस रही है।

देवा का हाथ खुद ब खुद अपने लंड पे चला जाता है और वो चादर के अंदर लेटे लेटे लंड को सहलाने लगता है ये अनुभव उसके लिए बिलकुल नया था उसने अपने मामा मामी को कभी ऐसी हालत में नहीं देखा था।

देवकी;अपना ब्लाउज खोले हुए माधव से अपनी ब्रैस्ट मसलवा रही थी।

कच देर बाद माधव उसे अपने ऊपर आने को केहता है और देवकी बिना आवाज़ किये माधव के ऊपर चढ़ जाते है और अपने कमर को निचे ऊपर करने लगते है

उसे ऐसा करते ज़्यादा देर भी नहीं हुई थी की देवकी कमर हिलाना बंद कर देती है और माधव को गाली दे के उसके ऊपर से उतर जाती है।

माधव अपने मुरझाये लंड को वापस धोती में डाल के करवट बदल के सो जाता है और देवकी साडी निचे करके ब्लाउज ठीक करके देवा के बगल में जाके लेट जाती है।

देवकी एक करवट लेटी हुई थी की अचानक उसे अपनी कमर में कुछ चुभता हुआ महसूस होता है।

ये देवा था जो नींद का बहाना करते हुए देवकी की कमर में पीछे से अपना लंड पेंट के अंदर से उसे चुभा रहा था।

देवकी अपनी कमर को आगे करने के बजाये पीछे देवा के लंड की तरफ झुका देती है और अपनी चूत को धीरे धीरे सहलाने लगती है।
देवा के लंड के एहसास से ही वो कुछ हे देर में झड जाती है ।

देवा अपना लंड देवकी की कमर से हटा के सीधा लेट जाता है जैसे उसे कुछ पता ही न हो और जो हुआ वो नींद में हुआ हो।

न देवा की आँख ठीक तरह से लग पाती है और न देवकी सो पाती है।
Dosto kahani kaise lagi Indian MILF are bhi aise ho sex story ke liye padhte rahiye indisexstories.com

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply