Chudai मेरा परिवार और मेरी वासना – Part 2

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“ओके तुम चलो मैं आती हूँ” वो ऐसे बोली जैसे कोई कोर्ट अपना फ़ैसाला सुना रहा हो कोई और कंडीशन होती तो मैं अब तक उसकी मा बहन एक कर चुका होता लेकिन पता नही अभी मेरे मुँह से एक आवाज़ तक नही निकली और मैं पालतू कुत्ते की तरह दुम हिलाते हुए दरवाजे से ही वापस लौट गया
मेरे खुद की समझ मे नही आरहा था की ये सब क्या होरहा है लेकिन जो भी हो रहा था उसमे मुझे मज़ा बहुत आरहा था……. .
अब आगे…..
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फिर मैं नीचे आ गया और थोड़ी देर बाद मंजू भी आ गई थी मैं जानबूझ कर उसके आस पास ही रहने की कोशिश कर रहा था लेकिन वो शायद से सब पसंद नही कर रही थी फिर भी मजबूरी मे सहन किए जा रही थी
खाना खाते वक्त भी मैने उससे बात करने की कोशिश की लेकिन उसने कोई भाव नही दिया और मेरी किसी भी बात का जवाब नही दिया शायद डॉली भी सब समझ रही थी और मंजू का ऐसा करना उसे भी अच्छा नही लग रहा था लेकिन इसमे वो भी क्या कर सकती थी
खाना ख़तम होने के कुछ देर बाद डॉली गाओं मे अपनी किसी सहेली के घर कुछ काम से चली गई और फिर उसके जाने के बाद मम्मी और मंजू भी मोना के घर चली गई और घर मे मैं अकेला ही रह गया मेरी इच्छा हुई की उपर अपने रूम मे चला जाता हूँ लेकिन फिर सोचा की अगर डॉली वापस आई तो फिर दरवाजा खोलने नीचे आना पड़ेगा इसलिए हॉल मे ही टीवी देखने लगा
कोई आधा घंटे बाद डॉली वापस आ गई तो मैं उपर अपने रूम मे चला गया और मोबाइल उठा कर मेसेज चेक करने लगा हर बार की तरह इस बार भी व्हातसपप पर बहुत से पॉर्न मेसेज थे जिसमे वीडियो भी थे मैं उन्हे ही देखने लगा और इधर मेरा लंड महाराज खड़ा होने लगा
‘क्या कंडीशन हो गई है मेरी पहले मोना और दीदी थी तो कभी भी चुदाई हो जाती थी और आज मूड है तो हाथ से काम चलाना पड़ेगा’ सोचते हुए मैने अपना लोवर नीचे किया और लंड बाहर निकाल लिया और पॉर्न वीडियो देखते हुए लंड हिलाने लगा
मुझे ऐसा करते हुए दो मिनिट भी नही हुए थे की मेरे रूम का गैट खुला और डॉली अंदर आई और मुझे ऐसा करते हुए देख कर उसने अपने मुँह पर हाथ रख लिया Chudai
“वाउ…….क्या नज़ारा है, कल तक जो तीन चार लड़कियो को चोद रहा था आज वो हाथ ठेला ढका रहा है” डॉली हँसते हुए बोली
उसे देख कर अब मैने भी लंड वापस अंदर कर लिया था और मोबाइल भी साइड मे रख लिया था
“अगर तुझे मेरी इतनी ही फिकर है तो तू ही मेरे साथ क्यों नही कर लेती फिर मुझे हाथ ठेला नही चलाना पड़ेगा” मैं बोला
“ना बाबा ना, अभी तो मैं छोटी सी बच्ची हूँ और तेरा ये काला नाग बहुत बड़ा है मैं इसे नही झेल पाउन्गी इसलिए मुझे तो तू माफ़ ही कर, वैसे क्या देख रहा था तू मोबाइल मे जो तुझे मूठ मारनी पड़ी मुझे भी दिखा” डॉली मेरे पास आते हुए बोली अभी इसने एक जीन्स टॉप और मॅचिंग जॅकेट पहना हुआ था जिसमे वो गजब की हसीन लग रही थी


मैने भी अब सोच लिया था की आज डॉली से लंड चुदवाना ही है तो मैने वापस वो वीडियो मोबाइल मे चालू कर दिया और डॉली भी मेरे साइड मे लेट कर देखने लगी पहले तो उस वीडियो मे ओरल सेक्स हुआ लेकिन जैसे ही चुदाई शुरू हुई डॉली की साँसे तेज चलने लगी और उसका हाथ अपने आप ही उसके जीन्स के उपर से उसकी चूत को सहलाने लगा और इधर मैने भी अपने लोवर के अंदर हाथ डाल कर अपना लंड मसलना शुरू कर दिया वैसे तो अगर मैं चाहता तो लंड बाहर निकाल कर भी मूठ मार सकता था लेकिन मैने जान बुझ कर डॉली को तड़पने के लिए लंड बाहर नही निकाला था मैं चाहता था की वो खुद मुझे लंड बाहर निकालने को कहेउधर मूवी मे जैसे जैसे चुदाई की स्पीड बढ़ रही थी इधर डॉली का हाथ भी उसी स्पीड से उसकी चूत को रगडे जा रहा था तभी उसकी नज़र मेरे लंड को तरफ गई तो मुझे लोवर के अंदर ही मूठ मारते देख कर वो मुस्कुराते हुए बोली “क्यों परेशान हो रहा है भाई बाहर निकाल कर अच्छे से करले”
“कोई बात नही ऐसे ही ठीक है” मैं बोला
“लेकिन मुझे भी देखना है तेरा लंड” डॉली बोली और ये बात मैं जानता था की वो मेरे लंड को दीवानी हो चुकी थी
“अब तुझे तो पता है की देखने के लिए दिखाना भी पड़ेगा” मैं बोला
“ओके… तू अपना लंड बाहर निकाल मैं भी अपने बूब्स नंगे कर लेती हूँ” डॉली बोली
“जी नही आज सौदा बराबरी का होगा लंड के बदले चूत दिखानी पड़ेगी, बोलो मंजूर है” मैं उसे लाइन पर लाने के लिए बोला
“लेकिन… ….” उसने कहना चाहा
“कोई लेकिन वेकीन नही, और वैसे भी मैं तुझे बहुत बार उपर से नंगी देख चुका हूँ और हर बार तेरी पैंटी ही दीवार बनी रही मेरे और तेरी चूत के बीच लेकिन आज मैं ये दीवार भी हटा देना चाहता हूँ” मैं बोला
“ओके. …लेकिन याद रखना कुछ उल्टा सीधा काम नही करना” आख़िर वो कुछ देर सोचने के बाद हार मानते हुए बोली
“क्या तुझे लगता है की मैं तेरी मर्ज़ी के खिलाफ कुछ ग़लत कर सकता हूँ” मैं बोला
“वो बात नही है लेकिन फिर भी बताना मेरा काम था” कहते हुए वो बेड से उतर कर खड़ी हो गई और अपना जॅकेट उतारने लगी अब तक वो मूवी भी ख़तम हो गई थी
“सुन डॉली एकदम से पूरे कपड़े मत उतारना एक एक कर के धीरे धीरे उतारना जैसे स्ट्रीप गर्ल्स करती है समझी” मैं जल्दी से बोला
” ओह्ह्ह्ह्ह..मैं कोई पॉर्न स्टार हूँ क्या हो स्ट्रीप करू” वो मुझे छेड़ते हुए बोली
“प्लीज़.. .डॉली मेरे लिए कर दे ना मेरी प्यार बहन” मैं उसे मानते हुए बोला
“हे भगवान कैसा जमाना आ गया है एक भाई अपनी बहन की स्ट्रीप करने को कह रहा है, ओह सॉरी मैं तो भूल ही गई थी की ये भाई तो अपनी एक बहन की चोद भी चुका है ठीक है भाई मैं तेरे लिए स्ट्रीप भी कर देती हूँ” कहते हुए डॉली ने अपना जॅकेट उतार कर फेंक दिया और अपना टॉप खींच कर मुझे अपने बूब्स दिखाने लगी


फिर वो अपनी गान्ड मटकाते हुए धीरे धीरे अपना टॉप उपर उठाने लगी अब उसकी चिकनी और पतली कमर नंगी थी और उसकी गहरी नाभि मेरी आँखो के सामने थी और मेरा लंड झटके मारने लगा था जिसे मैने अब लोवर से बाहर निकाल लिया था जबकि उधर डॉली अपने टॉप को गले तक उपर कर चुकी थी और उसके बड़े बड़े बूब्स मुझे दिखाई देने लगे थे उसने टॉप के नीचे ब्रा नही पहनी थी
“ये क्या, तूने आज ब्रा नही पहनी” मैने पूछ ही लिया
“ब्रा को छोड़ मैने तो आज पैंटी भी नही पहनी” वो आँख मारते हुए बोली
“क्यों भला” मैं बोला”आक्च्युयली मेरा ये जीन्स इतना टाइट है की इसमे से पैंटी लाइन एकदम सॉफ नज़र आती है और मैं किसी को भी इतना अच्छा नज़ारा फ्री मे नही करवाना चाहती थी” डॉली बोली और उसने अपने जीन्स की बटन खोल कर उसे थोड़ा सा नीचे खिसका दिया
अब मुझे उसकी चूत के उपर के काले बालो की झलक दिखाई दे गई थी और ये नज़ारा देख कर मेरे हाथ अपने लंड पर जोरो से चलने लगे थे और अब मेरा लंड प्री कम की बूंदे छोड़ने लगा था तभी डॉली मेरी आँखो मे देखते हुए पलट कर खड़ी हो गई अब उसकी गान्ड मेरी आँखो के सामने थी लेकिन जीन्स के अंदर छिपी हुई फिर डॉली धीरे धीरे जीन्स नीचे करने लगी और उसकी गद्देदार गान्ड मेरी आँखो के सामने नंगी होने लगी और जैसे ही जीन्स उसकी गान्ड से पूरा नीचे हुआ वो झुक गई और मुझे अपनी गान्ड दिखाने लगी
जिस गान्ड पर पहले दिन से मेरी नज़र थी आज वो पूरी नंगी मेरे सामने थी अब मुझसे बर्दाश्त नही हुआ और मैं अपना लंड हिलाते हुए बेड से उतार कर डॉली की तरफ जाने लगा
“स्टॉप..स्टॉप…….मैने कहा था ना की कुछ भी उल्टा सीधा मत करना” डॉली सीधी होते हुए बोली
“सॉरी यार लेकिन मैं कुछ करने नही बल्कि देखने ही आरहा था अब तू तो जानती ही है की जिस दिन से मैने तुझे देखा था उस दिन से मैं तेरी गान्ड का दीवाना हूँ, प्लीज़ एक बार देख लेने दे ना” मैं गिडगिडाता हुआ बोला
“हाँ….हाँ…..फिर कब देख लेगा तो कहेगा प्लीज़ एक बार मार लेने दे ना, नो बिल्कुल नही वापस बेड पर जा वरना मैं शो यहीं बंद करती हूँ” वो वॉर्निंग देते हुए बोली
और मैं अपना सा मुँह लेकर वापस बेड पर बैठ गया और उधर मेरे बैठते ही डॉली ने अपना जीन्स उतार दिया और पूरी नंगी होकर शरमाते हुए खड़ी हो गई
उसका नंगा बदन सोने की तरह दमक रहा था और मेरी नज़र उसकी काले बालो से घिरी चूत पर टिकी हुई थी जिसे आज मैं चूसने और चाटने की सोच रहा था लेकिन उसके झान्टो ने मेरे सारे अरमान कुचल डाले थे
“क्या यार डॉली कम से कम अपने बाल तो सॉफ कर लेती आज मैं तेरी चूत चूसने की सोच रहा था” मैं बोला
“भाई अभी तेरे इतने अच्छे दिन नही आए है की तुझे मेरी चूत चाटने को मिले, चल अब पूरा नंगा होकर बेड पर लेट जा और मुझे अपने लॉली पोप को खाने दे इस वक्त तेरे लिए यही अच्छा है” डॉली मेरे पास आते हुए बोली
अब मैं करता भी क्या अगर कोई ज़बरदस्ती करता तो जितना अभी मिल रहा है उससे भी जाता तो मैने अपने सारे कपड़े उतार दिए और बेड पर लेट गया तो डॉली ने मेरा लंड पकड़ लिया और अपने होंठो से चूम लिया
फिर वो मेरे लंड के पास मुँह कर के पेट के बल लेट गयी और मेरी कमर पकड़ कर मेरे लंड को उपर से नीचे तक चाटने लगी उसकी बड़ी बड़ी चुचिया मेरी जाँघो पर हावी हुई थी और मैं जैसे जन्नत मे था
थोड़ी देर तक डॉली मुझे ऐसे ही मज़े देते रही और फिर उसने जो किया वो मेरे लिए बिल्कुल नया था और मैने ऐसा कभी सोचा भी नही था डॉली ने थोड़ा उपर सरक कर मेरे लंड को अपने दोनो बूब्स के बीच मे दबा लिया था और मेरे लंड के सुपाडे को अपनी जीभ से चाटने लगी थी
उसके ऐसा करने से मुझे लग रहा था की मैं बहुत जल्दी झड़ जाउन्गा क्योंकि पहले ही उत्तेजना मे मैं लंड को बहुत हिला चुका था और अब डॉली के बूब्स और जीभ की गर्मी जैसे मेरे लंड का दम निकाले दे रही थी
“आ डॉली मैं बस झड़ने ही वाला हूँ” मैं बोला
“क्या.. …..इतनी जल्दी अभी तो मैने कुछ भी नही किया है, एक मिनिट रुक मैं सीधी लेटती हूँ और तू अपना लंड मेरे मुँह मे डाल” वो मेरे लंड को छोड़ते हुए सीधी लेट गयी और मैं उसके चेहरे के पास आकर घुटनो के बल खड़ा हो गया तो उसने मेरे लंड अपने मुँह मे ले लिया और मैं धीरे धीरे आगे पीछे होने लगा
इधर मैं डॉली का मुँह चोद रहा था और उधर वो अपनी चूत मे उंगली कर रही थी एक मिनिट बाद ही डॉली के मुँह को गर्मी ने जैसे मेरे लंड को पिघला दिया था मैं बस झड़ने ही वाला था

तो मैने अपना लंड डॉली के मुँह से बाहर निकाला और मूठ मारते हुए ज़ोर ज़ोर की पिचकारिया छोड़ने लगा जो बेड पर यहाँ वहाँ गिरने लगी और उधर डॉली भी अपनी चूत मे उंगली ज़ोर ज़ोर से चलाने लगी और कुछ ही देर मे उसका भी बदन अकड़ गया और वो आँखे बंद करके झड़ने लगी और मैं भी बेड पर उसके साइड मे लेट कर हापने लगा था..

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