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अपडेट 31 – Indian MILF
देवा ट्रेक्टर शुरू करता है और शालु देवा का हाथ पकड़ के उछल के उसके पास आके बैठ जाती है।
शालु;अब चलेगा भी या ऐसे ही बैठा रहेगा।
देवा को अपनी तरफ घूरता देख शालु उससे कह बैठती है।
देवा मुस्कराता हुआ वैध जी के घर की तरफ चल देता है
वैसे काकी तुम्हें आने की ज़रूरत क्या थी मै तुम्हारे और काका के लिए वैध जी से दवायें ले आता।
शालु;क्यूँ मेरे चलने से तुझे कोई तकलीफ हो जाएगी वहाँ।
देवा;अरे नहीं नहीं मै तो वैसे ही…..
आज बहुत सुन्दर लग रही हो काकी कही वैध जी को दिल का दौरा न पड़ जाये तुम्हें देख के।
शालु;देवा के पीठ पे मुक्का मार देती है ।
बदमाश कही का तुझे इन सब बातों के सिवा दुसरा कुछ सूझता भी है या नही।
देवा; ये लो मैंने ऐसा क्या कह दिया ।
शालु; चल चुपचाप ट्रेक्टर चला।
शालु दिल में सोचने लगती है सब जानती हूँ बेटा तेरी नियत को मैं।
पर क्या करुं रे तूने मुझे मजबूर कर दिया ना नीलम से प्यार करके।
मूई नीलम को भी यही मुस्टंडा मिला था प्यार करने के लिये।।
शालु की चूत तो कब से पनिया गई थी देवा के नाम से ।
मगर वो जानती थी की देवा और नीलम एक दूसरे को प्यार करते है।
और अगर उनकी शादी या मंगनी (इंगेजमेंट)से पहले उसने देवा के साथ कुछ किया और ये बात रत्ना या गांव वाले किसी को भी पता चली तो कही उसकी बेटी का बसता बसाता घर न बिखर जाए।
चुत की आग को वो अपने बेटी की मोहब्बत पे कुछ वक़्त के लिए क़ुर्बान कर देती है।।
देवा;अरे कहाँ खोई हो काकी कही सो तो नहीं गई।
ये लो वैध जी का घर भी आ गया।
शालु और देवा ;वैध जी के घर के अंदर चले जाते है।
बैध जी;कुछ जड़ी बूटियां कूट रहे थे और उनके पास उनकी बहु किरण हाथ बटां रही थी।।
देवा;को देख जहाँ वैध की गाण्ड फट जाती है वही किरण की चूत के दोनों होंठ जो काफी दिनों से चिपके हुए थे खुल जाते है।।
शालु और देवा उन्हें नमस्ते करते हुए एक चारपाये पे बैठ जाते है और उनके आने का कारण वैध जी को बताते है।।
बैध;शालू की नॉब्स(वैन)देखता है और एक तरह से उसका चेकअप करने लगता है।
देवा और किरण की नज़रें एक दूसरे से हट नहीं रही थी।।
किरण;बार बार अपने होठो पे ज़ुबाँ फेर फेर के देवा को उकसा रही थी।
बैध जी;घबड़ाने की कोई बात नहीं है मामूली सा बुखार है।
आप बैठिये मै कुछ दवायें बना देता हूँ आपके और आपके पति के लिए भी।।
शालु और देवा बैठ जाते है।
किरण;रसोई में से दो गिलास पानी भर के लाती है और एक गिलास देवा को देती है और दुसरा शालु को।
शालु; ये आपकी बहु है ना वैध जी।
बैध जी;हाँ मेरी बहु है।
देवा;वैध जी मुझे शौचालय(टॉयलेट) जाना है।
क़िरण;आप मेरे साथ आइये । मै आपको ले चलती हूँ।
और किरण देवा को अपने साथ घर के पीछे बने टॉयलेट में ले जाती है।
टॉयलेट में घुसते ही किरण भूखी शेरनी की तरह देवा पे टूट पडती है।
किरण;कहाँ था इतने दिनों से….. गलप्प गलप्प…. मेरी याद नहीं आती तुझे…. गलप्प।
वो देवा के चेहरे को होठो को चुमते जा रही थी और कुछ देर बाद वो निचे बैठ जाती है और देवा के पेंट खोल के उसका लंड बाहर खीच लेती है।
देवा;आहह आराम से ।
किरण;चल तुझे मुतना है ना जल्दी से मूत।
देवा;मैंने तो बहाना बनाया था मुझे पेशाब नहीं करना।
किरण;गलप्प इसे देखने के लिए तो तड़प गई थी मै गलप्प गलप्प।
किरण;के हाथ में देवा का लंड फनफनाने लगता है और वो बिना देरी किये उसे मुंह में लेके खड़ा करने लगती है गलप्प गलप्प आह्ह्ह्ह गलप्प।
जलदी से मुझे चोद दे देवा कही कोई यहाँ आ ना जाये जल्दी करना गलप्प गलप्प।
वो इतने ज़ोर ज़ोर से देवा के लंड को चुसने लगती है की कुछ ही पलो में देवा उसे चोदने के लिए तैयार हो जाता है।
किरण;अपनी सलवार उतार देती है और झुक के देवा को पुकारती है।
किरण;चल जल्दी करना आ जा पीछे से कस के चोद दे रे मुझे आह्हह्हह्हह्हह।
आह माँ चुस मत न मेरी चूत वैसे भी बहुत गीली हो चुकी है । तुझे देख के आहह अब मत तड़पा देख कोई आ न जाए।।

पर देवा तो किरण की रसीली चूत को चाटने लग जाता है।
देवा;गलप्प गलप्प देख भी लिया तो क्या होंगा किरण गलप्प।
किरण;तुझे जितना कह रही हूँ उतना क्यों नहीं सुनता है देवा आअह्हह्हह्हह।
देवा;खड़ा होजाता है और अपने लंड को पीछे से किरण के चूत पे लगा के दोनों कमर पकड़ के धक्का देकर लंड अंदर घुसा के सटा सट सटा सट किरण को चोदने लगता है ।
किरण;आहह ऐसे ही आहह रोज़ आया करना मेरे पास। आहह देख न कैसे मेरी चूत सुखी सुखी सी हो गई थी आह्ह्ह्ह्ह्।
तेरे लंड के मार से ही सुनती है ये। मेरा तो एक बात नहीं मानती आहह माँ कुट के रख दे रे आह्ह्ह्ह्ह्ह।
देवा;अहह साली थोड़ा कम मुंह खोल आहह मेरी होने वाली सास न आ जाये आहह्ह्ह्हह्ह।
किरण;तू तो बड़ा आहह कमीना है उसे क्यों नहीं चोद देता आह्ह्ह्ह्ह्ह।
ज़िन्दगी भर तेरी गुलाम बनके रहेगी वो भी। आहह उसे भी इस मोटे लंड से एक बार पेल दे देवा आहह्ह्ह्ह
रह नहीं पायेगी वो एक पल भी माँ वू आहह तेरी बिना आहः।
देवा के चोदने की स्पीड से ही किरण के मुंह से ये लफ़्ज़ बाहर निकल रहे थे। दोनों के पास वक़्त बहुत कम था।
वो दोनों कुछ देर इस तरह एक दूसरे को नोचते खरोंचते चुदाई करते जाते है और उनके पानी छोड़ने से पहले बाहर खड़ी शालु की चूत पानी छोड देती है।
शालु;देवा को ढूँढ़ते ढूँढ़ते यहाँ तक आ गई थी उसके कदम टॉयलेट के बाहर इन दोनों की आवाज़ सुनके थम जाती है ऊपर से किरण की बातें बार बार शालु के कानों में गूँजने लगती है।
की एक बार उसे भी अपने लंड से चोद दे गुलाम बनके रहेगी वो तेरी।
उन दोनों के बाहर निकलने से पहले शालु अपनी जगह जाके बैठ जाती है।।
कुछ देर बाद देवा शालु के पास जाके बैठ जाता है उसकी साँस अभी भी फूली हुई थी। वैध उसे देख समझ जाता है की ये क्या करके आया है।
पर वो बेचारा कुछ बोल भी नहीं सकता था।
शालु और देवा थोड़े देर बाद वैध जी से दवायें लेके वापस घर की तरफ चल देते है।
वापसी में शालु चुप चाप बैठी हुई थी
देवा;शालू के पेट पे चुमटी काट लेता है।
शालु; उईई माँ
क्या करता है ।
देवा;मुझे लगा तुम सो गई कही गिर ना जाओ इसलिए जगा दिया।
शालु;इस तरह बेशरम।
देवा;इस में बेशर्म वाली कौन सी बात है।
शालु;क्या करने गया था तू वैध की बहु के साथ सब पता है मुझे।
Isi story ka first part हाय रे ज़ालिम……- Part 1 – Indian MILF