अपडेट 21 – Chudai
दोपहर के करीब 2 बजे हम घर पहुच गये रास्ते भर दीदी ने जिस तरह पॅंट के उपर से मेरे लंड को सहलाया था और जिस तरह से मेरी पीठ पर अपने बूब्स दबाए थे उससे मेरा लंड अभी तक फुल टाइट था और मुझे पता था कि जब तक मैं उसे शांत नही कर देता वो मानने वाला
नही था इसलिए घर पहुचते ही मैने मूठ मारने की सोच लिया था
बाइक खड़ी कर के मैं घर के अंदर पहुचा तो देखा कि हॉल मे डॉली के साथ मोना बैठी हुई है आज मुझे मोना का चेहरा बहुत खिला खिला लग रहा था शायद रात की चुदाई का ही असर था और आज वो लग भी बहुत सेक्सी रही थी उसने एक ढीली ढली टीशर्ट और लोंग स्कर्ट
पहनी थी जब वो थोड़ा भी हिलती तो उसकी टीशर्ट मे उसके बूब्स झूलने लगते मैं समझ गया कि आज इसने ब्रा नही पहनी है Chudai
“हाई निशा, कैसा रहा पेपर” दीदी को देखते ही मोना ने पूछा
“बहुत अच्छा…..” दीदी ने जवाब दिया
“और तेरा क्या हुआ भाई कुछ बात जमी कि नही” डॉली ने मुझसे पूछा
मैं समझ गया कि डॉली मुझसे कॉलेज के बारे मे पूछ रही है लेकिन मैं कुछ बोलता इसके पहले ही दीदी बोल पड़ी “कैसी बात, और इसे क्या काम था शहर मे”
“कुछ नही यार दी, तुम भी ना वो ये आज बहुत सज सवर कर तुम्हारे कॉलेज गया था ना तो वही पूछ रही हूँ की किसी लड़की ने लाइन दी
कि नही” डॉली बोली
“तू भी ना….चलो भाई अब मैं तो अपने रूम मे जाकर सोती हू रात भी देर हो गयी थी और सुबह भी जल्दी उठी थी, अरे मोना ज़रा तू भी मेरे साथ आ कुछ बात करनी है तुझसे” दीदी बोली और फिर मेरी तरफ़ देखा और उपर जाने लगी
दीदी की बात सुनकर मोना ने मेरी तरफ देखा तो मैने ना मे सिर हिला कर मैने इशारे मे उसे समझा दिया कि मैने दी को कुछ नही बताया
है अब मोना भी दीदी के पिछे चली गयी
“ओके डॉली अब मैं भी थोड़ा आराम करता हूँ” मैं बोला और अपने रूम मे जाने को हुआ
“ये इशारे कैसे हो रहे थे और दीदी को मोना से तेरे बारे मे क्या बात करनी है” तभी डॉली ने पूछा जाहिर था कि उसने हमारे इशारे देख लिए थे लेकिन अब
मुझे सूझ नही रहा था कि डॉली को क्या जवाब दूं अगर उसे ये कहता कि मैने कोई इशारा नही किया है तो मैं और भी फँस जाता और मैं
सोचने लगा कि डॉली को क्या बोलूं
“तू चुप क्यों है बोलता क्यों नही” डॉली ने फिर पूछा
“वो…वो बात ये है की…देख तू बुरा मत मानना हन, वो असल मे कल रात…..” मैं बोलते बोलते रुक
गया मैने प्लान कर लिया था कि डॉली को अब कैसे फसाना है क्योंकि जिस दिन उसे पहली बार देखा था तभी से उसकी मोटी गान्ड की
थिरकन मुझे चैन नही लेने दे रही थी और मैने सोच लिया था कि भले ही इसकी चूत ना मिले लेकिन गान्ड तो मार के ही छोड़ूँगा
“कल रात…कल रात क्या….” डॉली के माथे पर बाल पड़ गये थे
“वो…..कल रात मोना ने मेरे मोबाइल पर कुछ पिक्स देख लिए थे” मैं बोला
“पिक्स देख लिए थे तो क्या हुआ, और पूरी बात एक बार मे बता यूँ रुक रुक कर मत बोल” वो बोली”वो कल उसने मेरे मोबाइल मे कुछ गंदे पिक्स देख लिए थे जो मेरे दोस्तो ने मुझे व्हाट्सअप पर भेजे थे और बाद मे उसने दीदी को बोला कि इसके मोबाइल मे कुछ है लेकिन उस समय बताया नही लेकिन अब शायद दीदी उससे यही पूछने वाली है
इसलिए मैने उसे इशारो मे कहा कि वो दीदी को ना बताए” आख़िर मैने पूरी बात बोल ही दी
“गंदे पिक्स मतलब..” उसने पूछा
“वो…वो…लड़के लड़कियो के सेक्स वाले….” मैं बोला
मेरी बात सुनकर वो कुछ देर चुप रही फिर बोली “तेरा मोबाइल दिखाना ज़रा…”
“तू रहने दे मैं खुद ही अभी उन्हे डेलीट कर दूँगा” मैं बोला
“मैने तेरा मोबाइल माँगा है उन्हे डेलीट करने को नही कहा” डॉली बोली
“लेकिन तू मोबाइल का करेगी क्या” मैने पूछा
“मैं देखना चाहती हूँ कि वो पिक्स कैसे होते है” वो बोली
“लेकिन तू ये सब पापा मम्मी को तो नही बताएगी ना और वैसे भी उसमे मेरी ग़लती नही है ये पिक्स व्हाट्सअप पर आए थे” मैं बोला
“नही बताउन्गी चल अब अपना फोन दे” वो बोली फिर मैने अपना फोन उसे देदिया
“कहाँ है वो पिक्स” उसने मोबाइल हाथ मे लेते हुए पूछा
“व्हाट्स अप इमेज वाले फोल्डर मे” मैने बताया
“चल ठीक है अब तू जा सकता है अपने रूम मे मैं पिक्स देखने के बाद तुझे मोबाइल लौटा दूँगी” ये कहते हुए वो अपने रूम की तरफ बढ़ गई
‘लगता है धीरे धीरे ये भी लाइन पर आजाएगी’ सोचता हुआ मैं सीढ़िया चढ़ने लगा और लास्ट सीधी पर ही मोना मुझसे टकराई
“क्या हुआ दी क्या पूछ रही थी” मैने झट से उससे पूछा
“वही रात के बारे मे”
“तो तूने क्या कहा”
“मैने सब सच सच बता दिया कि रात को क्या हुआ”
“नही तू ऐसा नही कर सकती, सच बता तूने क्या कहा” मैं बोला
“अरे यार जब तूने ना मे इशारा किया था तो मैं समझ गई थी कि तूने उसे कुछ नही बताया है तो मैने भी बोल दिया कि कुछ नही किया और इधर उधर की बाते ही करते रहे” वो बोलीउसकी बात सुन कर मैने उसका गाल चूम लिया और बोला “अभी दी क्या कर रही है”
“वो तो सोने के लिए बेड पर लेट गई थी” उसने बताया
“तो अब तू कहाँ जा रही है” मैने पूछा
“अब तो मैं घर ही जाउन्गी लेकिन अगर तू कहे तो थोड़ी देर रुक सकती हूँ” वो शरारती मुस्कान के साथ बोली
मैं समझ गया कि इसकी चूत मे आग लगी हुई है और इधर मेरा भी लंड खड़ा हुआ था ही मैने उसे अपनी गोद मे उठाया और अपने रूम मे आ गया लेकिन मेरे पास टाइम कम था क्योंकि डॉली कभी भी यहाँ आ सकती थी मोबाइल लौटाने को जब मैने ये बात मोना को बताई तो
उसका मुँह छोटा सा हो गया Chudai
“अब क्या करे मैं तो बहुत उम्मीद लेकर आई थी” वो निराश होते हुए बोली
“तू चिंता मत कर मेरी जान भले ही हम खुल कर नही कर सकते लेकिन एक क्विकी तो हो ही सकती है” मैं बोला
“क्या मतलब” उसने पूछा
“मतलब झट पट वाली चुदाई” मैं बोला और मैने गेट बंद कर के अपने पॅंट और शर्ट उतार दिए और अंडरवेर भी नीचे कर ली अब मेरा खड़ा
लंड झटके मारते हुए मोना को सलामी दे रहा था जिसे वो बड़े गौर से देख रही थी
अब मैं मोना के पास पहुचा और उसके हाथ मे अपना लंड पकड़ा दिया और उसे दीवार से चिपका कर उसकी टीशर्ट मे हाथ डाल कर
उसके बूब्स दबाते हुए उसके होंठो को चूमने लगा इधर मोना भी मस्ती मे आकर मेरे लंड को मसल्ने लगी
कुछ देर बाद मैने उसके बूब्स छ्चोड़ कर उसकी स्कर्ट उपर कर दी और स्कर्ट उपर होते ही मेरी हैरत का ठिकाना नही था उसने पैंटी भी नही पहनी थी
“ये क्या तूने पैंटी नही पहनी” और मैने उसकी चूत को सहलाना शुरू कर दिया
“मुझे पता था कि दिन मे हमे ज़्यादा मौका नही मिलेगा इसलिए मैने ब्रा पैंटी नही पहनी थी और उतारने का झंझट ना हो इसीलिए स्कर्ट पहनी है” उसने जवाब दिया
“अरे वाह तू तो बड़ी समझदार है” कहते हुए मैने उसकी चूत मे अपनी बीच वाली उंगली घुसा दी और आगे पिछे करने लगा उसकी चूत अब पानी छोड़ने लगी थी और डॉली कभी भी आ सकती थी इसलिए मैने अब ज़्यादा टाइम करना ठीक नही समझा और मोना की टीशर्ट उसके कंधो तक उठा दिया और उसकी दोनो जाँघो को अपनी बाहों मे उठा कर अपनी कमर से लगा दिया और उसके एक दूध को अपने मुँह मे भर कर चूस्ते हुए खड़े खड़े ही उसकी चूत मे लंड ठूंस दिया
“आहह…..” उसके मुँह से एक हल्की सी सिसकारी निकल गई और उसकी आँखे बंद हो गई
इधर अब मेरे धक्के शुरू हो गये एक तो ये मोना की दूसरी चुदाई थी उस पर खड़े खड़े करने की वजह से लंड एकदम फसा फसा सा
उसकी चूत मे जा रहा था जिससे मेरे लंड मे दर्द सा होने लगा था
तो मैं उसे ऐसे ही गोद मे उठा कर बेड पर लाया और उसे बेड पर लेटा दिया और मैं नीचे खड़ा हो कर उसकी टाँगे पूरी फैला कर उसकी चुदाई करने लगा मेरे हर धक्के के साथ उसके बड़े बड़े बूब्स का हिलना मुझे रोमांचित किए जा रहा था और मेरे धक्को की स्पीड बढ़ती जा रही थी और कुछ ही देर मे मोना झड़ने लगी और उसकी चूत मेरे लंड को भिचने लगी जिससे मुझसे भी नही रहा गया और मैं भी भर भरा कर उसकी चूत मे अपना माल भरने लगा और उसके उपर ढेर हो गया
कोई दो मिनिट हम ऐसे ही पड़े रहे कि किसी के सीढ़िया चढ़ने की आवाज़ आई मैं झट से उठा और अपनी चड्डी लेके बाथरूम की तरफ भागा और मोना को गेट खोलने का इशारा कर दिया मोना ने भी झट से अपनी टीशर्ट नीचे की और अपने बाल ठीक करते हुए गेट खोल कर बेड का चादर ठीक करके बेड पर ही बैठ गयी………..
Chudai – Hindi Sex Stories Adultery चुदने को बेताब पड़ोसन – hindi chudai ki kahani