अपडेट 37 – Chudai
मैं टीना और उसका बाय्फ्रेंड तीनो फॉल पे पहुच गये थे जहाँ दीदी और निशा फॉल मे स्विम्मिंग कर रही थी गान्ड मरवाने की वजह से टीना की चाल थोड़ी लंगड़ा रही थी जिसे निशा ने नोट कर लिया था और वो बड़े ध्यान से उसे देख रही थी
अब हम तीनो भी दीदी और निशा के पास पानी मे आचुके थे और पानी मे मस्ती करने लगे थे
“क्या हुआ टीना तू ऐसे लंगड़ा के क्यों चल रही थी अभी” निशा ने पूछा
“कुछ नही यार बस ऐसे ही पैर मे थोड़ी मोच आ गई थी” टीना उससे नज़रे चुराते हुए बोली
“मुझे घुमाने की कोशिश मत कर मैं सब समझ रही हूँ” निशा बोली
“क्या समझ रही है तू” टीना ने पूछा
“अब देख ये तेरी पहली चुदाई तो है नही की तू लंगड़ा कर चले लेकिन मेरे ख़याल से आज तेरी गान्ड का उद्घाटन हुआ है क्योंकि तेरे साथ दो लड़के थे तो दो छेद भी होने ज़रूरी थे और शायद ये उसी की लंगड़ाहट है, है ना” निशा बोली
और उसकी बात सुनकर टीना ने नज़रे झुका ली जैसे उसकी चोरी पकड़ी गई हो
“क्या……इसका मतलब सच मे तू अभी गान्ड मरवा कर आई है……” दीदी हैरत से बोली
“अरे वो तो पक्का ही है लेकिन ये तो बता तेरी गान्ड किसने मारी इन दोनो मे से” निशा बोली लेकिन टीना शरम की वजह से कुछ नही बोली
“अरे इसमे शरमाने की क्या बात है, सभी लड़कियो को अपनी गान्ड मर्वानी ही होती है कभी ना कभी और मैं खुद भी मरवा चुकी हूँ, चूत की ही तरह पहली बार मे उसमे भी दर्द होता है लेकिन बाद मे मज़ा भी आता है” निशा बोली
“वो…वो….सोनू ने” निशा की बात सुनकर टीना बोली और उसकी बात सुनकर दीदी ने मुझे आँखे निकाल कर देखा तो मैने उसे आँख मार दी
“क्या….इतने मूसल लंड से तूने गान्ड मरवाई और वो भी पहली बार, बड़ी हिम्मत वाली है यार तू तो” निशा हैरत से बोली
“मरवाई कहाँ यार इसने जबरन मार ली” टीना बोली
“क्या…जबरन मार ली, क्यों सोनू सच मे तूने ऐसा किया” दीदी गुस्से से बोली
“अरे…अरे…यार टीना पूरी बात बता ना वरना ये लोग क्या सोचेंगे मेरे बारे मे, खैर मैं ही बताता हूँ सुनो….” और फिर मैने सारी बात इन लोगो को बताई की कैसे धोखे से मेरा लंड टीना की गान्ड मे घुसा और फिर क्या क्या हुआ
“ओह्ह्ह्हतभी तो मैं कहूँ की सोनू ऐसा ज़बरदस्ती वाला ग़लत काम तो कर ही नही सकता” दीदी बोली”वैसे तुझे मज़ा तो आया होगा ऐसे मोटे लंड से गान्ड मरवाने मे” निशा टीना को छेड़ते हुए बोली और मेरे पास आ गई और मेरे लंड को चड्डी के उपर से पकड़ लिया और दबाने लगी मैने दीदी की तरफ देखा लेकिन शायद उसने ये नोटीस नही किया था क्योंकि ये सब पानी के अंदर हो रहा था तो किसी को दिखाई देने का सवाल ही नही था मैने भी मौके का फ़ायदा उठाया और अपना हाथ निशा की पैंटी मे अंदर डाल दिया और उसके बड़े बड़े चूतडो को मसलने लगा मेरे ऐसा करने से निशा भी मेरे लंड को ज़ोर ज़ोर से अपनी मुट्ठी मे भींचने लगी थी
“यहाँ अभी तक दर्द के मारे गान्ड फटी जा रही है और तुझे मज़े की सूझ रही है, और सोनू तू तो मुझे पेन किल्लर देने वाला था ना” टीना बोली
“बस..बस…अब मुझे भूख भी लग रही है तो अब यहाँ से चलते है और खाना खाते है और वहीं तुम्हे टॅबलेट भी ला दूँगा” मैं बोला
“हाँ यार भूख तो मुझे भी लग रही है” टीना का बाय्फ्रेंड भी बोला और तीनो लड़कियो ने भी बोला की भूख उन्हे भी लगी है तो हम सभी जल्दी से नहा कर जहाँ होटेल थे वहाँ आ गये और फिर सभी ने खाना खाया और मैने वहीं टीना को दर्द की टॅबलेट भी दी और फिर हम लोग कुछ देर आराम करने के लिए कॉटेज मे चले गये
“यार सोनू तेरा लंड तो दिखा ज़रा मैं वहाँ खंडहर मे अच्छे से देख नही पाई थी” कॉटेज मे पहुचते ही निशा बोली
“यहाँ आकर तुम लोग पूरी रंडी बन गई हो क्या, जब देखो लंड लंड ही कर रही हो” दीदी उसकी बात सुनकर गुस्से से बोली
“मेरी जान एक बार तू भी अपनी चूत मे लंड लेले फिर तू भी हम जैसी ही हो जाएगी, और फिर तेरे बाय्फ्रेंड का लंड है भी बहुत जबरदस्त प्लीज़ देखने देना” निशा दीदी की खुशमाद करते हुए बोली
“भाड़ मे जा, लंड देख या चुदवा लेकिन मुझे सोने दे” दीदी बोली और बेड पर लेट कर आँखे बंद कर ली टीना और उसका बाय्फ्रेंड भी एक बेड पर लेट गये थे शायद अब उनकी इच्छा नही थी और कुछ करने की
“चल सोनू दूसरे रूम मे चलते है अब तो निशा भी हाँ कह चुकी है” निशा मेरा लंड पकड़ते हुए बोली
“मैं जाउ इसके साथ” मैने दीदी से पूछा
“अगर तेरा लंड इतना ही खड़ा हो रहा है तो जा मेरी तरफ से पूरी छूट है” दीदी वैसे ही आँखे बंद किए बोली
और फिर दीदी की बात सुनकर मैने देर करना ठीक नही समझा क्योंकि निशा जैसे फुल पटाखा लड़की इतनी आसानी से नही मिलती है चोदने को और मैं उसे गोद मे उठा कर दूसरे रूम मे ले आया
मेरी गोद से उतरते ही निशा ने कपड़े उतारने शुरू कर दिए और मैं भी अपने कपड़े उतारने लगा था और कुछ ही पॅलो मे हम दोनो नंगे खड़े हुए थे
मेरे झटके मारते हुए लंड को देखते ही निशा मेरे लंड को मुँह मे भर कर चूसने लगी और मैं मज़े लेने लगा
कोई दो मिनिट बाद वो मेरे लंड को छोड़ कर खड़ी हुई और बोली ” बहुत मस्त लंड है तेरा यार बहुत मज़ा आया चूसने मे, चल अब इसे चूत मे घुसेड कर मेरी चूत की प्यास बुझा दे”
“बस सिर्फ़ चूत मे ही लोगी गान्ड मे नही” मैने मुस्कुराते हुए पूछा
“पहले चूत तो ठंडी कर फिर गान्ड के बारे मे भी सोचेंगे” वो बोली और बेड पर अपनी टाँगे फैला कर लेट गई
मैं समझ गया था की वो बहुत गरम हो गई है इसलिए मैं भी झट से उसकी टाँगो के बीच मे आया और उसके चूत पर लंड सेट करके एक ज़ोर का धक्का लगाया और पूरा लंड एक ही बार मे अंदर घुसेड दिया
“ओह्ह्ह्हमा…..मार गई रे……ज़रा धीरे कर जालिम ये मेरी चूत है किसी रंडी का भोसड़ा नही है” निशा कराहते हुए बोली जाहिर था की टीना की तरह उसे भी दर्द हुआ था क्योंकि मेरा लंड सच मे बहुत मोटा था
“ठीक है जान अब आराम आराम से ही करूँगा” कहते हुए मैने लंड को धीरे धीरे आगे पीछे करना शुरू कर दियाथोड़ी ही देर मे निशा भी मेरे धक्को का जवाब कमर उठा उठा कर देने लगी थी और मैने भी धक्को की स्पीड बढ़ा दी थी कोई तीन चार मिनिट बाद ही निशा हाय…हाय…कर के झड़ने लगी थी लेकिन मेरे धक्के चालू ही थे
“रुक…रुक जा प्लीज़ अब जलन हो रही है” निशा मुझे रोकती हुई बोली
“लेकिन मेरा अभी नही हुआ है” मैं रुकते हुए बोला
“तो ठीक है मेरी गान्ड मार ले” कहते हुए उसने मुझे उठाया और घोड़ी बन गई
आज तो जैसे मेरा ही दिन था आज एक बाद एक दो दो अप्सरा जैसी लड़कियों की चूत और गान्ड मारने जो मिल रही थी निशा ने अपने दोनो हाथो से अपनी गान्ड का छेद फैला दिया जिसमे मैने बहुत सारा थूक लगा दिया जबकि मेरा लंड पहले ही उसकी चूत के पानी से चिकना था अब मैं लंड सेट करके उसकी गान्ड मे घुसेड़ने लगा
“प्लीज़ जल्दी मत करना आज तक इतना मोटा लंड मेरी चूत मे भी नही गया है और ये तो गान्ड है, प्लीज़ आराम से करना” लंड थोड़ा अंदर जाते ही निशा बोली
और मुझे भी कोई जल्दी नही थी मैने धीरे धीरे कर के पूरा लंड उसकी गान्ड मे पेल दिया और एक बार सारा लंड घुसते ही धक्के मारने लगा लेकिन फिर भी शायद निशा को दर्द हो ही रहा था लेकिन वो मुझे रोक नही रही थी और कोई दो मिनिट बाद ही मेरे लंड ने उसकी गान्ड को पानी से भर दिया और वैसे ही उसके उपर ढेर हो गया
“गुड चुदाई” तभी कोई ताली बजाते हुए बोला मैने पलट कर देखा तो पीछे दीदी खड़ी हुई थी
“तू…तू सोई नही थी” मैने पूछा और मैं निशा के उपर से हट गया और वो भी सीधी लेट गई
“सो जाती तो फिर लाइव चुदाई कैसे देखने को मिलती” दीदी बोली
“वो तो तू कहती तो हम वैसे भी तुझे दिखा देते” निशा बोली
“वैसे मे फिर मुझे मज़ा नही आता” दीदी बोली
“लेकिन कुछ भी बोल यार निशा तेरे बाय्फ्रेंड का लंड बहुत मस्त है किसी किसी की किस्मत मे ही होता है ऐसा लंड मेरा बस चले तो रोज़ चुदवाऊ इस लंड से” निशा बोली
“हाँ…वो तो मैं भी देख ही रही हूँ की कितना जबरदस्त है इसका लंड सुबह से ही लगा है फिर भी नही थका” दीदी बोली
“मैं तो कहती हूँ की तू भी आज चुदवा ही ले इससे” निशा बोली
“चुदवाने के बारे मे मैं बाद मे सोचूँगी पहले यहाँ से चलने के बारे मे सोचो बहुत टाइम हो गया है” दीदी बोली
“हाँ यार…सच मे बहुत टाइम हो गया है चलो अब निकलते है” निशा बोली और उठ गई
फिर थोड़ी देर बाद हम सभी वापस निकल पड़े निशा हमारी बाइक पर ही अड्जस्ट हो गई थी और फिर हम शहर पहुच गये और सभी लोग अपने अपने घर के लिए निकल गये निशा और टीना ने मुझसे वादा भी लिया की जब भी मैं शहर आऊँ तो उनसे ज़रूर मिलू और उन्होने अपना नो. भी दिया और मेरा नंबर भी ले लिया
फिर हम भी अपने गाओं के लिए निकल गये रास्ते मे दीदी बोली “आज तो मज़े हो गये तेरे निशा और टीना दोनो को ही निपटा दिया”
“लेकिन तुमने तो मौका नही दिया ना” मैं बोला
“वो मौका तुझे मिलने वाला है भी नही जितना मज़ा किया उसी मे खुश रह” दीदी मेरी पीठ पर मुक्का मारते हुए बोली
“देखते है कब तक तू मुझे मौका नही देती लेकिन देगी ज़रूर ये पक्का है” मैं बोला
“नो वे……” दीदी बोली
और फिर हम इधर उधर की बाते करते रात को 9 बजे घर पहुच गये और फिर थोड़ा बहुत खा कर और घर वालो से बात करने के बाद सोने चले गये
वैसे भी आज मैं बहुत थक गया था तो बिस्तर पर लेट-ते ही मुझे नींद ने आ घेरा और मुझे सपनो मे भी दीदी टीना और निशा की चूत, गान्ड और बूब्स ही दिखाई दे रहे थे…….
Chudai – Adultery Chudasi (चुदासी ) – Part 1