Adultery ऋतू दीदी – Jija Sali Sex

मैने फ़ोन काट दिया और अपनी एक और बेवकूफी पर गुस्सा आया। मैं एक बार फिर से जीजाजी की चाल का शिकार बना था। उनकी शुरू से यही कोशिश थी की वो मुझे निरु से दूर कर पाए। शाम को मुझे ऋतू दीदी का कॉल आया और मुझे आश्चर्य हुआ। मैंने फ़ोन उठया।

ऋतू दीदी: “तुम जो दिन में कह रहे थे नीरज के बारे में …”

प्रशांत: “वो सच हैं, आप बोलो उसकी कसम खा कर बोल सकता हूँ। जीजाजी ने ही मुझे वो सब कुछ झूठ बताया”

ऋतू दीदी: “मुझे पता हैं की तुम सही कह रहे हो और नीरज की निरु के लिए क्या सोच हैं”

प्रशांत: “आपको पहले से ही पता हैं!”

ऋतू दीदी: “मुझे शक़ तो कुछ साल पहले ही हो गया था जब पहली बार नीरज ने निरु का नाम लेते हुए मुझे चोदने की पेशकश की थी”

प्रशांत: “और आप मान भी गयी थी!”

ऋतू दीदी: “पहले तो बहुत गुस्सा आया और नीरज को डांटा भी। वो मुझसे नाराज भी हुआ। पर वो मेरे पीछे ही पड़ गया की इसमें कोई गलत नहीं है। कुछ समय बाद फिर मैंने हर कर उसकी बात मान ली”

प्रशांत: “मतलब मैंने जो दरवाजे के बाहर खड़े होकर दो बार सुना था की निरु का नाम लेते हुए नीरज जीजाजी आपको चोद रहे थे वो सच था, और वो आपकी सहमति से हुआ!”

ऋतू दीदी: “नीरज तो मुझे आये दिन निरु का नाम लेकर चोदते रहता हैं और शायद अपने दिल की अधूरी ख्वाहिश इस तरह पूरा करने की कोशिश करता हैं”

प्रशांत: “तो आपको सब कुछ पता था फिर भी आपने जीजाजी को निरु का फायदा उठने दिया!”

ऋतू दीदी: “मुझे लगा की निरु का नाम लेते हुए मुझे चोदने से ही नीरज को ख़ुशी मिल जाती हैं तो ठीक है। मुझे यह लगता था की नीरज कभी निरु के साथ गन्दा काम तो नहीं करेंगा। मगर तुम्हारे लगातार ईल्जाम सुनकर मुझे भी नीरज पर शक़ होने लगा हैं”

प्रशांत: “नीरज जीजाजी ने बोला हैं की वो निरु को चोद कर रहेंगे और मुझसे दूर कर देंगे। आधे कामयाब तो वो हो ही चुके हैं और मुझे निरु से दूर कर दिया। अभी भी कुछ नहीं बिगडा है। आप उन्हें रोकिये”

ऋतू दीदी: “निरु मेरे से ज्यादा नीरज पर भरोसा करती है। वो मेरी बात नहीं मानेंगी और नीरज के खिलाफ कुछ बुरा नहीं सुनेगी”

प्रशांत: “आप एक बार बात तो करके देखिये”

ऋतू दीदी: “नहीं कर सकती। नीरज ने मुझको धमकी दी हैं की अगर मैंने निरु को कुछ बोला तो वो मेरा वो राज बता देगा जब मैंने तुम्हारे साथ उस दिन होटल में चुदवाया था”

प्रशांत: “अगर आपने मुँह नहीं खोला तो आपके पति मेरी बीवी को चोद देंगे, आप समझ रही हैं न!”

ऋतू दीदी: “यह पाप तो हम दोनों ने भी किया हैं”

प्रशांत: “तो आपको कोई प्रॉब्लम नहीं हैं की वो दोनों चुदाई कर ले?”

ऋतू दीदी: “मैं थोड़ी स्वार्थी हो गयी हूँ। अपनी शादी बचने के लिए मैं अपनी छोटी बहन निरु की ज़िन्दगी शायद ख़राब कर रही हूँ। मगर मुझे यक़ीन हैं की निरु ऐसा वैसा कुछ नहीं करेगी”

प्रशांत: “तो आप मेरी कोई हेल्प नहीं करोगी?”

ऋतू दीदी ने कुछ नहीं बोली।

प्रशांत: “तो ठीक है, मैं खुद निरु को बोल दूंगा की मैंने आपको चोदा था”

ऋतू दीदी: “नहीं, ऐसा मत करो। ऐसा किया तो निरु तुमसे भी दूर हो जाएगी और मुझसे भी। हो सकता हैं वो फिर नीरज के और करीब हो जाये”

प्रशांत: “तो क्या करें?”

ऋतू दीदी: “तुम निरु को बोलो की तुमने अब तक जितना भी शक़ किया था वो जलन के मारे था और माफ़ी मांग लो। मैं भी उसको समझा बुझा कर तुम्हारे पास भेजने के लिए राजी कर लुंगी”

प्रशांत: “मगर जीजाजी तो फिर भी निरु का फायदा उठा पायेंगे न!”ऋतू दीदी: “एक बार तुम निरु को अपने पास बुला लो, फिर आगे सोचते हैं की क्या करना है। तुम कल दोपहर में घर पर आ जाओ, नीरज यहाँ नहीं होगा पर निरु होगी”

प्रशांत: “थैंक यू ऋतू दीदी”

अगले दिन मैं ऋतू दीदी के साथ निरु से मिला। निरु मुझसे मिलना नहीं चाह रही थी पर मैं उसके कदमो में लोट गया और माफ़ी मांग लि, ऋतू दीदी के काफी समझाने पर निरु फिर मान गयी की वो मुझे एक आखिरी मौका देगी। नीरु ३ महीनो के लिए मेरे साथ लिव-इन में रहने को मान गयी।

जीजाजी का चेहरा देखने लायक था, मगर उनको छोड़कर बाकी सब लोग खुश थे। मेरा एक ही डर था की अगर जीजाजी ने गुस्से में आकर मेरे और ऋतू दीदी के बीच हुयी चुदाई का राज निरु को बता दिया तो सब मामला उलटा पड़ जाएगा।

नीरु मेरे साथ आकर रहने लगी। हालाँकि उसने मुझे चोदने की परमिशन नहीं दी थी। हम बिना चुदाई के एक साथ रहने वाले थे। खूबसूरत निरु को देखकर मेरी चुदाई की बहुत इच्छा होती थी और यह बात निरु ने भी फील की थी।

मगर निरु ने मुझे चोदने नहीं दिया और मैंने भी प्रॉमिस रखते हुए उसके साथ कुछ करने की कोशिश नहीं की। हालाँकि एक दो बार उसको कपडे चेंज करते हुए जरूर आधा नँगा देख लिया था और मेरे लण्ड ने उसको सलामी भी दे दी थी।

इस बीच मैंने ऋतू दीदी से फ़ोन पर बात की। हमें कोई तरीका लगाना था जिस से निरु को जीजाजी से दूर किया जा सके। हमने कुछ दिन सोचा कोई अच्छा प्लान मिल जाए।

फिर ऋतू दीदी ने मुझे एक प्लान बताया। प्लान यह था की हम चारो एक बार फिर घूमने जाएंगे और वहाँ अगर निरु अपने कानों से यह सुन ले की जीजाजी कैसे ऋतू दीदी को चोदते वक़्त निरु का नाम लेते हैं तो काम बन जाएगा और निरु का जीजाजी से भरोसा उठ जाएगा।

अगले एपिसोड में पढ़िए क्या प्रशांत और ऋतू दीदी अपने प्लान में कामयाब हो पाएँगे।

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