Chudai मेरा परिवार और मेरी वासना – Part 1

“क्या नही मस्त है ये पुछ, उपर से नीचे तक और आगे से पिछे तक तू मस्त ही मस्त है” मैं बोला

“अच्छा अभी जो तू मुझे घूर रहा था तो तूने क्या इमेजिन किया मेरे बॉडी पार्ट्स के बारे मे” वो बोली

अब मैं कुछ देर सोचने लगा कि इसे कैसे बताऊ तभी मेरे दिमाग़ मे एक आइडिया आया और मैने मोबाइल मे एक इमेज निकाली और बोला
“देख मैं शब्दो मे तो नही बता सकता लेकिन ये फोटो देख जिससे तू समझ जाएगी कि मैने क्या इमेजिन किया है”

फिर मैने उसे वो फोटो दिखाई जिसमे एक लड़की सिर्फ़ पैंटी मे अपने दोनो हाथ से अपने बूब्स पकड़े खड़े थी जो कि बहुत बड़े थे और उस लड़की का पेट सपाट नाभि बहुत गहरी कमर एकदम पतली और कूल्हे बहुत चौड़े थे पैंटी मे उसकी चूत अलग ही फूली हुई नज़र आरहि थी
और उसकी मांसल जांघे बहुत मोटी थी उसका सारा बदन बिल्कुल चिकना था जिस पर बालो का नामो निशान तक नही था

उस फोटो को अच्छी तरह से देखने के बाद मोना की नज़रे शरम से झुक गई और वो अपने पैर के अंगूठे से फर्श को कुरेदती हुई नीचे
ज़मीन को देखने लगी मैं समझ गया कि तीर बिल्कुल निशाने पर लगा है

“क्या हुआ तू कुछ बोलती क्यों नही, बताना तुझे कैसी लगी मेरी कल्पना तेरे बारे मे” मैने पुछा

लेकिन मोना कुछ नही बोली

“बोल ना मोना कैसी लगी, अच्छी ना” मैं उसका हाथ पकड़ कर बोला

उसने हां मे गर्दन हिला दी

“तो अब ये बता कि क्या सच मे तू भी बिना कपड़ो के इस फोटो जैसी ही दिखती है” मैं बोला

“थोड़ा बहुत फ़र्क है वरना वैसी ही दिखती हूँ” वो वैसे ही नज़रे झुकाए बोली

अब मैने उसका चेहरा उपर उठाया और उसकी आँखो मे देखते हुए बोला “तू इतना क्यों शरमा रही है क्या सच मे तू मेरी गर्लफ्रेंड बन गई है”

“नही अभी शर्त बाकी है…” वो बोली.

“तो बता ना क्या शर्त है तेरी” मैने पुछा

“मेरी शर्त ये है कि तू पहले कोई मर्दो वाला काम कर के दिखा फिर बनूँगी मैं तेरी गर्लफ्रेंड” वो बोली

मैं सोचने लगा कि ऐसा कॉन सा काम करूँ जिसे ये मर्दो वाला समझे लेकिन मुझे कुछ समझ नही
आरहा था लेकिन मैने पक्का कर लिया था कि इसे अभी ही कुछ करके दिखाना है क्योंकि आज की रात मैं मोना के साथ बहुत आगे तक निकल जाना चाहता था……….

अपडेट 16

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मैं यही सोच रहा था कि मर्दो वाले काम से मोना का क्या मतलब हो सकता है और मैं कॉन सा काम करू जो इसे मर्दो वाला लगे लेकिन मेरी समझ नही आया

“क्या मतलब है तुम्हारा मर्दो वाले काम से”

आख़िर मैने पुच्छ ही लिया

“ऐसा काम जो सिर्फ़ कोई मर्द कर सकता हो कोई सिक्सर नही” वो बोली

अब मैं समझ गया था कि वो मुझे उकसा रही है कि मैं आगे बढ़ुँ क्योंकि उसने सिक्सर शब्द कह कर सॉफ कर दिया था कि मर्दो वाले काम से उसका मतलब सिर्फ़ सेक्स से था और अब मैने सोच भी लिया था कि मुझे क्या करना है लेकिन मन मे थोड़ा डर भी था कि साली कहीं बिदक ना जाए लेकिन मोना ने थोड़ी देर पहले ही मेरे मोबाइल पर पॉर्न देखा था जिससे मुझे लग रहा था कि अगर मैने कुछ किया तो नही
शायद वो मेरा साथ ही देगी भड़केगी नही क्या करू मैं यही सवाल मेरे दिमाग़ मे घूम रहा था फिर मैने पक्का कर लिया की रिस्क तो लेनी ही पड़ेगा और अब जो होगा देखा जाएगा

“ओके लेकिन अगर मैने मर्दो वाला काम कर दिया तो मुझे क्या मिलेगा” मैने पुछा

“क्या मिलेगा मतलब, अरे भोन्दु फिर मैं तेरी गर्लफ्रेंड बन जाउन्गी ना, यही इनाम होगा तेरा” वो बोली

“वो तो बाद की बात है लेकिन अभी क्या मिलेगा” मैने फिर पुछा

“क्या चाहता है तू” वो कुछ सोच कर बोली

“तुझे मेरी एक विश पूरी करनी होगी”

मैं बोला “कैसी विश” उसने पुछा

“अभी कुछ सोचा नही है बस टाइम पर जो मन किया वो बता दूँगा” मैं बोला

“लेकिन मैं कोई भी ऐसी वैसी विश पूरी करने वाली नही समझे” वो उंगली दिखाते हुए बोली

“मैं समझता हूँ यार, मैं भी उतना ही मागुँगा जितना तू आसानी से दे सके” मैं बोला

“तो ठीक है, मुझे मंजूर है लेकिन मुझे लगना चाहिए की तूने मर्दो वाला काम किया है” वो बोली

“बिल्कुल मेरी होने वाली गर्लफ्रेंड 100% सॅटिस्फॅक्षन के बाद ही मेरी विश पूरी करना” मैं बोला

फिर मैने आव देखा ना ताव और अपने दोनो हाथो से मोना का चेहरा पकड़ कर अपनी तरफ खिचा और जब तक वो कुछ समझ पाती मेरे
होठ उसके होंठो से जुड़ चुके थे

जब तक उसे समझ आया कि क्या हुआ तब तक उसकाचेहरा मेरे हाथो की गिरफ़्त मे था और उसके होठ मेरे होंठो की गिरफ़्त मे फिर भी उसने मुझे अपनेहाथो से धकेलना चाहा उसके मुँह सेउःम्म्म….गुणन्ं…की आवाज़ निकल रही थी लेकिन अबउसका मेरी गिरफ़्त से छूटना
संभव नही था उसने कुछ देर विरोध किया लेकिन अपना बस ना चलते देख उसने अपने हाथ पैर ढीले छोड़ दिए

उसका विरोध कम पड़ते देख अब मैने उसके बदन से आती मादक सुगंध से उत्तेजित होये हुए उसके होंठो को चूमना शुरू कर दिया मोना ने अब अपना पूरा भार जैसे मुझ पर डाल दिया था उसकी आँखे बंद हो गई थी वो मेरा साथ नही देरहि थी लेकिन शायद मज़े वो भी ले रही
थी और अब मैने उसके होंठो को चूमना छोड़ कर उन्हे चूसना शुरू कर दिया था वा…. मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मैं शहद मेडूबे किसी
गुलाब के फूल को चूस रहा हूँ उसके होठ इतने मुलायम और रस भरे थे की उन्हे चूसने की मेरी स्पीड लगातार बढ़ते ही जा रही थी

थोड़ी देर बाद ही उसके होंठो को चूस्ते हुए मेरा मन भर गया तो मैने अपनी जीभ उसके मुँह मे घुसाने की कोशिश की लेकिन वो मेरी जीभ
को अंदर जाने के लिए जगह ही नही देरहि थी लेकिन मैं अपनी कोशिशो मे लगा रहा लेकिन थोड़ा वक्त और गुजर जाने पर भी जब मोना ने अपना मुँह नही खोला तो मुझे गुस्सा आ गया ‘साली मज़ा तो ले रही है लेकिन सता भी रही है, अब मैं क्या करूँ’ मैं यही सोचते हुए अपनी कोशिश करता रहा और तभी मुझे एक आइडिया आया और मैने अपने एक हाथ से उसके एक बूब को हल्का च्छू लिया”आहह….” मेरे उसके बूब को टच करते ही मोना केमुँह से एक सिसकारी निकली और उसने मेरे हाथ को पकड़ लिया लेकिन मेरे लिए इतना ही मौका काफ़ी था उसके मुँह मे अपनी जीभ घुसाने के लिए और फिर तो जैसे मेरे मज़े हो गये अब मैं उसके मुँह मे अपनी जीभ घुमाते हुए उसकी जीभ से जीभ लड़ा रहा था और उसकी जीभ को अपने होंठो मे भरने की कोशिश कर रहा था लेकिन मोना मुझे ज़रा भी सहयोग नही chudai ki kahani
कर रही थी वो बस आँखे बंद किए हुए थी लेकिन वो मज़े पूरे ले रही थी सेक्स की आग मे उसका बदन पूरी तरह तप कर गरम हो चुका था और ऐसा लग रहा था जैसे उसे बुखार चढ़ गया हो लेकिन इधर मेरी कोशिश जारी थी की उसकी जीभ को अपने होंठो मे भर सकूँ लेकिन मैं
ऐसा नही कर पा रहा था और इसी वजह से उसे मौका मिल गया और उसने अपना मुँह फिर से बंद कर लिया

मुझे भौत गुस्सा आया मन किया की अभी इसे बेड पर पटक कर मज़ा चखा दूं लेकिन फिर मैने सोचा कि पहली बार मे ही ज़बरदस्ती करना ठीक नही होगा इसलिए कुछ नही किया और फिर मैने सोचा कि इसने मुझे मर्दो वाला काम करने को कहा था जो तो मैं कर चुका और मैने
मज़े भी ले लिए लेकिन ये साली तो मज़े भी ले रही है और साथ भी नही दे रही इतना सोचते ही मैने उसे छोड़ दिया

मेरे छोड़ते ही जैसे वो आसमान से धरती पर गिरी उसकी आँखे खुल गई और मुझे ऐसे देखने लगी जैसे कह रही हो कि किस क्यो बंद कर दी बहुत मज़ा आरहा था मैं भी कुछ नही बोला और बस उसे देखते ही रहा

कुछ सेकेंड्स बाद ही उसका नशा उतर गया और उसे समझ आ गया कि अभी क्या हुआ है और उसकी नज़रे शरम से झुक गई उसके
होंठो पर एक मधुर सी मुस्कान आ गई और उसने गर्दन नीचे कर ली

“तो मॅम….किया ना मैने मर्दो वाला काम” कुछदेर बाद मैं बोला

उसने कोई जवाब नही दिया और ज़मीन को ही देखती रही

“बता ना…..” मैं फिर बोला

लेकिन वो जैसी की वैसी ही बैठी रही

अब मैने उसका चेहरा उपर उठाया और उसकी आँखो मे देखते हुए बोला “मैने मर्दो वाला काम किया है ना”

उसने मुस्कुराते हुए हां मे गर्दन हिला दी

“ऐसे नही, मुँह से बोल” मैं बोला

“हां मेरे हीरो तूने कर दिखाया” वो बोली और उसने मेरे गाल को चूम लिया

“तो अब तू मेरी गर्लफ्रेंड” मैने फिर पुछा

“हां….” वो बोली

उसकी बात सुनकर मैने उसे गले लगा लिया फिर कुछ देर बाद उसे छोड़ता हुआ बोला “अब वक्त आ गया है कि तू मेरी विश पूरी करे”

“कैसी विश” उसने बन कर पुछा

“अरे अभी तूने वादा किया था ना कि अगर मैं मर्दो वाला काम कर दूं तो तू मेरी विश पूरी करेगी, और अब मुकर रही है” मैं गुस्से से बोला

“अरे मैं तो मज़ाक कर रही थी, चल बता क्या विश है तेरी” वो प्यार से मेरे गाल गुलेचती हुई बोली

अब मैं सोचने लगा कि इससे क्या करवाऊ कि मुझे भी मज़ा आजाए और मोना को करने मे भी हिचक ना हो और मेरी समझ मे आ गया की मुझे इससे क्या करवाना है

“मुझे तुझे सिर्फ़ ब्रा और पैंटी मे देखना है यानी तू अपनी टीशर्ट और लोवर उतार दे” मैं बोला

“क्या……” वो हैरत से बोली

“इसमे इतना लाउड होने की क्या बात है ये तो नॉर्मल है और मैने कोई तुझे पूरी नंगी होने को तो नही कहा ना और वैसे भी अब तू मेरी
गर्लफ्रेंड है और गर्लफ्रेंड बाय्फ्रेंड मे इतना होना तो मामूली है ना” मैने उसे समझाया

“लेकिन सोनू……” उसने कहना चाहा

“कोई लेकिन वेकीन नही तूने वादा किया था और अगर अब भी नही करना है तो कोई बात नही दरवाजा उधर है तू आराम से जा सकती है” मैं उसे दरवाजे की तरफ इशारा करते हुए बोला

वो समझ गई थी कि अब उसका कुछ नही होने वाला या तो उसे कपड़े उतारने होंगे या यहाँ से जाना पड़ेगा और अगर वो यहाँ से जाती है तो पक्का वो मुझे खो देगी वो बहुत बड़े असमंजस मे फँस गई थी आख़िर मे वो उठी और दरवाजे की तरफ बढ़ गई

और इधर मेरी सिट्टी पिटी गुम हो गई मुझे उम्मीद नही थी कि वो इस तरह जाने लगेगी लेकिन अब मैं उसे रोक भी नही सकता था उसे दरवाजे की तरफ जाते देख मुझे ऐसा लग रहा था जैसे कोई खजाना मेरे हटो से फिसला जा रहा हो…………

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